भोपाल। देशभर में कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन का सिलसिला लगातार जारी है, जिसकी वजह से लोगों को परेशानियां का सामना करना पड़ रहा है, तो वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी और रोड सेस बढ़ा दिया है. लेकिन राहत की बात ये है कि पेट्रोल-डीजल के दाम उपभोक्ताओं के लिए नहीं बढ़ेंगे. हालांकि इस पर अब राजनीति शुरू हो गई है. पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने ट्वीट करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है. साथ ही केंद्र सरकार को नसीहत दी है कि जिस तरह से पेट्रोल और डीजल के मूल्य में एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई गई है, इसे जनता माफ नहीं करेगी.
केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 8 रुपये रोड सेस और 2 रुपये एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई है. इस तरह 10 रुपये प्रति लीटर बढ़ोतरी हुई है. इसी तरह डीजल पर 8 रुपये रोड सेस और 5 रुपये एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई गई है. इस तरह कुल 13 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है. एक्साइज ड्यूटी और रोड सेस बढ़ने के बावजूद उपभोक्ताओं के लिए दाम नहीं बढ़ रहे हैं, क्योंकि कंपनियों ने इस बढ़े हुए दाम को कंजूमर को पास ऑन करने का फैसला नहीं किया है.
पिछले कुछ समय से क्रूड ऑयल कंपनियों को सस्ता मिल रहा था. लिहाजा कंपनियों के पास इतनी गुंजाइश थी कि वह अपनी बैलेंस शीट ठीक कर सकें. हालांकि ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम फिर से बढ़ने लगे हैं. फिलहाल यह लगभग 30 डॉलर प्रति बैरल के आसपास की बताई जा रही है.
इस मुद्दे को हवा देने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने ट्वीट कर कहा कि कच्चे तेल की कीमत में भारी कमी आई है, मगर केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 13 और डीजल पर 10 रुपए एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी है. उन्होंने कहा कि मोदी देश की जनता से किस जन्म का बदला ले रहे हो, देश की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी.