ETV Bharat / state

बाढ़ से विस्थापितों की दुर्गा पूजा पड़ी फीकी, खाने को नहीं मिल रही दो वक्त की रोटी

author img

By

Published : Oct 7, 2019, 11:08 PM IST

साहिबगंज में बाढ़ की वजह से विस्थापित परिवारों के पास ना तो खाने की व्यवस्था हैं और ना ही सोने का ठिकाना. दो वक्त की रोटी के लिए उन्हें तरसना पड़ रहा है. ऐसी परिस्थिति में दुर्गा पूजा मनाना और बच्चों के लिए नए वस्त्र खरीदना उनकी सोच से भी बाहर की बात है, लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से कोई मदद तक नहीं मिली है.

बाढ़ से विस्थापितों का दुर्गा पूजा पड़ा फीका

साहिबगंज: जिले में बाढ़ की वजह से विस्थापित परिवारों की दुर्गा पूजा फीकी पड़ गयी है. प्रशासन और जनप्रतिनिधियों का सहयोग भी उन्हें नहीं मिल रहा है. वे खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं. खाने को अनाज के दाने भी नहीं है. ऐसी परिस्थिति में दुर्गा पूजा मनाना और बच्चों के लिए नया वस्त्र खरीदना उनकी सोच से भी बाहर की बात है.

देखें स्पेशल खबर

दो वक्त की रोटी के लिए पड़ रहा है तरसना
दशहरा की धूम पूरे भारतवर्ष में धुमधाम से मनाया जा रहा है. लोग इस पूजा को लेकर उत्सव मना रहे हैं, लेकिन बाढ़ पीड़ित इस पूजा से कोसों दूर हैं. उन्हें ना तो खाने की व्यवस्था है और ना ही सोने का ठिकाना. दो वक्त की रोटी के लिए उन्हें तरसना पड़ रहा है. ऐसी स्थिति में पूजा मनाना उनके लिए संभव ही नहीं है. साहिबगंज में अभी भी दियरा इलाका में हजारों लोग बाढ़ की चपेट में हैं, साथ ही रामपुर दियरा बाढ़ की चपेट में आ चुका है. इस वजह से लोग घर छोड़कर दूसरे जगह पलायन कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें-डांडिया और गरबा में जमकर थिरके लोग, बेस्ट कपल डांस और बेहतरीन ड्रेसिंग को किया गया सम्मानित

बाढ़ की चपेट
शहर के नवोदय स्कूल के पास पहाड़ पर जब विस्थापित लोगों से हाल जानने का प्रयास किया गया तो लोगों ने बताया कि एक महीने से वे बाढ़ की चपेट में हैं. इस बार सदर प्रखंड के रामपूर पंचायत का गांव गंगा कटाव से जलमग्न हो चुका है. ऐसी स्थिति हो गई है कि लोग अपने पूरे परिवार के साथ साहिबगंज आकर ऊंचे स्थान पर बसे हुए हैं. इस जटिल परिस्थिति में भी प्रशासन की ओर से राहत-सामाग्री उपलब्ध नहीं कराई गई है. दो वक्त की रोटी के लिए भी उन्हें तरसना पड़ रहा है.

ये भी पढ़ें-आरयू में चार दिवसीय इंटरनेशनल डॉक्यूमेंट्री फिल्म फेस्टिवल का आयोजन, तैयारी में जुटा वीवी प्रशासन

दुर्गा पूजा पड़ा फीका
वहीं, बाढ़ से विस्थापित परिवारों का कहना हैं कि दुर्गा पूजा उनके लिए फीकी पड़ी हुई है. इस समय उनके पास दो वक्त की रोटी के लिए भी पैसे नहीं हैं तो कैसे वे अपने बच्चों के लिए नए वस्त्र खरीदेंगे और कैसे पूजा मनाएंगे. जब ईटीवी भारत के रिपोर्टर ने बाढ़ पीड़ितों से उनका हाल जाना तो वे भावुक हो गए और मदद की गुहार लगाने लगे.

Intro:बाढ़ से विस्थापित परिवार का दुर्गा पूजा उत्सव हुआ फीका। जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधि का नही मिला सहयोग। विस्थापित परिवार खुले आसमान में रहने को मजबूर।



Body:बाढ़ से विस्थापित परिवार का दुर्गा पूजा उत्सव हुआ फीका। जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधि का नही मिला सहयोग। विस्थापित परिवार खुले आसमान में रहने को मजबूर।
स्टोरी-साहिबगंज- दशहरा की धूम पूरे भारतवर्ष में मनाया जा रहा है। लोग इस पूजा को लेकर उत्सव मना रहे है दूसरी तरफ बाढ़ पीड़ित परिवार इस पूजा से कोसो दूर है। खाने को भोजन और अपने जानवरो के लिए दो बक्त का चारा का सोचना पड़ रहा है। कमाई बिल्कुल ठप होने से लोग अपने बच्चों और परिवार को नए वस्त्र नही खरीद पा रहे है तो ऐसी स्थिति में पूजा कैसे मनाये।
जिला में बाढ़ की स्थिति बरकरार बनी हुई है आज भी दियरा इलाका में बीस हजार से अधिक लोग बाढ़ के चपेट में है वही रामपुर दियरा बाढ़ कटाव के चपेट में आ चुका है। लोग घर छोड़कर पलायन कर रहे है।
शहर के नवोदय स्कूल के पास पहाड़ पर बाढ़ से विस्थापित लोगो से जब हाल जानने का प्रयास किया तो बताया कि आज एक महीना से बाढ़ से परेशान है इस बार बाढ़ से सदर प्रखंड के रामपुर पंचायत का गॉव गंगा कटाव से पूरा घर जलमग्न हो चुका है। आज ऐसी स्थिति आ गई कि पूरा परिवार के साथ विस्थापित हो चुके है। साहिबगंज आकर ऊंचे स्थान पर बसे हुए है। अभी तक जिला प्रशासन की तरफ को राहत सामग्री नही मिला है दो बक्त खाने को सोचना पड़ रहा है।
बाढ़ से विस्थापित परिवार का कहना है दुर्गा पूजा हम लोगो के लिये फीका पड़ गया। पास में पैसा नही है दो जून खाने को सोचना पड़ रहा है तो कहा से अच्छे अच्छे भोजन के लिए सामग्री जुटाए और अपने बच्चों के लिये नया वस्त्र खरीदे। पूजा कैसा मनेगा यह तो हमलोग सोच भी नही सकते।
बाइट-1,2,3,4
ईटीवी भारत के रिपोर्टर ने इस बाढ़ से पीड़ित परिवार से हाल जाना तो लोग भावुक हो गए और मदद की गुहार लगाने लगे। अपनी समस्या से रु ब रु कराया। अब देखना होगा कि ईटीवी भारत का खबर का असर जिला प्रशासन के सेहत पर कितना पड़ता है।
बाइट- शिव शंकर कुमार, रिपोर्टर, ईटीवी भारत,साहिबगंज



Conclusion:देखना यह होगा कि इटीवी भारत का खबर कितना असर पड़ता है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.