MP उपचुनाव और 2023 की जंग की तैयारी, कांग्रेस को अपने नेताओं की उम्र न पड़ जाए भारी, देखिए उम्र का चुनावी गणित

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Published : Sep 20, 2021, 6:09 PM IST

Updated : Sep 20, 2021, 7:59 PM IST

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बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों के बीच उपचुनाव और विधानसभा चुनाव की जंग जीतने की होड़ लगी है. दोनों ही पार्टियां अपने अपने वोट बैंक को साधने की कोशिश में हैं. कांग्रेस की नजर आदिवासी वोट पर है तो बीजेपी 27 फीसदी आरक्षण देने के जरिए ओबीसी को लुभाना चाहती है. सोशल मीडिया पर भी खासा जोर दिया जा रहा है. संगठन की मजबूती के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन इस सब के बीच कांग्रेस को जो कमी खल रही है वो है उसके नेताओं की उम्र. इस मामले में कांग्रेस, बीजेपी से बूढ़ी दिखाई देती है.

भोपाल. मध्य प्रदेश में विधान सभा चुनाव भले ही 2023 में हैं (MP Assembly Election 2023) लेकिन इसकी बिसात अभी से बिछने लगी है. उपचुनावों को इसका लिटमस टेस्ट माना जा रहा है. इसे लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों के बीच उपचुनाव और विधानसभा चुनाव की जंग जीतने की होड़ लगी है. दोनों ही पार्टियां अपने अपने वोट बैंक को साधने की कोशिश में हैं. कांग्रेस की नजर आदिवासी वोट पर है तो बीजेपी 27 फीसदी आरक्षण देने के जरिए ओबीसी को लुभाना चाहती है. सोशल मीडिया पर भी खासा जोर दिया जा रहा है. संगठन की मजबूती के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन इस सब के बीच कांग्रेस को जो कमी खल रही है वो है उसके नेताओं की उम्र. इस मामले में कांग्रेस, बीजेपी से बूढ़ी दिखाई देती है. बीजेपी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए उसे 'बूढ़ी' बताया है, जिसपर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस की सक्रियता से बीजेपी घबरा गई है इसलिए अनापशनाप बयानबाजी कर रही है.

  • पंजाब में कांग्रेस चुनाव से पहले ही बंट गई है। पंजाब को लेकर @INCIndia नेतृत्व ने जिस तरह का फैसला लिया है वो #आत्मघाती साबित होगा। वहां कांग्रेस ने अपने स्थापित नेता @capt_amarinder को हटाया है, उनका ही जनाधार और समर्थन था।@BJP4MP #CharanjitSinghChanni #NavjotSinghSidhu pic.twitter.com/vzF0kYNEX5

    — Bhuppendra Siingh (@bhupendrasingho) September 20, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कांग्रेस के बड़े नेता 65 से 75 के बीच
यूं तो राजनीति में उम्र कोई बाधा नहीं होती, जब तक नेताजी को जन समर्थन मिलता रहता है वह सियासत करता है. हालांकि पिछले दिनों में यह परिपाटी बदली है. अब नेताओं की उम्र को लेकर भी सियासत होने लगी है. बीजेपी में जहां चुनावों में 70 पार से नेताओं को टिकट न देने के कई मामले सामने आए वहीं पार्टी ने अपने दूसरे उम्रदराज नेताओं को मार्गदर्शक मंडल में भेज सक्रीय राजनीति से अलग कर दिया. हालांकि कांग्रेस में भी ऐसी मांग उठती रही है लेकिन फैसला नहीं हो सका. मध्य प्रदेश में बीजेपी की मौजूदा लीडरशिप कांग्रेस के मुकाबले थोड़ी युवा कही जा सकती है क्योंकि कांग्रेस के जो बड़े नेता हैं उनकी उम्र लगभग 65 से 75 साल के करीब है, जबकि बीजेपी में मौजूद नेताओं की उम्र 60 से 65 साल के बीच है.

