भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान मेला लगाने की मिली अनुमति, लोगों और व्यापारियों में उत्साह
रांची: राजधानी रांची में भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान मेला लगाने की अनुमति मिलने के बाद. स्थानीय लोगों और मेला लगाने वाले व्यापारियों में खासा उत्साह है. अधिसूचना जारी होने के बाद दस दिनों तक आयोजित होने वाले मेले में दुकान लगाने वाले लोगों ने तैयारी शुरू कर दी है. ठेला और झूलावाले सहित अन्य दुकानदार अपनी जगह सुनिश्चित कर रहे हैं. जगन्नाथ मंदिर न्यास समिति के सदस्य मंदिर के प्रथम सेवक सुधांशु सहदेव ने मेला लगाने की अनुमति देने के बाद मुख्यमंत्री और राज्य के अन्य मंत्रियों के प्रति आभार व्यक्त किया है. मेला लगाने की अनुमति मिलने के बाद प्रबंधन की तरफ से तैयारी की जा रही है. सुधांशु शाहदेव बताते हैं कि पिछले दो वर्षों से मेला का आयोजन नहीं होने के कारण दुकान लगाने वाले लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी, लेकिन इस वर्ष सभी दुकानदारों को उम्मीद है कि मेला लगने के बाद उन्हें राहत मिलेगी. पंडित बताते हैं कि करीब 350 साल का इतिहास है. जिसमें एक राजा इंद्रदमण ने उड़ीसा के पुरी में भगवान जगन्नाथ का मंदिर स्थापित किया था. उसी राजा की पत्नी गुंडिचा ने भगवान जगन्नाथ से यह वरदान मांगा था कि वह अपने मंदिर से निकल कर उनके घर आए और इसी दरमियान सभी भक्त बिना किसी भेदभाव के भगवान का दर्शन कर सकें.