ETV Bharat / city

अंधविश्वास का खेल: नमक के ढेर में गाड़े दो बच्चों के शव, फिर जिंदा करने के लिए 2 घंटे की पूजा

author img

By

Published : Sep 21, 2021, 10:41 PM IST

अंधविश्वास का खेल
अंधविश्वास का खेल

राजधानी भोपाल (Bhopal) में अंधविश्वास (Blind Faith) का खेल देखने को मिला. जहां नदी में डूबे दो बच्चों (Two Children Drowned) को दोबारा जिंदा करने के लिए परिजन ने उनके शव को नमक के ढेर में दफना दिया. जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस (Bhopal Police) और एसडीएम (SDM) ने स्थिति को संभाला. इसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम (Postmortem) के लिए भेजा.

भोपाल(Bhopal)। 21वीं सदी में भी लोगों के जहन में अंधविश्वास (Blind Faith) कितना हावी है, इसकी बानगी राजधानी भोपाल के ईंटखेड़ी इलाके में देखने को मिली. जहां दो बच्चों की डूबने (Two Children Drowned) से मौत हो गई. मृत बच्चों को वापस जिंदा करने के लिए परिजनों ने नमक के ढेर में उनके शव दफना दिए. उनको लगता था कि ऐसा करने से बच्चे दोबारा जिंदा हो जाएंगे. मामले की जानकारी मिलने के बाद एसडीएम (SDM) और पुलिस मौके पर पहुंची. बच्चों के परिजनों और ग्रामीणों को काफी समझाने के बाद शव को पोस्टमार्टम (Postmortem) के लिए अस्पताल भेजा गया. इस दौरान काफी तनाव की स्थिति भी बन गई थी.

ऐसे शुरू हुआ अंधविश्वास का खेल

डॉक्टर्स ने दो बच्चों को मृत घोषित कर दिया था. जिसके बाद परिजन का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था. इस बीच एक बुजुर्ग ने लोगों को बताया कि डूबने से हुई मौत के बाद अगर शव को नमक में रख दिया जाए, तो वह जिंदा हो जाता है. इसी अंधविश्वास में लोगों ने दोनों मृत बच्चों को नमक से ढंक दिया. लेकिन जैसे ही इसकी सूचना पुलिस और एसडीएम को लगी, तो वह तत्काल मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा.

नदी के पास खेलते वक्त हादसा

अंधविश्वास के आपने बहुत से मामले सुने होंगे, लेकिन भोपाल के पास बसे बेरसिया के ईंटखेड़ी गांव में एक अलग ही मामला सामने आया. यहां हलाली नदी में तीन बच्चे डूब गए थे, जिनमें से दो की मौत हो गई थी. जबकि एक की हालत गंभीर बनी हुई है. जानकारी के मुताबिक, तीनों बच्चे खेलते-खेलते नदी के पास पहुंचे थे. जिसके बाद यह हादसा हो गया. इस दौरान बैरसियों की ओर जा रही बस में बैठे यात्रियों ने बच्चों को डूबता देखा था. जिसके बाद ग्रामीणों की मदद से उन्हें बाहर निकाला गया. संजीवनी अस्पताल में डॉक्टर्स ने दो बच्चों को मृत घोषित कर दिया था. एक की हालत गंभीर बताई थी.

जानिए कहां हुई अंधेरे में जनसुनवाई, कलेक्टर ऑफिस में ही कई बार गुल हुई बत्ती, लोग परेशानी बताते रहे अधिकारी बैठे रहे, VIDEO देखें

तीनों बच्चों की उम्र 6 से 8 साल

तीनों बच्चों की उम्र 6 से 8 साल बताई जा रही है. एक ईटखेड़ी निवासी जैकी परिहार ड्राइवर का कार्य करने वाले का बच्चा था. दूसरा मजदूर मोहन माली का लड़का था. तीसरा राधेश्याम माली का बच्चा है, जो गंभीर हालत में आरोग्य निधि हॉस्पिटल में भर्ती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.