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छात्रों की फीस, अफसरों की मनमानी, MP Board ऑफिस ने 3 गुना कीमत में खरीदा कंप्यूटर और प्रिंटर, करोड़ों का गड़बड़झाला

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Published : Jul 23, 2023, 7:14 AM IST

Updated : Jul 23, 2023, 7:44 AM IST

एमपी में इस साल पेपर लीक होने के कई मामले सामने आए. सरकार ने ऐसे मामले में कुछ गिरफ्तारियां की और रासुका भी लगाई. साथ ही आगे से पेपर लीक नहीं हो, इसके भी पुख्ता इंतजार शुरू कर दिए लेकिन जिम्मेदारों ने इस आपदा से निपटने के काम में अपने लिए अवसर ढूंढ लिया. जो प्रोडक्ट पेपर लीक रोकने के नाम पर खरीदे जा रहे हैं, उनके लिए तीन गुना कीमत का भुगतान किया जा रहा है. ETV Bharat ने बेहद बारीकी से इस पूरे मामले का एनालिसिस किया तो गड़बड़ी निकलकर सामने आ गई.

MP Board Office Scam
एमपी बोर्ड ऑफिस में घोटाला

भोपाल। एमपी में कक्षा 10वीं-12वीं के पेपर करवाने का काम माध्यमिक शिक्षा मंडल करता है. एक महीने पहले एक मामला सामने आया कि एमपी बोर्ड पेपर लीक रोकने के लिए अब एमपी के 3500 परीक्षा केंद्रों पर एक सेटअप रेडी कर रही है ताकि पेपर तत्काल मेल करें और तत्काल उसके प्रिंट आउट निकालकर स्टूडेंट्स में बांट दिए. इसके लिए तीन चीजें खरीद करने की योजना बनाई. इसमें डेस्कटॉप कंप्यूटर (मॉनीटर, सीपीयू, कीबोर्ड और माउस), फोटोकॉपियर और यूपीएस. इसके लिए अप्रैल 2023 में जैम पोर्टल पर टेंडर अपलोड किए गए. चार कंपनियों ने हिस्सा लिया और भोपाल की एक कंपनी को काम मिल गया, लेकिन टेंडर होने के बाद ही इस मामले में शिकायत की गई. इस शिकायत में बताया गया कि इन चीजों का मार्केट प्राइज से कई गुना अधिक दाम भुगतान किया जा रहा है. इसके बाद कुछ समय के लिए टेंडर को होल्ड किया. लेकिन अब एक बार फिर एक बड़ी बात चली है कि इन सभी चीजों का आर्डर कर दिया गया है और सप्लाई भी होने लगी है.

MP Board Office Scam
आइटम वाइज ऑर्डर

3 गुना अधिक प्राइज में खरीदा गया कंप्यूटर: अब हम आपको बताते हैं कि आखिर इस पूरे टेंडर पर ऊंगलियां क्यों उठ रही हैं. दरअसल इसमें जो डेस्कटॉप कंप्यूटर खरीदा गया है, उसकी कीमत प्रति नग 1.39 लाख रुपए कीमत बताई है. वहीं जो फोटोकॉपियर करीब 1.42 लाख रुपए में खरीदने का एप्रुवल हुआ है. इसके अलावा 0.5 किलोवाॅट वाले यूपीएस को 9500 रुपए में एक नग खरीदा जा रहा है लेकिन तीनों ही कीमत मार्केट प्राइज से लगभग तीन गुना है. कमाल की बात यह है कि इस मामले की शिकायत होने के बाद भी एमपी बोर्ड के अफसरों के हिसाब से उन्होंने एकदम सही किया है. वे शिकायत के बाद भी यह मानने के लिए तैयार नहीं हैं कि उनके द्वारा कोई गलती हुई है लेकिन ईटीवी भारत के पास मौजूद दस्तावेज में यह साफ साबित हो रहा है कि गड़बड़ी कितनी बड़ी है. इस मामले में बोर्ड ऑफिस के संबंधित अधिकारी से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि हम कंपेरिजन चार्ट देंगे, लेकिन नहीं दी गई. अन्य लोगों ने भी बात करने से इंकार कर दिया.

