सिर्फ तैराकी करने से इतने प्रकार के व्यायाम के फायदे मिलते हैं, Therapy का एक रूप है Swimming

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Published : Sep 13, 2022, 11:37 PM IST

Updated : Sep 14, 2022, 12:17 PM IST

Swimming benefits precautions in swimming therapy

तैराकी एक थेरेपी (Swimming Therapy) के रूप में शामिल है. नियमित तौर पर स्विमिंग करने वाले लोगों को एरोबिक व्यायाम (Aerobic exercise) के लाभ तो मिलते ही हैं साथ ही इसे Ideal cardio workout की श्रेणी में भी रखा जाता है. Swimming benefits precautions in swimming therapy.

तैराकी को हर उम्र वाले व्यक्ति के लिए एक आदर्श व्यायाम माना जाता है, जो हमारी सेहत को कई तरीके से लाभ पहुंचा सकता है. इसे सिर्फ शारीरिक सेहत को दुरुस्त रखने के लिए ही नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए भी बेहतरीन व्यायाम माना जाता है. यहीं नहीं कई बार अलग-अलग प्रकार के खेलों से जुड़े खिलाड़ियों की किसी चोट, सर्जरी या किसी अन्य कारण से होने वाली रीहैबलिटेशन प्रक्रिया में भी स्विमिंग को एक थेरेपी (Swimming Therapy) के रूप में शामिल किया जाता है. क्या आप जानते हैं कि तैराकी ना सिर्फ शरीर को चुस्त, सक्रिय तथा स्वस्थ बनाए रखने में मदद करती है बल्कि हमारी मानसिक समस्याओं को दूर करने में भी यह काफी फायदेमंद हो सकती है. Swimming benefits precautions in swimming therapy . Aerobic exercise . Ideal cardio workout.

दुनिया भर के चिकित्सक तथा जानकार स्विमिंग के फायदों की पुष्टि करते हैं. यहाँ तक की कई शोधों के नतीजों में भी तैराकी के हमारे शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को मिलने वाले फ़ायदों की पुष्टि हो चुकी है. जानकार मानते हैं कि नियमित तौर पर तैराकी करने वाले लोगों को एरोबिक व्यायाम (Aerobic exercise) के लाभ तो मिलते ही हैं साथ ही इसे आदर्श कार्डियो वर्कआउट (Ideal cardio workout) की श्रेणी में भी रखा जाता है. इंदौर की फिजियोथैरेपिस्ट डॉ इशिता कुमार वर्मा (Dr Ishita Kumar Verma, Physiotherapist, Indore) बताती हैं कि स्विमिंग हर उम्र के लोगों के लिए एक आदर्श व्यायाम है. जो हृदय की क्षमताओं को बढ़ाने और उसे स्वस्थ रखने के अलावा वजन कम करने, मांसपेशियों को स्वस्थ और टोन रखने, हड्डियों को मजबूत बनाने, तथा शरीर की क्षमताओं तथा स्टैमिना को बढ़ाने का कार्य करता है. लेकिन स्विमिंग के फायदे सिर्फ यही तक सीमित नहीं है. खिलाड़ियों के रिहैबिलिटेशन या किसी प्रकार की चोट से ठीक होने के लिए भी स्विमिंग को थेरेपी सरीखा माना जाता है.

Dr Ishita Kumar Verma बताती हैं कि तैराकी से खास तौर पर वे सभी फायदे मिलते हैं जो Aerobic exercise के अभ्यास से मिलते हैं. लेकिन इसे अपेक्षाकृत ज्यादा सुरक्षित व फायदेमंद माना जाता है. क्योंकि इसके अभ्यास के दौरान जोड़ों पर जोर पड़ने या उनके चोटिल होने कि आशंका या हड्डियों व मांसपेशियों में चोट लगने की आशंका काफी कम होती हैं. वह बताती है कि इसे एक अच्छा Cardio workout भी माना जाता है क्योंकि जमीन पर व्यायाम करने की तुलना में पानी में तैरते समय व्यक्ति को 12 गुना अधिक मेहनत करनी पड़ती है. जिससे शरीर की मांसपेशियों पर ज्यादा जोर पड़ता है तथा उनकी कसरत भी अपेक्षाकृत ज्यादा होती है. स्विमिंग करने से मांसपेशियों की ताकत, उनकी क्षमता, उनमें लचीलापन तथा स्टैमिना बढ़ता है. मांसपेशियों को स्वस्थ और दुरुस्त बनाने के अलावा भी स्विमिंग काफी तरीकों से हमारे सम्पूर्ण स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाती है.

हड्डियों को मजबूत बनाने में फायदेमंद : हमारी विशेषज्ञ की राय के अनुसार नियमित रूप कम से कम आधा घंटे या सप्ताह में कम से कम ढाई से तीन घंटे स्विमिंग करने से हमारे स्वास्थ्य को कई फायदे हो सकते हैं, जिनमें से कुछ मुख्य इस प्रकार हैं.नियमित रूप से स्विमिंग करने वाले लोगों में हृदय संबंधी समस्याओं के होने का खतरा 30% से 40% तक कम होता है. क्योंकि ऐसा करने से हमारे हृदय का व्यायाम भी होता है. स्विमिंग करने वाले लोगों का ह्रदय आमतौर ज्यादा बेहतर तरह से कार्य करता है, जिससे शरीर में रक्त संचार तेजी से होता है. इसके अलावा इन लोगों में कोलेस्ट्रॉल तथा हाई व लो बीपी की समस्या भी अपेक्षाकृत कम पाई जाती है. साथ ही रक्त में ग्लूकोज का स्तर भी नियंत्रित रहता है. आज के दौर में कमर दर्द एक ऐसी समस्या है जो हर उम्र के लोगों को परेशान करती है. लेकिन नियमित रूप से तैराकी, कमर दर्द जैसी समस्या में भी काफी राहत दिला सकती है. दरअसल नियमित रूप से स्विमिंग करने से शरीर का वजन नियंत्रित रहता है, हड्डियों में कैल्शियम का अवशोषण ज्यादा बेहतर तरीके से होता है, मांसपेशियां लचीली तथा मजबूत बनती है तथा जोड़ों में अकड़न से राहत मिलती है. जिससे कमर दर्द से बचाव करने में काफी राहत मिल सकती है.

