भिंड। मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के बहाल होने के लिए जहां स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सकों को जिम्मेदार ठहराया जाता है. वहीं भिंड जिले के एनो पंचायत में ग्रामवासी खुद स्वास्थ्य सेवाएं नहीं चाहते, कहने को गोहद जनपद के ग्राम एनों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है, लेकिन स्थानीय लोग किसी डॉक्टर को यहां टिकने नहीं देते. ताज़ा मामला शुक्रवार को देखने को मिला जब अस्पताल के प्रभारी और मेडिकल ऑफिसर डॉ. देवेंद्र सिंह गुर्जर पर एक युवा मामूली बात पर लाठी लेकर दौड़ा और उनपर हमला कर दिया.
कपड़ों पर गिर रहा था युवक के मुंह में भरा गुटका: पीड़ित डॉक्टर देवेंद्र ने बताया कि वे एंडोरी थाना क्षेत्र अंतर्गत एनों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मेडिकल ऑफिसर हैं और स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी हैं. गांव का एक युवक रोहित तोमर शुक्रवार दोपहर उनके पास आया था जिसने मुंह में गुटका दबा रखा था. बातचीत में उसके मुंह से गुटका उनके मुंह पर आ रहा था, तो उन्होंने उसे टोकते हुए कह दिया कि अस्पताल परिसर में गुटका खा कर ना आया करे. उनकी बात पर भड़कते हुए युवक बाहर निकल गया.
गुटखे की टीस में लाठी लेकर आए आरोपी ने की मारपीट: डॉक्टर देवेंद्र का कहना था कि अस्पताल परिसर में बने सरकारी क्वार्टर पर स्थानीय लोगों ने कब्जा कर रखा था. जिसे हमने खाली करने के लिए लेटर दिया था, चूंकि अस्पताल परिसर में कुछ निर्माण कार्य चल रहा है जिसके लिए निर्माण सामग्री को उस सरकारी क्वार्टर में रखवाने के लिए ताला खोला तो पता चला की कब्जा करने वाले लोगों का सामान अब भी रखा हुआ था, जिसको लेकर जब बात की तो गई तो उस परिवार की महिला बदतमीजी करने लगी. इसी बीच गुटके वाला युवक रोहित वहां आ गया और बहस करने लगा, जब बात ज्यादा बढ़ गयी तो वह लाठी लेकर आया और उसने डॉक्टर देवेंद्र सिंह गुर्जर से मारपीट कर दी.
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मारपीट से आहत डॉक्टर ने दर्ज कराई FIR: अस्पताल स्टाफ ने लाठी लेकर दौड़ते आरोपी युवक का वीडियो बना लिया. इसके बाद घटना से आहत पीड़ित डॉक्टर देवेंद्र सिंह ने एंडोरी थाने पहुंचकर आरोपी रोहित तोमर के खिलाफ 353 समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कराया. पीड़ित डॉक्टर देवेंद्र का कहना है कि महिला से ज्यादा कुछ बात भी नहीं हुई थी लेकिन आरोपी रोहित गुटके को लेकर मारपीट करने आया था.
बेवजह मेडिकल स्टाफ को परेशान करते हैं स्थानीय लोग: डॉक्टर देवेंद्र ने बताया कि यह कोई पहला मौका नहीं है, इससे पहले भी इस गांव के लोग मेडिकल स्टाफ को परेशान करते आए हैं. कोविड वैक्सिनेशन के दौरान भी आयी स्वास्थ्य विभाग की टीम के सदस्यों के गांव वालों ने कपड़े और अंडरवियर तक चोरी कर लिए थे. टीम के सदस्यों को आखिर में तोलिया लपेट कर वापस जाना पड़ा था. इन स्थितियों में कौन डॉक्टर यहां काम करना चाहेगा. उन्होंने कहा कि जल्द वे इन परिस्थियां को लेकर गोहद एसडीएम को भी ज्ञापन सौंपेंगे.
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