भोपाल। राजधानी भोपाल में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को पुलिस के द्वारा रोके जाने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश व्याप्त है, जहां देर रात कांग्रेस विधायक की मौजूदगी में कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला जलाकर अपना विरोध दर्ज कराया तो वही कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है, की कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को जानबूझकर लखनऊ पुलिस ने रोका है और उनके साथ गलत व्यवहार किया गया है. जिसे लेकर कांग्रेस सड़कों पर उतर कर विरोध करेगी. वही देर रात कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद की मौजूदगी में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का पुतला शहर के शब्बन चौराहे पर जला कर विरोध प्रदर्शन किया.
बता दें की पूर्वी उत्तर प्रदेश की कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी को लखनऊ पुलिस ने उस वक्त रोका जब वे पूर्व आईपीएस अधिकारी दारापुरी के परिवार से मिलने के लिए उनके घर जा रही थी. प्रियंका गांधी एक स्कूटी पर सवार होकर एक कार्यकर्ता की स्कूटी पर बैठी थी, जिसके बाद प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया है, की पुलिस ने उन्हें बेवजह रोका है. जब वे स्कूटी से उतर कर पैदल चलने लगी तब भी उन्हें रोका गया और साथ ही उनका गला भी दबाया गया है. हालांकि इसके बावजूद भी प्रियंका गांधी दारापुरी के परिवार से मिलने के लिए उनके घर पहुंची इस दौरान प्रियंका गांधी की महिला पुलिसकर्मियों से जमकर बहस बाजी भी हुई. गौरतलब है की नागरिकता संशोधन कानून के विरोध प्रदर्शन के मामले में पूर्व आईपीएस एसआर दारापुरी को गिरफ्तार किया गया है क्योंकि उन्होंने सोशल मीडिया पर किसी प्रकार का पोस्ट किया था.
वही कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद का कहना है की कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के साथ यूपी में जिस तरह का बर्ताव किया गया है, वह निंदनीय है. उसे किसी भी हाल में कांग्रेस कार्यकर्ता बर्दाश्त नहीं करेंगे और यही वजह है की कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं में इस घटना के बाद भारी आक्रोश व्याप्त है. जिसकी वजह से इतनी रात को सभी कांग्रेस के कार्यकर्ता चौराहे पर एकत्रित होकर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे है और साथ ही कहा की योगी सरकार के द्वारा जिस तरह से बर्बरता करके एक अहिंसा वादी आंदोलन को दबाने का प्रयास किया जा रहा है वे सफल नहीं हो पाएंगे. प्रियंका गांधी ऐसे ही लोगों से आज मिलने के लिए जा रही थी जो पीड़ित है. जिन्होंने लंबे समय तक देश की सेवा की है, लेकिन उन्होंने सोशल मीडिया पर किसी प्रकार की एक पोस्ट डाली थी इसी बुनियाद पर यूपी पुलिस के द्वारा उन्हें गिरफ्तार किया गया था. उन्हीं से मिलने के लिए जब प्रियंका गांधी जा रही थी तो उन्हें रोककर उनके साथ बदतमीजी की गई है और इस प्रदर्शन के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को यह बताने की कोशिश की जा रही है की आप प्रियंका गांधी की आवाज को दबा नहीं सकते क्योंकि उनके साथ करोड़ों लोगों की आवाज खड़ी हुई है.