नियमित रूप से स्विमिंग करने से हमारा श्वसन तंत्र विशेषकर फेफड़ों का स्वास्थ्य भी काफी अच्छा रहता है. दरअसल स्विमिंग करते समय सांसों को नियंत्रित तरीके से लेना होता है. यानी सांसों को रोकने व उन्हे लेने के लिए एक लयबद्ध तरीके का पालन करना पड़ता है. इसके अलावा इस व्यायाम के दौरान गहरी साँसे लेनी होती है. इस प्रक्रिया को बेहतरीन श्वसन व्यायाम माना जाता है तथा इससे फेफड़ों स्वस्थ रहते हैं. वजन कम करने या कैलोरी बर्न करने के लिए भी स्विमिंग काफी लाभकारी व सुरक्षित उपाय माना जाता है. स्विमिंग करने के दौरान हड्डियों विशेषकर जोड़ों पर दबाव पड़ने तथा उनके चोटिल होने का खतरा अपेक्षाकृत कम होता है, इसलिए इसका अभ्यास हर उम्र वाले महिला और पुरुष कर सकते हैं. दरअसल दौड़ते समय, साइकिलिंग करते समय या जिम में व्यायाम करते समय हड्डियों या जोड़ों में चोट लगने का खतरा होता है. यह खतरा विशेषतौर पर एक आयु के बाद खासतौर पर महिलाओं में ज्यादा बढ़ जाता है. लेकिन स्विमिंग के दौरान ऐसी घटनाओं के होने की आशंका काफी कम रहती है.

मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद (Swimming Benefits) : नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (National Institute of Health report) की एक रिपोर्ट के अनुसार बुजुर्गों में नींद ना आने या खराब गुणवत्ता की नींद जैसी समस्या से छुटकारा पाने में स्विमिंग काफी लाभकारी हो सकती है. मनोवैज्ञानिक सलाहकार तथा शिक्षक डॉ वैभव देशमुख बताते हैं कि स्विमिंग मानसिक स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने में भी काफी लाभकारी होती है. वह बताते हैं कि नियमित रूप से स्विमिंग करने से ना सिर्फ तनाव में कमी आती है बल्कि अनिद्रा, चिड़चिड़ापन, बैचेनी तथा गुस्से जैसी समस्याओं में भी राहत मिलती है. यह हमारी मनःस्थिति पर कई बार मेडिटेशन जैसा असर भी करती है.

सावधानियां भी है जरूरी (Swimming precautions) : इंदौर की स्विमिंग प्रशिक्षक साधना गौड़ बताती हैं कि स्विमिंग निसंदेह पूरे शरीर के लिए एक बेहतरीन तथा सुरक्षित व्यायाम है, लेकिन बहुत जरूरी है कि स्विमिंग करने से पहले तथा उसके दौरान कुछ बातों का खास ख्याल रखा जाय. जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं. अपने प्रशिक्षक की सलाह के अनुसार स्विमिंग के दौरान सांस लेने की अवधि तय करें. आमतौर पर तैराकी करते समय हर चार सेट के बाद सांस लेने की सलाह दी जाती है, लेकिन इस अवधि को प्रशिक्षण के शुरुआती दौर या व्यक्ति की शारीरिक क्षमता के अनुसार कम या ज्यादा किया जा सकता है. स्विमिंग करते समय सांस लेने के तरीके में गड़बड़ी परेशानी का करण बन सकती है.

अन्य व्यायामों की भांति स्विमिंग करने से भी पहले वॉर्मअप व्यायाम करना जरूरी होता है. इसलिए पूल में जाने से कुछ मिनटों पहले हल्की-फुल्की स्ट्रैचिंग करें. स्विमिंग करते समय बहुत अधिक तेजी से किक करने से बचें. ज्यादा जोर से या तेजी से किक करने से ना सिर्फ जल्दी थकावट महसूस होगी बल्कि स्विमिंग की गति पर भी असर पड़ता है. खाना खाने के तत्काल बाद स्विमिंग नहीं करनी चाहिए. ऐसा करना स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है. खाना खाने के कम से कम 1 घंटे बाद ही तैराकी करनी चाहिए. स्विमिंग पूल में ज्यादातर क्लोरीन युक्त पानी होता है, इसलिए बहुत जरूरी है कि स्विमिंग करने से पहले तथा स्विमिंग करने के बाद एक बार साफ पानी से स्नान कर लिया जाए. अन्यथा त्वचा पर खुश्की या अन्य प्रकार के प्रभाव नजर आ सकते हैं. जहां तक संभव हो स्विमिंग के दौरान अपने बालों को स्विमिंग कैप से ढक कर रखें और आंखों पर तैराकी वाले चश्मे पहने. इससे आंखों व बालों को क्लोरीन युक्त पानी के दुष्प्रभावों से बचाया जा सकता है.

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Last Updated :Sep 14, 2022, 12:17 PM IST
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