ETV Bharat / bharat

MP Cheetah Death Cause: चीता 'उदय' के 'अस्त' का कारण आया सामने! VIDEO मे देखें मौत से पहले कैसे लड़खड़ाया

author img

By

Published : Apr 25, 2023, 8:25 AM IST

Updated : Apr 25, 2023, 10:00 AM IST

MP Cheetah Death Cause
एक माह के अंदर दो नामीबियाई चीतों की मौत

मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क (KNP) में एक माह के अंदर दो नामीबियाई चीतों की मौत से वन विभाग चिंतित है. दो दिन पहले दक्षिण अफ्रीकी चीता 'उदय' की मौत का कारण प्रथम दृष्टया कारण हार्ट फेल बताया गया है. कूनो में फिलहाल 22 चीते हैं. इनको संभालने में मध्यप्रदेश के वन विभाग ने अब हाथ खड़े कर दिए हैं. वन विभाग ने केंद्र सरकार को इस बारे में पत्र लिखा है.

कार्डियो फेल्योर से हुई चीता उदय की मौत

भोपाल/श्योपुर (Agency, PTI)। मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क में नामीबियाई चीतों के संरक्षण के लिए वन विभाग के अफसर 24 घंटे सक्रिय हैं. एक माह के अंदर दो चीतों की मौत ने वन विभाग के अफसरों को परेशान कर रखा है. वन्यजीव के प्रधान मुख्य संरक्षक (पीसीसीएफ) जेएस चौहान का कहना है कि नर चीता का पोस्टमार्टम करने वाले पशु चिकित्सकों की प्रारंभिक जांच के अनुसार उसकी मौत हार्ट फेल से हुई है. उन्होंने कहा कि पोस्टमॉर्टम की पूरी रिपोर्ट का इंतजार है. चीता 'उदय', छह साल की उम्र का था. केएनपी में एक महीने से भी कम समय में मरने वाला ये दूसरा चीता था. इससे पहले मादा चीता, साशा, जिसकी उम्र साढ़े चार साल से अधिक थी, की 27 मार्च को गुर्दे की बीमारी से मृत्यु हो गई थी.

मौत से एक दिन पहले स्वस्थ था चीता : दो दिन पहले एक आधिकारिक विज्ञप्ति में केएनपी के अधिकारियों ने बताया था कि चीता उदय को अपने बाड़े में सुस्त पाया देखा और एक करीबी निरीक्षण से पता चला कि वह लड़खड़ा रहा था. वहीं, शनिवार शाम को किए गए निरीक्षण के अनुसार, उदय स्वस्थ पाया गया था. रविवार की सुबह निरीक्षण के दौरान चिकित्सा दल ने पाया कि चीता बीमार था. एक उचित प्रक्रिया के बाद वन्यजीव पशु चिकित्सकों की सलाह पर चीता को शांत किया गया और उपचार किया गया. विज्ञप्ति में कहा गया था कि चीते का इलाज वन्यजीव चिकित्सकों की निगरानी में किया गया था और उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था, लेकिन शाम करीब चार बजे उसकी मौत हो गई.

Also Read: ये खबर भी पढ़ें...

कूनो में अभी कुल 22 चीते : बता दें कि चीता प्रोजेक्ट के तहत दक्षिण अफ्रीका के नामीबिया से पिछले साल सितंबर माह में 8 चीतों को कूनो नेशनल पार्क में लाया गया था. इसके बाद 12 और चीते दूसरी किस्त में कूनो में लाए गए. इस प्रकार 20 नामीबियाई चीते कूनो में हैं. हाल ही में एक चीता ने 4 बच्चों को जन्म दिया तो इनकी संख्या कुल 24 हो गई, लेकिन 2 चीतों की मौत के बाद अब कूनो में कुल 22 चीते हैं. दो चीतों की मौत से भारत के चीता प्रोजेक्ट को झटका लगा है. बता दें कि भारत में चीतों की प्रजाति 70 साल पहले विलुप्त हो गई थी.

Last Updated :Apr 25, 2023, 10:00 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.