सिमडेगा: जिले में इन दिनों पशु तस्करी का कारोबार बड़े स्तर पर फल फूल रहा है. जिसमें बैल, भैंस, गाय आदि बड़े स्तर पर तस्करों द्वारा पुलिस के नाक के नीचे से एक जगह से दूसरी जगह भेजे जा रहे हैं. इन पशुओं को अंततः बांग्लादेश आदि सीमावर्ती देशों में भेजा जाता है.
ऐसा ही मामला सिमडेगा के कुरडेग थाना क्षेत्र के खालीजोर गांव से सामने आया है. जहां गुरुवार की रात के अंधेरे में बड़े स्तर पर पशुओं को तस्करी के लिए ले जाया जा रहा था. बावजूद स्थानीय थाना इसे लेकर पूरी तरह बेखबर है. पशुवध मामले में इक्के-दुक्के की गिरफ्तारी कर सिमडेगा पुलिस वाहवाही तो बटोर लेती है. परंतु इन बड़े तस्करों के गर्दन तक पुलिस के हाथ पहुंचने से पहले ही रुक जाते हैं.
ग्रामीणों की माने तो ये तस्कर ओडिशा राज्य के सीमावर्ती बनडेगा गांव आदि से पशुओं की खरीदारी कर सागबहार के रास्ते कसडेगा और फिर खालीजोर को पहुंचती है. जिसके बाद परिस्थिति अनुसार आगे का रूट तय किया जाता है. इस संबंध में कुरडेग थाना प्रभारी मोहन बैठा लीपा-पोती का रवैया अपनाते हुए पूरे मामले पर अनजान बनते नजर आए.
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वहीं, सवाल करने पर थाना प्रभारी ईटीवी भारत की टीम के पत्रकार से ही जगह और समय की जानकारी मांगने लगे. विदित हो कि जिस क्षेत्र से गुरुवार रात बड़ी संख्या में पशु को ले जाया जा रहा था. वह कुरडेग थाना से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर थी. ऐसे में पुलिस को जानकारी तक नहीं है, कई सवालिया निशान खड़ा करती है.