दमोह। हिंदू छात्राओं को हिजाब पहना कर उनका पोस्टर टांगे जाने से शुरू हुआ विवाद अब विभिन्न विभागों और जांच की गहरी गलियों में उलझ गया है. धर्मांतरण जैसे संगीन आरोप झेल रहे गंगा-जमुना स्कूल के संचालकों की मुसीबतें लगातार बढ़ती जा रही हैं. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के एनआईए को सौंपी जा सकती है मामले की जांच, वाले बयान के बाद आज स्टेट जीएसटी की सागर टीम ने गंगा जमुना दाल मिल पर छापा मारा है. इसी टीम के कुछ अधिकारियों ने गंगा जमुना की कपड़ा प्रोडक्शन यूनिट पर छापा मारकर जांच शुरू की.
संचालकों के सभी फर्म पर छापा: वहीं दूसरी तरफ कलेक्टर मयंक अग्रवाल के आदेश पर डिप्टी कलेक्टर अभिषेक ठाकुर ने पुलिस टीम के साथ दस्तावेजों की जांच शुरू की. इसके अलावा एसडीएम गगन विशेन ने एक टीम के साथ गंगा जमुना ट्रेडिंग के कृषि उपज मंडी स्थित ऑफिस में छापा मारकर दस्तावेज खंगाले. जबकि वन विभाग की टीम ने गंगा जमुना बीड़ी फर्म पर तेंदूपत्ता खरीदी, बीड़ी निर्माण कार्य व उससे जुड़े श्रमिकों, प्रति सप्ताह बनने वाली बीड़ी की संख्या, मजदूरों को किए जाने वाले भुगतान आदि की जांच पड़ताल शुरू की. एक साथ कई फर्मों पर छापामार कार्रवाई होने के बाद संभावना व्यक्त की जा रही है कि बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां मिल सकती हैं. हालांकि इतने दिन बाद छापेमारी होने का फायदा भी गंगा जमुना फर्म के संचालकों ने उठा लिया होगा. उन्होंने अपने दस्तावेजों में फेरबदल कर दी हो.
प्रशासन पूरी तरह सतर्क: विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर होने के बाद गंगा जमुना फर्म के सभी संचालक भूमिगत हो गए हैं. वहीं राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो के ट्वीट करने के बाद जिला एवं पुलिस प्रशासन सकते में आ गया. प्रियंक कानूनगो ने ट्वीट किया था कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी संख्या में जुलूस निकाल सकते हैं. इसके बाद पुलिस महकमा पूरी तरह सतर्क हो गया व रात से ही मुस्लिम समाज की होने वाली गतिविधियों एवं बैठकों पर नजर रखी गई. हालांकि समाज के लोगों ने इस तरह की खबरों का खंडन किया. जिसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली और जुलूस नहीं निकाला गया.
क्या है पूरा मामला: बता दें 31 मई को दमोह के गंगा-जमुना स्कूल के एक पोस्टर में हिंदू लड़कियों को हिजाब में दिखाया गया था. पोस्टर सामने आने बाद मामला गरमा गया था. मामले में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तुरंत जांच के आदेश दिए थे. वहीं स्कूल प्रशासन ने भी तुरंत पोस्टर हटवा दिया था. हालांकि इसी बीच स्कूल में तीन शिक्षिकाओं द्वारा धर्मांतरण का भी मामला सामने आया. छात्राओं ने जबरन नमाज पढ़ाने और इस्लाम की प्रार्थना कराने का आरोप लगाया है. जबकि शिक्षिकाओं ने स्वेच्छा से धर्मांतरण करने की बात कही है. गुस्साए हिंदू संगठनों ने डीईओ पर स्याही फेकी थी. गंगा- जमुना स्कूल को लेकर आए दिन हो रहे खुलासे को देखते हुए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने एनआईए द्वारा जांच कराने का संकेत दिए हैं.