ETV Bharat / bharat

जामनगर में बन रहे सबसे बड़े जू को लग सकता है झटका, भोपाल से जानवरों के देने पर संशय

author img

By

Published : Apr 6, 2022, 7:45 AM IST

गुजरात के जामनगर में दुनिया का सबसे बड़ा चिड़ियाघर बन रहा है. ये यहां का पहला प्राइवेट जू होगा. इसे भोपाल के वन विहार ने 2 बाघ और 4 तेंदुए मिलने थे, लेकिन अब वन्य जीव प्राणी विशेषज्ञों ने सेंट्रल जू अथॉरिटी को शिकायत की है, जिसमें रिलाएंस को बाघ और तेंदुए देने पर आपत्ति जताई गई है.

World largest private zoo being built in Jamnagar Gujarat
जामनगर में बन रहे सबसे बड़े जू को लग सकता है झटका, भोपाल से जानवरों के देने पर संशय

भोपाल: गुजरात में अंबानी प्राइवेट जू को मध्यप्रदेश से बाघ और तेंदुए दिए जाने का मामला विवादों से घिर गया है. सेंट्रल जू अथॉरिटी से अभी तक अंबानी प्राइवेट जू को एमपी से बाघ और तेदुंए ले जाने की परमिशन नहीं मिली है. वन्य जीव प्राणी विशेषज्ञों ने सेंट्रल जू अथॉरिटी को शिकायत की है, जिसमें रिलाएंस को बाघ और तेंदुए देने पर आपत्ति जताई गई है. दरअसल मुकेश अंबानी के बेटे अनंत को जामनगर में प्राइवेट जू की परमिशन सेंट्रल जू अथॉरिटी ने पिछले साल फरवरी में दी थी. ये दुनिया का सबसे बड़ा प्राइवेट जू होगा. इसे ग्रीन जूलोजिकल रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन किंगडम नाम दिया गया है.

विशेषज्ञों ने किया विरोध: एमपी से बाघ और तेंदुए ले जाने की अंबानी की मांग पर असंजस बना हुआ है. मामले ने तूल पकड़ लिया है. प्राणी विशेषज्ञों ने प्राधिकरण के सामने आपत्ति जताते कहा कि जब गुजरात, मध्यप्रदेश को शेर देने के लिए तैयार नहीं है, तो फिर वन विभाग के अधिकारी आखिर एमपी के शेरों को अंबानी को क्यों दे रहे हैं ? विशेषज्ञों का कहना है कि पहले ग्रीन फाउंडेशन को एमपी और गुजरात सरकार के बीच मध्यस्थता कर गिर नेशनल पार्क से शेर दिलाना चाहिए. उसके बाद ही कोई और फैसला लेना चाहिए.

पढ़ें- केरल में मशहूर हो रही गफूर और नेवले की दोस्ती, देखें वीडियो

2 बाघ और 4 तेंदुए देने का मामला: गुजरात के जामनगर में बनने जा रहे दुनिया के सबसे बड़े चिड़ियाघर के लिए भोपाल के वन विहार से 2 बाघ और 4 तेंदुए पहुंचाए जाने हैं. इस बारे में ग्रीन्स फाउंडेशन ने वन विभाग को पत्र लिखा है, जिसमें यह कहा गया कि वन्यजीव देने से उनका आर्थिक बोझ कम होगा. इसके अलावा मध्य प्रदेश के रेस्क्यू सेंटर्स में बहुत से जानवरों को रखने की जगह नहीं है. अफसरों ने पहली बार किसी प्राइवेट सेक्टर के चिड़ियाघर को अपने वन्यजीव देने पर सहमति दे दी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.