MP में Lumpy Virus से 101 पशुओं की मौत, मुफ्त होगा वैक्सीनेशन, टोल फ्री नंबर जारी, कमलनाथ बोले सरकार को चीतों की चिंता

author img

By

Published : Sep 21, 2022, 1:27 PM IST

Updated : Sep 21, 2022, 4:48 PM IST

lumpy virus MP CM Shivraj meeting

मध्यप्रदेश में लंपी वायरस के नियंत्रण के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैठक बुलाकर संक्रमित पशुओं के आवागमन पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि विभाग पशुपालकों को इस वायरस से बचने के तमाम उपायों की जानकारी दें और ग्राम सभा बुलाकर उन्हें सूचित करें. उन्होंने कहा कि गौशालाओं में पहुंचकर विभाग टीकाकरण करें और लोगों को भी जागरूक किया जाए कि यदि कोई पशु इससे संक्रमित है तो इसकी जानकारी छुपाए नहीं. lumpy virus MP, Ban transport infected animals, Toll free number issue, Symptoms of Lumpy Virus, CM Shivraj meeting

भोपाल। मध्यप्रदेश में लंपी वायरस को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर अधिकारियों की बैठक बुलाई. अधिकारियों ने बताया कि अभी तक 26 जिलों में प्रभावित पशुओं में से 5432 पशुओं को पूरी तरह से स्वस्थ किया जा चुका है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य स्तरीय रोग नियंत्रण कक्ष का एक टेलीफोन नंबर 0755 2767583 जारी किया गया है. साथ ही टोल फ्री नंबर 1962 भी जारी किया गया है. जिस पर पशुपालक अपने पशु में लंपी स्किन रोग से जुड़े लक्षण दिखाई देने पर संपर्क कर सकते हैं. बता दें कि मध्यप्रदेश में अभी तक 101 पशुओं की लंपी वायरस से मौत हो चुकी है. वहीं 26 जिलों में 7686 पशु प्रभावित हुए, जिसमें से 5432 पशुओं को ठीक किया जा चुका है.

  • गौ-सेवक, जनप्रतिनिधि और समाज के बाकी लोग, हम सभी को मिलकर इस बीमारी को रोकना है। क्या क्या करना है, हम उस पर विचार कर लेंगे।
    चूंकि अब यह 26 जिलों में है, तो हमें बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। यह हमारी ड्यूटी है कि हम इस बीमारी को खत्म करें।:मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj https://t.co/jX7RP89U2h pic.twitter.com/J6z9cJxusa

    — Office of Shivraj (@OfficeofSSC) September 21, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सभी गांवों में करें जागरूक : मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी गांव में ग्राम सभा बुलाकर पशुपालकों को लंपी वायरस के संबंध में सूचना दी जाए. गौशालाओं में सभी पशुओं का टीकाकरण किया जाए और लोगों को जागरूक करें कि यदि पशुओं में इस वायरस से संबंधित कोई लक्षण हैं तो उनका परिवहन ना किया जाए. संक्रमित पशुओं की आवागमन पर सख्ती से प्रतिबंध लगाएं.

लंपी वायरस के लक्षण : लंपी वायरस से संक्रमित पशुओं को शुरुआत में हल्का बुखार आता है. उनके मुंह से लगातार अत्यधिक लार और आंखों एवं नाक से पानी बहना शुरू हो जाता है. लिफ नोडल तथा पैरों में सूजन एवं दुग्ध उत्पादन में गिरावट आती है. गर्भित पशुओं में गर्भपात एवं कभी-कभी पशुओं की मृत्यु हो जाती है. पशुओं की शरीर पर त्वचा में बड़ी संख्या में दो से 5 सेंटीमीटर आकार की गिठानें बन जाती हैं.

Lumpy virus : MP के कई जिलों में लंपी वायरस का कहर, इंदौर में 81 पशु संक्रमित और एक की मौत, मुरैना में गौरक्षकों ने किया चक्काजाम

बचाव के उपाय : इस वायरस से संक्रमित होने से बचाने के लिए पशुओं को संक्रमित पशुओं के संपर्क में आने से बचाया जाए. कीटनाशक और विषाणु नाशक से पशुओं के परजीवी कीट मक्खी मच्छर आदि को नष्ट किया जाए. पशुओं के आवास बाड़े की साफ-सफाई रखी जाए. वायरस के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करें और पशुओं का टीकाकरण किया जाए.

  • उसको देखते हुए आज आवश्यकता है प्रदेश में गौ माताओं की, गौशालाओं की सुध लेने की लेकिन सरकार का पूरा ध्यान तो अभी गौ माताओं की बजाय चीता इवेंट पर ही लगा हुआ है।

    मैं सरकार से माँग करता हूँ कि सरकार इस संबंध में तत्काल आवश्यक सभी कदम उठाये।

    — Kamal Nath (@OfficeOfKNath) September 21, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कमलनाथ ने साधा सरकार पर निशाना : पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि मध्यप्रदेश में लंपी वायरस का प्रकोप दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है. प्रदेश के कई हिस्सों में संक्रमण गंभीर हो गया है. कई गौ माताओं की इस वायरस से मौत भी हो रही है. समय रहते जो कदम सरकार को उठाने थे, वह उन्होंने अभी तक नहीं उठाए. सरकार तो पिछले कई दिनों से चीता इवेंट में ही लगी रही. यदि वह चीता इवेंट से बाहर निकल गई है तो उसे प्रदेश में गौ माताओं की सुध लेना चाहिए.

lumpy virus MP, Ban transport infected animals, Toll free number issue

Last Updated :Sep 21, 2022, 4:48 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.