ग्वालियर। मध्य प्रदेश में कोरोना एक बार फिर विकराल रूप लेकर डराने लगा है. प्रदेश में कोविड 19 के मरीजों की संख्या ने एक बार से इजाफा देखने को मिल रहा है. ग्वालियर चंबल अंचल में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका तेज होती जा रही है, इसका असर अब बच्चों पर साफ तौर पर दिखाई दे रहा है. ग्वालियर में दो महीने बाद एक साथ कोरोना के चार संक्रमित मरीज मिले हैं. इनमें से तीन बच्चे हैं, जिनकी उम्र 11 से 17 साल के बीच की बताई जा रही है. इससे शहर में खौफ पैदा हो गया है. अब ऐसे में सबसे बड़ी चिंता यह सताने लगी है कि कहीं इस बार कोरोना संक्रमण बच्चों को अपनी चपेट में ना लेता चला जाए.
डॉक्टरों की निगरानी में हैं सभी संक्रमित
कोरोना संक्रमित मरीज इस समय डॉक्टरों की निगरानी में हैं. चार नए संक्रमित जिनमें से पॉजिटिव आए दो बच्चे सगे भाई हैं, इनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली है. वहीं तीसरा बच्चा परिवार के साथ मुंबई से लौटा है. चौथा संक्रमित 19 साल का स्टूडेंट है, जो दिल्ली से कराटे टूर्नामेंट खेलकर लौटा है. स्वास्थ विभाग की टीम संक्रमित बच्चों की ट्रेवल्स और कॉन्टैक्ट तलाश कर रही है. इसके बाद बीते 2 दिन में ये चारो जिस जिससे संपर्क में आए हैं उनकी भी सैंपलिंग कराई जाएगी.
ग्वालियर में कोरोना के 6 एक्टिव केस
जिले में एक साथ कोरोना के 4 नए केस आते ही अब एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 6 हो गई हैं. इससे पहले 2 कोरोना संक्रमित कुछ दिन पहले ही मिले हैं. ऐसे में अब लगातार कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसका सबसे बड़ा कारण यह देखने को मिल रहा है कि लोग अब भी कोरोना संक्रमण को लेकर गंभीर नहीं है. बाजारों में काफी भीड़-भाड़ होने के बावजूद लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे और मास्क भी सही तरीके से चेहरे पर नहीं लगा रहे. कोरोना संक्रमण का खतरा इससे काफी बढ़ गया है.
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आज से 50 फीसदी क्षमता के साथ चलेंगी यात्री बसें
लगातार बढ़ रहे कोरोना के आंकड़े को लेकर जिला प्रशासन अब सख्त होता नजर आ रहा है. आज से ग्वालियर इंटर स्टेट बस स्टैंड से अलग-अलग राज्यों के लिए जाने वाली बसों की क्षमता पचास फीसदी रहेगी. इसके साथ ही बस में हर यात्री को मास्क लगाना अनिवार्य रहेगा और बस में सवार होने से पहले सबकी थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी. वहीं अगर इसमें कोई भी लापरवाही सामने आती है तो बस संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.