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MP विधानसभा के नवाचार में नए विधायकों को इंटरेस्ट नहीं, सवाल पूछने ही नहीं पहुंचे 18 MLA

प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली (mp assembly congress hungama and walkout) को लेकर विधानसभा में आज भी कांग्रेस ने हंगामा हुआ. प्रश्नकाल खत्म होते ही कांग्रेस विधायकों ने पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा उठाया और चर्चा की मांग की.

congress hungama and walkout
एमपी विधानसभा में हंगामा
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Published : Mar 15, 2022, 1:58 PM IST

Updated : Mar 15, 2022, 3:29 PM IST

भोपाल। प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली (mp assembly congress hungama and walkout) को लेकर विधानसभा में आज भी कांग्रेस ने हंगामा हुआ. प्रश्नकाल खत्म होते ही कांग्रेस विधायकों ने पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा उठाया और चर्चा की मांग की. इसके बाद कांग्रेस ने सदन से वॉक आउट कर दिया. कांग्रेस के सीनियर विधायक और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि जब राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन बहाली हो चुकी तो प्रदेश में भी पुरानी पेंशन बहाली की जानी चाहिए.

  • विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष होने के बाद भी सदन में नहीं आने की बात कहकर कमलनाथ जी लोकतंत्र का‌ मखौल उड़ा रहे हैं।

    सदन का बहिष्कार करना और हंगामा करना कांग्रेस ‌के दिवालियापन का संकेत है। असल में कांग्रेस का सूरज अब अस्ताचल की ओर है।@BJP4MP @OfficeOfKNath pic.twitter.com/RrEmN1vtAV

    — Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) March 15, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
प्रश्नकाल के बाद उठाया मुद्दाप्रश्नकाल समाप्त होते ही शून्यकाल में कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली की मांग उठाई. सज्जन वर्मा ने कहा कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन बहाली हो गई है, मध्य प्रदेश सरकार भी पुरानी पेंशन बहाली का आदेश जारी करे. कांग्रेस के अन्य सदस्यों ने भी उनकी मांग का समर्थन किया. कांग्रेस के सदस्य इस पर चर्चा चाहते थे. इसको लेकर सदन में भारी शोर शराबा और हंगामा हुआ. अध्यक्ष ने कार्यवाही को आगे बढ़ाने को कहा जिसके बाद कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया. कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने प्रदेश में कर्मचारियों की 2005 के पहले की पेंशन लागू करने, आंगनबाड़ी कर्मचारियों का पे स्केल बढ़ाने और स्मार्ट सिटी का मुद्दा भी उठाया.

नए विधायकों से नराज हुए विधानसभा अध्यक्ष
मध्यप्रदेश विधानसभा में महिला और नए विधायकों के लेकर किए गए नवाचार में रूचि ही नहीं दिखाई. जिसे लेकर नाराजगी जताते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कड़ी आपत्ति जताई है. प्रदेश विधानसभा में शुरू किए गए इस नवाचार के तहत महिला विधायकों और पहली बार के विधायकों को ही सवाल पूछने का मौका दिया गया था, लेकिन सवाल लगाने के बाद भी आधा दर्जन से ज्यादा महिला और नए विधायक विधानसभा में सवाल पूछने के लिए उपस्थिति ही नहीं हुए.

प्रश्नकाल में 7 महिला विधायकों ने सवाल लगाए थे, इन्हें सबसे पहले प्रश्न पूछने का मौका दिया गया. इन विधायकों में कांग्रेस विधायक नंदनी मरावी, चंद्रभागा किराड़े, हिना कावरे, लीना जैन, राम बाई, झूमा सोलंकी, कल्पना वर्मा ने प्रश्नकाल में अपने सवाल पूछे. इसके अलावा बाकी 18 प्रश्न पूछने का मौका पहली बार चुनकर आए विधायकों को दिया गया. इस दौरान स्थिति यह रही की आधा दर्जन नए विधायक सवाल पूछने के लिए सदन में मौजूद ही नहीं थे. इन विधायकों का सवाल आने पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने इनका नाम पुकारा लेकिन यह विधायक सदन में उपस्थित ही नहीं थे.

