भोपाल। सोमवार को इंदौर के सिमरोल घाट सेक्शन से करीब 10 किमी दूरी लोधिया कुंड में एक कार गिर गई, एक छोटी बच्ची और उसके पिता घायल हो गए. इसके कुछ दिन पहले भोपाल के महादेव पानी में करीब 1000 लोग पानी के बीच में फंस गए थे, इन घटनाओं से सबक लेते हुए भोपाल पुलिस कमिश्नर और ग्रामीण पुलिस ने सभी जगह धारा 144 लगा दी है. ईटीवी भारत की टीम केरवा डेम जब पहुंची तो यहां पुलिस धारा 144 के लिए बनाए गए पोस्टर लगाती नजर आई.
पुलिस 24 घंटे कर रही निगरानी: केरवा चौकी के प्रभारी अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि "हर साल कोई न कोई हादसा केरवा के पास स्थित मौत के कुंए में होता है. हद यह है कि लोग पुलिस से छिपकर ऐसी जगहों पर पहुंचने का जोखिम उठाते हैं, जबकि ऐसी जगहों पर बाघ का मूवमेंट भी है. इसीलिए ऐसे इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है." जब ईटीवी भारत की टीम मौके पर पहुंची तो कुछ लड़कों को भी पुलिस ने पकड़ा हुआ था, यह भी पता चला कि कोई बड़ा हादसा नहीं हो इसके लिए पुलिस ने केरवा चौकी पर करीब 7 लोगों का स्टॉफ तैनात कर दिया है. गौरतलब है कि पहली बार इस चौकी पर पुलिस बल तैनात किया गया है, इसके पहले यह पाइंट ही हुआ करता था. केरवा के खतरनाक इलाकों में जाने वाले रास्ते पर अब पुलिस 24 घंटे निगरानी कर रही है, पुलिसकर्मी तैनात करने के साथ सुरक्षा बोर्ड भी लगा दिए गए हैं.
इन जगहों पर है खतरा: शहर में खूबसूरत मगर बेहद खतरनाक जगह मानी जाती है कलियासोत डेम, यह डेम शहर से सटा हुआ है और देखने में बेहद खूबसूरत दिखाई देता है. लेकिन असल में यहां नीचे की तरफ मगरमच्छ हैं, लोग नीचे की तरफ जाकर पांव पानी में डालकर बैठ जाते हैं. शहर की दूसरी सुंदर मगर खतरनाक जगह महादेव पानी है, यह इलाका रायसेन पुलिस के अंडर में आता है, यहां भी धारा 144 लगा दी गई है. इसके अलावा अमरगढ़ फॉल और दिगंबर जैन फॉल में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है, इनमें अमरगढ़ फॉल शहर से करीब 55 किमी दूर स्थित है और सीहाेर जिले में आता है.
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इन जगहों पर बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था: बीते साल अक्टूबर माह में अचानक तेज बारिश आने से नाले के दूसरी तरफ 100 से अधिक लोग फस गए थे, इनके अलावा कोलार डैम, कलियासोत डैम, मिनी पचमढ़ी सलामतपुर, केरवा जलप्रपात, सतकुंडा की हरीभरी पहाडिय़ां औबेदुल्लागंज, दोहटा जलप्रपात, अमरावद डैम सागर रोड, हलाली डैम, रायसेन का ऐतिहासिक किला पहाड़ी, बारना डैम बाड़ी, चिडिय़ाटोल खरबई, महादेव पानी गुफा के झरने, बेतवा कुंड भोजपुर, सांची के बौद्ध स्तूप, सीतातलाई झरना बाइपास आदि जगहों पर ऊंचे झरनों को देखने के लिए भारी तादाद में लोग पहुंचते हैं, इन सभी जगहों पर निगरानी बढ़ा दी गई है.