भोपाल। प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली (mp assembly congress hungama and walkout) को लेकर विधानसभा में आज भी कांग्रेस ने हंगामा हुआ. प्रश्नकाल खत्म होते ही कांग्रेस विधायकों ने पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा उठाया और चर्चा की मांग की. इसके बाद कांग्रेस ने सदन से वॉक आउट कर दिया. कांग्रेस के सीनियर विधायक और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि जब राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन बहाली हो चुकी तो प्रदेश में भी पुरानी पेंशन बहाली की जानी चाहिए.
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विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष होने के बाद भी सदन में नहीं आने की बात कहकर कमलनाथ जी लोकतंत्र का मखौल उड़ा रहे हैं।
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) March 15, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
सदन का बहिष्कार करना और हंगामा करना कांग्रेस के दिवालियापन का संकेत है। असल में कांग्रेस का सूरज अब अस्ताचल की ओर है।@BJP4MP @OfficeOfKNath pic.twitter.com/RrEmN1vtAV
">विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष होने के बाद भी सदन में नहीं आने की बात कहकर कमलनाथ जी लोकतंत्र का मखौल उड़ा रहे हैं।
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) March 15, 2022
सदन का बहिष्कार करना और हंगामा करना कांग्रेस के दिवालियापन का संकेत है। असल में कांग्रेस का सूरज अब अस्ताचल की ओर है।@BJP4MP @OfficeOfKNath pic.twitter.com/RrEmN1vtAVविधानसभा में नेता प्रतिपक्ष होने के बाद भी सदन में नहीं आने की बात कहकर कमलनाथ जी लोकतंत्र का मखौल उड़ा रहे हैं।
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) March 15, 2022
सदन का बहिष्कार करना और हंगामा करना कांग्रेस के दिवालियापन का संकेत है। असल में कांग्रेस का सूरज अब अस्ताचल की ओर है।@BJP4MP @OfficeOfKNath pic.twitter.com/RrEmN1vtAV
नए विधायकों से नराज हुए विधानसभा अध्यक्ष
मध्यप्रदेश विधानसभा में महिला और नए विधायकों के लेकर किए गए नवाचार में रूचि ही नहीं दिखाई. जिसे लेकर नाराजगी जताते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कड़ी आपत्ति जताई है. प्रदेश विधानसभा में शुरू किए गए इस नवाचार के तहत महिला विधायकों और पहली बार के विधायकों को ही सवाल पूछने का मौका दिया गया था, लेकिन सवाल लगाने के बाद भी आधा दर्जन से ज्यादा महिला और नए विधायक विधानसभा में सवाल पूछने के लिए उपस्थिति ही नहीं हुए.
प्रश्नकाल में 7 महिला विधायकों ने सवाल लगाए थे, इन्हें सबसे पहले प्रश्न पूछने का मौका दिया गया. इन विधायकों में कांग्रेस विधायक नंदनी मरावी, चंद्रभागा किराड़े, हिना कावरे, लीना जैन, राम बाई, झूमा सोलंकी, कल्पना वर्मा ने प्रश्नकाल में अपने सवाल पूछे. इसके अलावा बाकी 18 प्रश्न पूछने का मौका पहली बार चुनकर आए विधायकों को दिया गया. इस दौरान स्थिति यह रही की आधा दर्जन नए विधायक सवाल पूछने के लिए सदन में मौजूद ही नहीं थे. इन विधायकों का सवाल आने पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने इनका नाम पुकारा लेकिन यह विधायक सदन में उपस्थित ही नहीं थे.
विधानसभा अध्यक्ष ने जताई कड़ी नाराजगी
नए विधायकों को प्रश्नकाल में सवाल पूछने का मौका दिए जाने के बाद भी इनके सदन से अनुपस्थित रहने पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कड़ी नाराजगी जताई है. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि 6- 7 विधायक अनुपस्थित रहे यह बेहद चिंता की बात है. विधानसभा मैं प्रश्नकाल के दौरान सदन से अनुपस्थित रहने वाले विधायकों में कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला, बीजेपी विधायक राकेश गिरी, शरद कोल, पहाड़ सिंह कन्नौज, सिद्धार्थ शुक्ला, लाल कुशवाहा शामिल हैं