अनूपपुर। अयोध्या में श्री राम के भव्य मंदिर के उद्घान को लेकर पूरे में देश में खुशी का वातावरण है. वहीं, मध्यप्रदेश सरकार ने राम वन गमन पथ के विकास का ऐलान किया है. राज्य सरकार ने कई साल पहले घोषणा की थी कि मध्य प्रदेश के तमाम स्थलों को जोड़ने के लिए प्रारूप और न्यास बनाया जाएगा. लेकिन उस पर आज तक अमल नहीं हो पाया. मध्य प्रदेश सरकार ने एक बार फिर राम वन गमन पथ के विकास को लेकर तैयारी शुरू कर दी है.
यहां आए थे भगवान राम : अनूपपुर जिले के कोतमा तहसील अंतर्गत जनपद पंचायत अनूपपुर की ग्राम पंचायत खोड़री स्थित पवित्र स्थल सीतामढ़ी भी राम वन गमन पथ के मार्ग में प्रसिद्ध है. मान्यता है कि भगवान श्री राम अपने वनवास के दौरान अनूपपुर जिले के कोतमा तहसील स्थित सीतामढ़ी आए थे. इसके बाद यहां से छत्तीसगढ़ राज्य की ओर चले गए. सीतामढ़ी मंदिर के पुजारी नरेंद्र तिवारी ने बताया कि यहां पर राम वन गमन स्थलों की जो सूची है, उसमे 73वें नंबर पर सीतामढ़ी प्रदर्शित है. मान्यता है कि ये मंदिर भगवान राम के जन्मकाल त्रेतायुग से है.
![Anuppur district Sitamarhi at Ram Van Gaman Path](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/18-01-2024/mp-apr-02-16-mp10066_18012024165700_1801f_1705577220_684.jpg)
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अनूपपुर कलेक्टर ने किया निरीक्षण : इस मंदिर के बारे में गांव के लोग बताते हैं कि यहां भगवान प्रभु श्री राम के चरण कमल के निशान व स्वयंभू शिवलिंग मौजूद हैं. कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने राम वन गमन पथ के ग्राम पंचायत खोडरी स्थित पवित्र स्थल सीतामढ़ी का निरीक्षण किया. मंदिर के पुजारी ने मांग की है कि मंदिर प्रांगण में पहुंच मार्ग तथा बिजली नहीं है. कलेक्टर ने मंदिर परिसर में विद्यमान राम वन पथ गमन के नक्शे का भी अवलोकन किया. बता दें कि सीतामढ़ी आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है.