भोपाल। राजधानी के जेपी अस्पताल में डॉक्टरों की कथित लापरवाही से हुई मरीज के मौत का मामला बढ़ता ही जा रहा है. मरीज तख्त सिंह के परिजनों ने मुआवजा और पत्नी को नौकरी देने की मांगों को लेकर चूना भट्टी स्थित कोलार तिराहा के पास सड़क पर शव रखकर मांग की. परिजनों दोषी डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज करने और परिजनों को आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी की मांग की.
सड़क पर शव रखकर किया प्रदर्शन
कोलार तिराहे पर मरीज परिजनों को सरकारी नौकरी देने सहित आर्थिक मदद देने की मांग कर रहे थे. एक दिन पहले जेपी अस्पताल में एक युवक की मौत हो गई. युवक की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया था. बताया जा रहा है कि परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उधर, मौत की खबर की सूचना मिलते ही पूर्व मंत्री पीसी शर्मा और पूर्व पार्षद गुड्डू चौहान मौके पर पहुंचे. परिजनों ने की मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की थी.
डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव ने दिया था नौकरी से इस्तीफा
उधर, इस घटना के बाद सीनियर डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव ने इस घटना से दुखी होकर शासकीय नौकरी से इस्तीफा दिया था. बताया जा रहा है कि जेपी अस्पताल के डॉक्टर के साथ बदतमीजी होने पर सीनियर डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव (एमडी) सदमे में है और उन्होंने शासकीय सेवा से अपने इस्तीफ दे दिया है. बताया जा रहा है कि अस्पताल में हंगामा कर डॉक्टरों को धमकाया और आम जनता को परेशान भी किया गया.
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पूर्व मंत्री पर डराने धमकाने लागया था आरोप
जयप्रकाश चिकित्सालय में संदिग्ध तबस्सीम मरीज की मौत मामले में मरीज का इलाज कर रहे डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव ने अपने पद से इस्तीफा देते हुए कहा था कि कुछ लोगों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया. दुर्व्यवहार के बाद डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव बोले ऐसी परिस्थिति में अब सेवाएं नहीं दे सकते. डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि मरीज का ऑक्सीजन सेचुरेशन 32 फीसदी था. सुगर 223 मरीज की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव थी.