MP: दृष्टिहीन छात्र को मिला 47 लाख का सालाना पैकेज, माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने दिया ऑफर

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Published : Aug 30, 2022, 4:50 PM IST

Indore Blind student got job

इंदौर के एक दृष्टिहीन छात्र यश ने दृढ़ संकल्प की मिशाल पेश की है. छात्र यश को माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने 47 लाख रुपए का सालाना पैकेज ऑफर किया है. छात्र की प्रतिभा देख कंपनी छात्र को यह सुनहरा मौका दिया है. यश की इस उपलब्धि से उनके संस्थान के शिक्षक और माता पिता सभी गौरवान्वित हैं.Indore Blind student got job,microsoft company gave job for blind student

इंदौर। कहा जाता है दृढ़ संकल्प से अगर किसी चीज के लिए प्रयास किया जाए तो कोई परेशानी सफलता में बाधक नहीं बनती है. ऐसी ही एक सफलता की कहानी शहर के एक दृष्टिहीन छात्र की जिसे माइक्रोसॉफ्ट कंपनी द्वारा 47 लाख प्रति वर्ष का पैकेज ऑफर किया गया है. प्रदेश के प्रतिष्ठित गोविंदराम सक्सेरिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस यानि एसजीएसआईटीएस के एक दृष्टिहीन छात्र को रिकॉर्ड पैकेज मिला है. यहां के दृष्टिहीन छात्र यश सोनकिया को माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने 47 लाख रुपए सालाना का पैकेज ऑफर किया है. ये संस्थान के लिए बड़ी उपलब्धि है

संस्थान का अब तक का सबसे बड़ा पैकेज: एसजीएसआईटीएस से कंप्यूटर साइंस की डिग्री हासिल करने वाले यश सोनकिया ने संस्थान की उपलब्धियों में चार चांद लगा दिए हैं. सत्र 2021 में 7.2 सीजीपीए के साथ डिग्री पाने वाले यश को माइक्रोसॉफ्ट कंपनी से जॉब ऑफर मिला. कंपनी ने यश को 47 लाख रुपए सालाना ऑफर दिया. ये संस्थान के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है, एसजीएसआईटीएस में अब तक सबसे बड़ा पैकेज 44 लाख रुपए का रहा है. वहीं यश को मिला पैकेज संस्थान का अब तक का सबसे बड़ा पैकेज माना जा रहा है.

तीन चरणों में हुए इंटरव्यू के बाद हुआ सिलेक्शन: यश के अनुसार उन्होंने पढ़ाई के दौरान जॉब के लिए कंपनियों की लिस्ट बनाई थी. जिसके बाद कंपनियों में अप्लाई किया गया था. माइक्रोसॉफ्ट कंपनी द्वारा उनके तीन इंटरव्यू लिए गए. जिसमें दो इंटरव्यू ऑफलाइन और एक इंटरव्यू ऑनलाइन लिया गया. जिसके बाद उन्हें यह ऑफर दिया गया है, उनकी जॉइनिंग बेंगलुरु कैंपस के लिए की गई है. यश को मिली इस उपलब्धि पर एसजीएसआईटीएस के निदेशक प्रोफेसर राकेश सक्सेना ने यश एवं उनके पिता यशपाल सोनकिया को सम्मानित किया है.

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माता-पिता दोस्तों और संस्थान ने की मदद: यश ने अपनी इस सफलता के लिए संस्थान के शिक्षकों और मित्रों को श्रेय दिया. उनके साथ पिता यशपाल ने भी खुशी जाहिर की यश का कहना है कि बचपन से ही उन्हें दिखाई नहीं देता है. लेकिन उन्होंने स्कूली शिक्षा के दौरान ही इंजीनियर बनने की ठानी थी, जिसमें उन्होंने सफलता हासिल की है और आज उन्हें यह उपलब्धि प्राप्त हुई है.Indore Blind student got job,microsoft company gave job for blind student

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