भोपाल। राजधानी के अवधपुरी स्थित एक मंदिर में लाउडस्पीकर बजाने को लेकर एसडीएम ने मंदिर संचालक को नोटिस दे दिया. जिसके बाद हिंदू संगठनों ने इस पर नाराजगी जताई है. इस पर खांबरा पक्ष का कहना है कि एक ओर माता के नवरात्रि चल रहे हैं वहीं दूसरी ओर एसडीएम इस तरह का नोटिस जारी करते हैं. नवरात्रि में मंदिर पर अगर लाउडस्पीकर नहीं बजाया जाएगा तो कहां बजाया जाएगा. वहीं दूशरी ओर SDM ने कहा कि बच्चों के पेपर चल रहे है. लाउडस्पीकर बजाए जाने की शिकायत मिली थी.
भोपाल की अवधपुरी में खांबरा मंदिर है जिसके पास ही महादेव नगर भी बसा हुआ है. खांबरा मंदिर के संचालक पक्ष ने नोटिस दिखाते हुए बताया कि गोविंदपुरा एसडीएम राजेश गुप्ता ने उन्हें नोटिस जारी किया है, जिसमें साफ तौर पर मंदिर में लाउडस्पीकर न बजाने की बात लिखी है. जब उनसे इस संबंध में बात की गई तो उनका कहना था कि आपकी शिकायत मिली है, इसलिए आपको मंदिर पर लाउडस्पीकर नहीं बजाना है. अगर लाउडस्पीकर बजाते हैं तो आप को जेल में डाल दिया जाएगा.
SDM ने कहा दी गई थी समझाइश: मंदिर से लाउड स्पीकर हटाने को लेकर नोटिस जारी करने वाले भोपाल मे एसडीएम राजेश गुप्ता ने बताया कि मंदिर के आसपास की कॉलोनी वालों ने सीएम हेल्पलाइन से लेकर तमाम जगह शिकायतें की हैं. जिसमें उनका कहना था कि एक ओर बच्चों के एग्जाम चल रहे हैं, वहीं दूसरी ओर मंदिर में लगातार देर रात तक लाउडस्पीकर बजता है. जिससे बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाते. ऐसे में पहले मंदिर संचालक को समझाइश दी गई थी लेकिन उसके बाद भी वह नहीं माने इसलिए नोटिस जारी किया गया है.
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हिंदू संगठनों विरोध: हिंदू संगठनों ने भी इस पर नाराजगी जताई है. संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी का कहना है कि माता के नवरात्रि चल रहे हैं और रामनवमी का त्यौहार है. ऐसे में हिंदू संगठनों को ही क्यों निशाना बनाया जाता है. यह अधिकारी मस्जिदों से लाउडस्पीकर पर बजने वाली अजान के ऊपर तो रोक नहीं लगा पा रहे और मंदिरों को नोटिस जारी करते हैं जो सरासर गलत है. अगर एसडीम ने नोटिस वापस नहीं लिया तो सड़कों पर उग्र आंदोलन किया जाएगा.
फिलहाल मंदिर संचालक को नोटिस का इसका जवाब देना है और एसडीएम के सामने प्रस्तुत भी होना है क्योंकि एक तरफ धर्म से जुड़ा मुद्दा है तो वहीं दूसरी और बच्चों के भविष्य से जुड़ा हुआ सवाल भी, अगर बच्चे एग्जाम के दिनों में पढ़ाई नहीं करेंगे और शोर के कारण परेशान होंगे तो वह अपना पेपर ठीक से नहीं दे पाएंगे. वहीं दूसरी और धार्मिक भावनाओं को भी ठेस ना पहुंचे ऐसी व्यवस्था होनी भी चाहिए. फिलहाल एसडीएम का नोटिस चर्चा का विषय बना हुआ है.