सरायकेला: जिले के को-ऑपरेटिव बैंक में 37 करोड़ 15 लाख का घोटाला हुआ था. मामले की जांच कर रही झारखंड सीआइडी की टीम ने बड़ी कार्रवाई की. इसके तहत बैंक के तत्कालीन मैनेजर भीम कुमार सतपती को गिरफ्तार किया. मामले में शनिवार को सीआइडी टीम की ओर से आरोपी को सरायकेला व्यवहार न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया.
38 करोड़ रुपये का घोटाला
बैंक घोटाले के आरोपी मैनेजर भीम सतपती को शुक्रवार को जमशेदपुर के सीआइडी ऑफिस में पूछताछ के लिए बुलाया गया था. पूछताछ के बाद उसे कोर्ट में प्रस्तुत किया गया. उसके बाद न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया. राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक सीआइडी अनिल पाल्टा खुद इस मामले की देख-रेख कर रहे हैं और कोल्हान प्रमंडल के सीआइडी डीएसपी अनिमेष गुप्ता इस मामले के अनुसंधानकर्ता है. इस मामले में 22 अगस्त 2019 को सरायकेला थाना में करीब 38 करोड़ रुपये का घोटाला करने का मुकदमा दायर है.
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सरायकेला थाना में मुकदमा दायर
बताया जाता है कि को-ऑपरेटिव बैंक की सरायकेला शाखा से संजय कुमार डालमिया नामक एक कारोबारी ने से 33 करोड़ रुपये का लोन विभिन्न कंपनियों के नाम पर लिया था. बाद में इसको जमा तक नहीं कराया गया. इसके अलावा इसी दौरान बैंक में ही करीब 4 करोड़ का और लोन दिया गया था, जिसका लोन लेने वाले ने पैसे नहीं लौटाये. इस मामले के सामने आने के बाद आंतरिक तौर पर पूरे मामले की जांच शुरू की गयी, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद सरायकेला थाना में मुकदमा दायर किया गया था.
आरोपियों की गिरफ्तारी है बाकी
इसमें बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक सुनील कुमार सतपती, सहायक के पद पर आसीन रहे मदन लाल प्रजापति, तत्कालीन मैनेजर बिरेंद्र कुमार सेवइया, क्षेत्रीय कार्यालय चाईबासा में पदस्थापित एजीएम, तत्कालीन लेखाकार शंकर बंधोपाध्याय, चाईबासा क्षेत्रीय कार्यालय के तत्कालीन एमडी मनोज नाथ शाहदेव, तत्कालीन एजीएम मुख्यालय संदीप सेन, सीइओ ब्रजेश्वर नाथ और संजय कुमार डालमिया को आरोपी बनाया गया था. वहीं मामले के सभी आरोपियों की गिरफ्तारी अभी बाकी है.