  • कांग्रेस ने केवल बांटने की राजनीति की है,जो अब देश में नहीं चलेगी। भारत में केवल अब विकास की राजनीति चलेगी। @INCIndia के पास विकास के नाम पर बोलने के लिए कुछ नहीं है। मप्र में जब कांग्रेस की सरकार थी तब @digvijaya_28 जी कहते थे कि मैनेजमेंट से चुनाव जीता जाता है विकास से नहीं। pic.twitter.com/CUNOtigjHw

    — Bhuppendra Siingh (@bhupendrasingho) September 20, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
  • वीडी शर्मा जी , अंतर्राष्ट्रीय झूठे व्यक्ति का ख़िताब सिर्फ़ और सिर्फ़ मोदी जी के पास है , वो ख़िताब कोई भी उनसे नही ले सकता है।

    आपने आज मोदी जी से पंगा ले लिया है , आपके सीएम इन वेटिंग में अब आज से नंबर कम हो जाएँगे…

    — Narendra Saluja (@NarendraSaluja) September 19, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बूढ़े हो चुके हैं कांग्रेस के ज्यादातर नेता
मप्र कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, कांतिलाल भूरिया , सुरेश पचौरी, अजय सिंह राहुल जैसे नेताओं का नाम शामिल है. इन सभी की उम्र 65 से 75 साल के बीच हो चुकी है. दिग्विजय सिंह 28 फरवरी 1947 को जन्मे थे जो अब 74 साल के हो चुके हैं. पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ 75 साल के हैं उनका जन्म 18 नवंबर 1946 को हुआ था. आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया एक जून 1950 को जन्मे जो 71 साल के हैं. इसी तरह पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी 69 वर्ष हैं. पूर्व नेता प्रतिपक्ष रहे अजय सिंह राहुल का जन्म 23 सितंबर 1955 को हुआ था वे अब 66 साल के हो गए हैं.

कांग्रेस के मुकाबले बीजेपी थोड़ी युवा
मध्य प्रदेश बीजेपी के बड़े नेताओं में शुमार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमार, वीडी शर्मा, नरोत्तम मिश्रा जैसे नाम शामिल हैं. इनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की 62 साल के हैं उनका जन्म 5 मार्च 1959 को हुआ था. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का जन्म 12 जून 1957 को हुआ था उनकी उम्र 64 साल है. इसी तरह बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय 13 मई 1956 को जन्मे थे जो अब 65 साल के हैं. प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा 15 अप्रैल 1960 को जन्मे जो अब 61 साल के हैं. केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल 61 वर्ष के हैं उनका जन्म 28 जून 1960 को हुआ था. बीजेपी के नेताओं की उम्र कांग्रेस के नेताओं के मुकाबले कुछ कम है, ऐसे में दोनों दलों के नेताओं की उम्र का यह अंतर दिखाता है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस, बीजेपी के मुकाबले बूढ़ी है. ऐसे में माना जा रहा है कि 2023 के विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस नेताओं की उम्र को लेकर कोई गाइडलाइन तय कर सकती है.

कांग्रेस की सक्रियता से घबराई बीजेपी

भाजपा द्वारा मप्र कांग्रेस को बूढ़ी कहे जाने पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है. कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश में कांग्रेस की सक्रियता से बीजेपी घबरा गई है. कांग्रेस प्रवक्ता अजय सिंह ने कांग्रेस के नेताओं को बूढ़ा बताने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उम्र का भी जिक्र करते हुए कहा कि मोदी भी तो 72 साल के हैं. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में जगह जगह भाजपा का विरोध हो रहा है जिससे बीजेपी घबराई हुई है. भाजपा के लोग कांग्रेस की गतिविधियां और उसकी सक्रीयता देखकर घबरा गए हैं इसलिए अनर्गल बातें कर रहे हैं.

Last Updated :Sep 20, 2021, 7:59 PM IST
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