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फोटो कॉपियर स्पेसिफिकेशन

ऐसे समझिए गड़बड़ी को: एमपी बोर्ड ने कुल तीन सामान की खरीदी (परचेजिंग) के लिए टेंडर निकाला. टेंडर नंबर जैम/2023/B/3353674 के माध्यम से यह निविदाएं बुलाई गईं. इसमें 4 वेंडर ने हिस्सा लिया. मजेदार बात यह है कि टेंडर भी दो-दो मिनट के अंतराल में डाले गए हैं. सामान की खरीदी के लिए टेंडर में जो स्पेसिफिकेशन डाले गए हैं, वह खास कंपनी के ही हैं. इसमें दो वेंडर के एक ही कार्यालय में हैं. माशिमं ने जेम पोर्टल पर डायरेक्ट बिड न निकालकर जैम पोर्टल पर ‘बीओक्यू’ (Bills of Quantities) बिड के माध्यम से गवर्मेंट फाइनेंशियल रूल 144(XI) ऑफ GFR 2017 एवं भारत सरकार वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय न्यू दिल्ली के पत्र क्रमांक डीओ नंबर 222/CEO-GEM/2022 दिनांक 8 जुलाई 2022 की अवहेलना कर खरीदी के लिए बिड को जेम पोर्टल पर प्रकाशित की गई थी. इसका उपयोग तब किया जाता है, जब जेम पोर्टल पर खरीदे जाने वाले सामान के कैटलॉग आईडी नहीं हो.

फोटो कॉपियर में ऐसे किया खेल: एमपी बोर्ड ऑफिस ने 13 अप्रैल 2023 को 3500 फोटोकॉपियर खरीदने के लिए निविदा क्रमांक जैम/2023/B/3353674 जैम पोर्टल पर अपलोड की. एमपी बोर्ड ने निविदा में मोनो कंपोनेंट, नो डवलेपर टेक्नोलॉजी का फोटोकॉपियर खरीदने के लिए निविदा प्रकाशित की थी. इस टेक्नोलॉजी का फोटोकॉपियर केवल दो कंपनी केनन और क्यूसेरा ही बनाती है लेकिन इसके अलावा सात कंपनियां और हैं जो डुअल कंपोनेंट टेक्नोलॉजी के फोटोकॉपियर बनाती हैं. इनमें रीको, तोशिबा, जिरॉक्स, कोनिका मिनोल्टा, एचपी आदि शामिल हैं. इन सात कंपनियों में से सभी सात ने इस टेंडर पर आपत्ति लगाई कि इसमें डुअल कंपानेंट के कांफीगिरिशेन वाले फोटोकॉपियर भी शामिल किए जाए ताकि बाकी कंपनियां भी पार्टिसिपेट कर सकें. इनमें से एचपी, रीको, कोनिका मिनोल्टा एवं तोशिबा की आपत्ति का लेटर ETV Bharat के पास मौजूद है.

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आपत्ति लेटर कोनिका का

अब समझिए कि डु़अल और मोनों कंपोनेंट टेक्नोलॉजी में अंतर क्या है?: मोनो कंपाेनेंट के फोटोकॉपियर में यदि कार्टेज का कोई भी पार्ट खराब हो जाता है तो पूरा कार्टेज ही बदलना पड़ता है लेकिन डुअल में केवल वही पार्ट बदला जाता है, जो खराब होता है. एचपी, तोशिबा कंपनी ने जमकर यह मुद्दा उठाया लेकिन एमपी बोर्ड ऑफिस के अफसरों ने डुअल कंपोनेंट वाले फोटोकॉपियर बनाने और बेचने वाली कंपनी को तवज्जो नहीं दी. इतना ही नहीं आरएफ प्रिंटर एक लैंग्वेज होती है, जो कि केवल केनन कंपनी में आती है, इसको भी चेंज नहीं किया गया. इससे सीधे एक कंपनी केनन को फायदा हुआ लेकिन लगातार आपत्ति आई तो इसमें एक चालाकी भरा कदम उठाया गया.

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जैम पर कॉपियर का कांफीगिरिकेशन

जब वेंडर ने टेंडर में पार्टिसिपेट किया तो उसने मोनो कंपोनेंट वाले फोटोकॉपियर के साथ यानी केनन के साथ आब्लिक (/) करके एचपी और शार्प का भी नाम लिख पार्टीसिपेट किया. ऐसा करके उन्होंने आपत्ति लेने वाली कंपनियों में से दो को साध लिया लेकिन इस एक शर्त के कारण रीको, तोशिबा एवं कोनिका मिनोल्टा ने टेंडर में हिस्सा नहीं ले पाए. इसके अलावा एक चालाकी और की गई कि इस टेंडर में निविदाकर्ता के द्वारा फोटोकॉपियर का माॅडल नंबर बिना अंकित किए निविदा भरा गया जबकि फोटोकॉपियर के मामले में मैक एवं मॉडल नंबर डालना अनिवार्य है. ऐसे में जिन चार वेंडर ने टेंडर भरा, उनके टेंडर में दर लोएस्ट आया है, उस नेक्सजेन बिजनेस कंपनी को बिना मॉडल नंबर अंकित किए एवं मोनाे कंपोनेंट के स्थान पर डुअल कंपोनेंट वाले फोटो कॉपियर का भी बिना जांचे क्रयादेश जारी कर दिया गया.