विधानसभा अध्यक्ष ने जताई कड़ी नाराजगी
नए विधायकों को प्रश्नकाल में सवाल पूछने का मौका दिए जाने के बाद भी इनके सदन से अनुपस्थित रहने पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कड़ी नाराजगी जताई है. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि 6- 7 विधायक अनुपस्थित रहे यह बेहद चिंता की बात है. विधानसभा मैं प्रश्नकाल के दौरान सदन से अनुपस्थित रहने वाले विधायकों में कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला, बीजेपी विधायक राकेश गिरी, शरद कोल, पहाड़ सिंह कन्नौज, सिद्धार्थ शुक्ला, लाल कुशवाहा शामिल हैं

भोपाल। प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली (mp assembly congress hungama and walkout) को लेकर विधानसभा में आज भी कांग्रेस ने हंगामा हुआ. प्रश्नकाल खत्म होते ही कांग्रेस विधायकों ने पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा उठाया और चर्चा की मांग की. इसके बाद कांग्रेस ने सदन से वॉक आउट कर दिया. कांग्रेस के सीनियर विधायक और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि जब राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन बहाली हो चुकी तो प्रदेश में भी पुरानी पेंशन बहाली की जानी चाहिए.

  • विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष होने के बाद भी सदन में नहीं आने की बात कहकर कमलनाथ जी लोकतंत्र का‌ मखौल उड़ा रहे हैं।

    सदन का बहिष्कार करना और हंगामा करना कांग्रेस ‌के दिवालियापन का संकेत है। असल में कांग्रेस का सूरज अब अस्ताचल की ओर है।@BJP4MP @OfficeOfKNath pic.twitter.com/RrEmN1vtAV

    — Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) March 15, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
प्रश्नकाल के बाद उठाया मुद्दाप्रश्नकाल समाप्त होते ही शून्यकाल में कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली की मांग उठाई. सज्जन वर्मा ने कहा कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन बहाली हो गई है, मध्य प्रदेश सरकार भी पुरानी पेंशन बहाली का आदेश जारी करे. कांग्रेस के अन्य सदस्यों ने भी उनकी मांग का समर्थन किया. कांग्रेस के सदस्य इस पर चर्चा चाहते थे. इसको लेकर सदन में भारी शोर शराबा और हंगामा हुआ. अध्यक्ष ने कार्यवाही को आगे बढ़ाने को कहा जिसके बाद कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया. कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने प्रदेश में कर्मचारियों की 2005 के पहले की पेंशन लागू करने, आंगनबाड़ी कर्मचारियों का पे स्केल बढ़ाने और स्मार्ट सिटी का मुद्दा भी उठाया.

नए विधायकों से नराज हुए विधानसभा अध्यक्ष
मध्यप्रदेश विधानसभा में महिला और नए विधायकों के लेकर किए गए नवाचार में रूचि ही नहीं दिखाई. जिसे लेकर नाराजगी जताते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कड़ी आपत्ति जताई है. प्रदेश विधानसभा में शुरू किए गए इस नवाचार के तहत महिला विधायकों और पहली बार के विधायकों को ही सवाल पूछने का मौका दिया गया था, लेकिन सवाल लगाने के बाद भी आधा दर्जन से ज्यादा महिला और नए विधायक विधानसभा में सवाल पूछने के लिए उपस्थिति ही नहीं हुए.

प्रश्नकाल में 7 महिला विधायकों ने सवाल लगाए थे, इन्हें सबसे पहले प्रश्न पूछने का मौका दिया गया. इन विधायकों में कांग्रेस विधायक नंदनी मरावी, चंद्रभागा किराड़े, हिना कावरे, लीना जैन, राम बाई, झूमा सोलंकी, कल्पना वर्मा ने प्रश्नकाल में अपने सवाल पूछे. इसके अलावा बाकी 18 प्रश्न पूछने का मौका पहली बार चुनकर आए विधायकों को दिया गया. इस दौरान स्थिति यह रही की आधा दर्जन नए विधायक सवाल पूछने के लिए सदन में मौजूद ही नहीं थे. इन विधायकों का सवाल आने पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने इनका नाम पुकारा लेकिन यह विधायक सदन में उपस्थित ही नहीं थे.

विधानसभा अध्यक्ष ने जताई कड़ी नाराजगी
नए विधायकों को प्रश्नकाल में सवाल पूछने का मौका दिए जाने के बाद भी इनके सदन से अनुपस्थित रहने पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कड़ी नाराजगी जताई है. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि 6- 7 विधायक अनुपस्थित रहे यह बेहद चिंता की बात है. विधानसभा मैं प्रश्नकाल के दौरान सदन से अनुपस्थित रहने वाले विधायकों में कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला, बीजेपी विधायक राकेश गिरी, शरद कोल, पहाड़ सिंह कन्नौज, सिद्धार्थ शुक्ला, लाल कुशवाहा शामिल हैं

Last Updated : Mar 15, 2022, 3:29 PM IST
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