ETV Bharat / state

कोरोना की दूसरी लहर में MP में अनाथ हुए 597 बच्चे, सरकार निभा रही है 'अभिभावक' की भूमिका

author img

By

Published : Jul 4, 2021, 10:53 PM IST

मध्य प्रदेश में सरकार मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना के तहत 597 बच्चों की जिम्मेदारी उठा रही है. यह सभी वे बच्चे हैं जिन्होंने कोरोना की दूसरी लहर में अपने माता-पिता को खो दिया. अब इन्हें सरकारी योजना के तहत लाभ दिलाया जा रहा है.

कोरोना की दूसरी लहर में MP में अनाथ हुए 597 बच्चे
कोरोना की दूसरी लहर में MP में अनाथ हुए 597 बच्चे

भोपाल। कोरोना की दूसरी लहर ने कई बच्चों को अनाथ कर दिया है. प्रदेश के ग्वालियर में सबसे ज्यादा 39 बच्चों ने अपनों को खोया है. राज्य शासन की रिपोर्ट के अनुसार ग्वालियर के बाद देवास में 32 और मंदसौर में 29 ऐसे बच्चे हैं जिन्होंने कोरोना की वजह से अपने माता-पिता को खो दिया. कोरोना संक्रमण में अनाथ हुए ऐसे बच्चों के लिए प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना शुरू की है. इस योजना के तहत सरकार 597 बच्चों की जिम्मेदारी उठा रही है.

राज्य सरकार उठा रही है जिम्मेदारी

इस योजना के तहत हर बच्चा या उसके संरक्षक को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अर्न्तगत निःशुल्क मासिक राशन दिया जाएगा. इसके अलावा बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाएगी. 9वीं के बाद निजी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को 10 हजार रुपए प्रतिवर्ष की सहायता दी जाएगी. इसके अलावा राज्य सरकार ने इन बच्चों की उच्च शिक्षा की भी जिम्मेदारी ली है. साथ ही बच्चों को प्रति महीने 5 हजार रुपए की सहायता राशि भी सरकार की तरफ से दी जाएगी.

किस जिले में कितने बच्चे मिले ?

इस योजना के तहत पूरे प्रदेशभर में 597 बच्चे मिले हैं जिन्होंने कोरोना के कारण अपने माता-पिता को खो दिया है. सराकारी रिपोर्ट के अनुसार सबसे ज्यादा 39 बच्चे ग्वालियर जिले में मिले हैं. इसके अलावा देवास में 32 और मंदसौर में 29 बच्चे मिले हैं. बालाघाट में 28, खंडवा-इंदौर में 25- 25, सतना में 23, रतलाम में 22 बच्चों ने अपने माता पिता को खोया है. पन्ना में 16, बैतूल, जबलपुर, राजगढ़, छिंदवाड़ा और अलीराजपुर में 15-15 बच्चों ने अपने माता पिता को कोरोना में खो दिया.

देवी के दर पर शिवराज, परिवार के साथ किए सलकनपुर की मां बिजासन के दर्शन

टीकमगढ़, धार, शिवपुरी में 14-14, भिंड, होशंगाबाद जिलों में 11-11, नरसिंहपुर में 10, बुरहानपुर, उज्जैन, शाजापुर, हरदा और सीहोर में 9-9 बच्चों ने अपने माता-पिता को खोया है. सागर, छतरपुर, सागर, दमोह, बड़वानी में ऐसे आठ-आठ अनाथ बच्चे मिले हैं. मुरैना, अनूपपुर, गुना, रायसेन, कटनी में 7-7 बच्चों ने अपने माता-पिता दोनों को कोरोना में खोया है. सीधी, विदिशा, नीमच जिले में 6- 6, निवाड़ी, खरगोन में 5- 5, शहडोल, मंडला, सिंगरौली में 4-4, रीवा, शिवपुरी में 3-3, झाबुआ, उमरिया, अशोकनगर में 2-2 और दतिया में एक बच्चे ने कोरोना से अपने माता-पिता को खोया है.

सरकार निभा रही है अभिभावकों की भूमिका

कोरोना के दौरान अपने माता-पिता को गंवाने वाले बच्चों के लिए अब राज्य सरकार अभिभावकों की भूमिका निभा रही है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोविड-19 से कई परिवारों में बच्चों के माता-पिता की मौत हो गई. ऐसे प्रभावित परिवारों के बच्चों के लिये राज्य सरकार अभिभावक की भूमिका निभा रही है. सरकार अभी भी ऐसे बच्चों की तलाश करवा रही है, जिन्होंने इस महामारी में अपनों को खोया है, ताकि बच्चों को योजना का लाभ दिलाया जा सके.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.