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कॉपियर की जैम पर कीमत

अब आते हैं इसकी कीमत की चालाकी पर: जो फोटोकॉपियर बिना मॉडल के फाइनल हुआ है, उसकी कीमत 1.42 लाख फाइनल की गई. जबकि इसी फोटोकॉपियर के निविदा में अंकित कांफीगिरिशन की दर जैम पोर्टल पर शार्प कंपनी का 69988 रुपए, केनन का 77998 रुपए और एचपी का 29500 रुपए अंकित है. निविदाकर्ता को क्रयादेश जारी करते समय 3500 नग का फोटोकॉपियर केनन/शार्प/एचपी अंकित किया गया है. जिसके कारण निविदाकर्ता के द्वारा शार्प का मॉडल नंबर के मॉडल नंबर BP20M22T (जैम प्राइज – 69988 रुपए) के 500 नग, एचपी के मॉडल नंबर M438DN (जैम प्राइज – 29500 रुपए) के 500 नग और केनन के मॉडल नंबर IR2224M (जैम प्राइज – 77998 रुपए) के 2500 नग आर्डर कर दिए गए हैं. इन सभी की बोर्ड ऑफिस के द्वारा एक ही कीमत 1 लाख 27 हजार 199 रुपए तय कर 3500 नग फोटोकॉपियर के खरीदी आर्डर (क्रमांक GEMC-511687730289604) जारी किए गए हैं. इस खरीदी पर कुल 20 करोड़ 4 लाख 57 हजार 500 रुपए की शासन को आर्थिक क्षति हो रही है.

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डेस्कटॉप कंप्यूटर स्पेसिफिकेशन

डेस्कटॉप कंप्युटर में मॉडल नंबर गायब करके की गई गड़बड़ी: इस प्रोडक्ट यानी डेस्कटॉप कंप्यूटर खरीदने के लिए जैम पोर्टल पर टेंडर अपलोड किया गया. इसमें कोर आई5 इलेवन जनरेशन फोर जीबी रैम, 1 टीबी हार्डडिस्क, 21.5 इंच टीएफटी मॉनीटर, बी सीरिज चिप सेट, एमएसऑफिस एवं विंडो 10 प्रोफेशनल के लिए निविदा क्रमांक जैम/2023/B/3353674 प्रकाशित की गई थी. यह निविदा 13 अप्रैल 2023 को प्रकाशित की गई थी. निविदाकर्ताओं के द्वारा जो कंप्यूटर का कांफीगिरिशेन ऑनलाइन जैम पोर्टल पर अपलोड किए गए हैं, उसके प्राइज जैम कैटलॉग आईडी में 42461 रुपए है. इतना ही नहीं एमपी लघु उद्योग निगम में भी इसी कांफीगिरेशन की दर 46250 रुपए अंकित है. केवल जैम कैटलॉग आईडी एवं एमपी एलयूएन में एमएस ऑफिस प्रोफेशनल की प्राइज नहीं जोड़ी गई.

अब यदि इसकी प्राइज भी देखे तो यह एमएस प्रोफेशनल मार्केट में 12500 रुपए में उपलब्ध है. जैम पोर्टल पर कांफीगिरिशेन अनुसार प्राइज कुल रुपया 54961 रुपए आ रही है. जबकि बोर्ड ऑफिस ने एक डेस्कटॉप् कंप्यूटर बिना पूरा कांफीगिरेशन अंकित और बिना मॉडल के 1 लाख 39 हजार 350 रुपए में प्रति नग के हिसाब से खरीदने का 13 जून 2023 को आर्डर (क्रमांक GEMC-511687730289604) कर दिया है. ऐसे कुल 3500 नग खरीदे गए हैं. इस खरीदी पर कुल 29 करोड़ 53 लाख 61 हजार 500 रुपए शासन को आर्थिक क्षति हो रही है. मजेदार बात यह है कि इसी कांफीगिरिशेन के डेस्कटॉप कंप्यूटर लोक शिक्षण संचालनालय के द्वारा एलयूएन के माध्यम से एमपी में स्थिति सीएम राइज स्कूल के लिए लगभग एक नग 54575 रुपए में खरीदा है. आदेश क्रमांक 02022-2023P9295D1 के अनुसार दिनांक 18 मार्च 2023 और 02023-2024P10106DI के अनुसार 26 मई 2023 की तारीख में यानी दो बार में 366 कंप्यूटर खरीदे गए हैं.

Last Updated : Jul 23, 2023, 7:44 AM IST
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