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रिम्स बनेगी झारखंड की पहली मेडिकल यूनिवर्सिटी, शासी परिषद की बैठक में हुआ फैसला

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Published : Sep 27, 2019, 9:48 AM IST

Updated : Sep 27, 2019, 12:25 PM IST

रिम्स होगा झारखंड का पहला मेडिकल यूनिवर्सिटी

रिम्स में शासी परिषद की 48वीं बैठक हुई. जिसकी अध्यक्षता स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने की. इस दौरान यह निर्णय लिया गया कि राज्य का पहला मेडिकल यूनिवर्सिटी रिम्स को बनाया जाएगा. बैठक में और भी कई महत्वपूर्ण फैसले लिये गये.

रांची: रिम्स को राज्य का पहला मेडिकल यूनिवर्सिटी बनाया जाएगा, जहां राज्य भर के मेडिकल कॉलेज और नर्सिग कॉलेज के केंद्र होंगे. स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी की अध्यक्षता में शासी परिषद की 48वीं बैठक आयोजित की गई. जिसमें सर्वसम्मति से रिम्स को मेडिकल यूनिवर्सिटी बनाने का निर्णय लिया गया.

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स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी की अध्यक्षता में गुरूवार को रिम्स में शासी परिषद की 48वीं बैठक आयोजित हुई. इस दौरान कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कुल 24 मामलों पर चर्चा की गई. जिसमें रिम्स को राज्य का पहला मेडिकल यूनिवर्सिटी बनाने का फैसला भी लिया गया. जहां राज्य भर के मेडिकल कॉलेज और नर्सिग कॉलेज के केंद्र होंगे. जिसमें पढ़ाई से लेकर एग्जाम तक कंडक्ट कराए जाएंगे. स्टूडेंट्स का एक एडुकेशनल कैलेंडर होगा. वहीं, छात्रों को एग्जाम और रिजल्ट के लिए दूसरी यूनिवर्सिटी पर भी निर्भर नहीं रहना पड़ेगा.

100 बेड का मैटर्निटी और चाइल्ड वार्ड

स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने बताया कि आउटडोर मरीजों के लिए नया ओपीडी कॉम्पलेक्स का भी निर्माण कराया जायेगा. इसके अलावा 100 बेड वाले मातृ और शिशु अस्पताल को भी शासी परिषद की बैठक में सर्वसम्मति से स्वीकृति मिली है. जिसमें महिलाओं और बच्चों के लिए हाइटेक फैसिलिटी होंगी. इनके लिए वो सारी सुविधाएं मौजूद रहेंगी, जो एक प्राइवेट हॉस्पिटल में होती हैं.

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मरीजों की सुविधा के लिए बनेगा डायग्नॉस्टिक सेंटर

रामचंद्र चंद्रवंशी की अध्यक्षता में शासी परिषद की 48वीं बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि रिम्स में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए उनकी सुविधा और बेहतर इलाज के लिए नया डायग्नॉस्टिक सेंटर का भी निर्माण कराया जाएगा. यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हो गया.

डॉक्टरों के ओपीडी समय में हुआ बदलाव

डॉक्टरों की ओपीडी का समय अब सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक कर दिया गया है. जिसमें डॉक्टरों को ओपीडी के दौरान 1 घंटे का लंच ब्रेक भी दिया जाएगा, जिसका समय अभी निर्धारित नहीं किया गया है. वहीं, बैठक में इस विषय में सभी विभागों के एचओडी से बात करने के बाद ही इसके लिए समय तय किया जाएगा. बता दें कि इससे पहले डॉक्टरों को 2 घंटे का लंच ब्रेक दिया जाता था.

रिम्स में होगी लॉ ऑफिसर की बहाली

रामचंद्र चंद्रवंशी ने जानकारी देते हुए कहा कि रिम्स एक बड़ा संस्थान है. ऐसे में यहां पर कई निर्णयों में कानूनी पहलूओं की सही जानकारी समय पर मिल सके, इसके लिए एक लॉ ऑफिसर की नियुक्ति की जाएगी.

मनोरोग और टीबी विभाग की होगी शुरुआत

मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के मापदंड के अनुरूप मनोरोग, टीबी और चेस्ट विभाग के पदों के सृजन की भी स्वीकृति सर्वसम्मति से दे दी गई. स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि रिम्स में इलाज के लिए दूर-दराज से मरीज आते हैं. इनमें टीबी और मानसिक रोगियों की संख्या भी काफी अधिक होती है. लेकिन वर्तमान में रिम्स में उक्त दोनों प्रकार के मरीजों के लिए किसी प्रकार की अलग से विभाग की व्यवस्था नहीं है. इसलिए रिम्स में उक्त दोनों विषयों पर नए विभाग खोले जाएंगे.

362 नए नर्सों की होगी बहाली

रिम्स शासी परिषद की बैठक में स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में यह निर्णय लिया गया कि जल्द ही 362 नए नर्सों की बहाली रिम्स में कराई जाएगी. जिससे कि मरीजों की देखरेख बेहतर तरीके से हो सके.

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अब रिम्स परिसर में ही रहेंगे डॉक्टर

रिम्स फैकल्टी के लिए परिसर में ही फ्लैट का निर्माण कराया जाएगा. रिम्स के फैकल्टियों की काफी पुरानी मांग थी कि रिम्स परिसर में ही आवास की व्यवस्था हो. जिसके लिए शासी परिषद ने अपनी मंजूरी दे दी है. इस संबंध में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पहले फेज में 40-40 फ्लैटों का निर्माण रिम्स परिसर के अंदर ही कराया जाएगा. इन फ्लैटों का आवंटन रिम्स के प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के बीच किया जाएगा.

वहीं, बैठक के दौरान डॉ उमेश प्रसाद मामले पर सुनवाई करते हुए शासी परिषद ने निर्णय लिया कि मरीजों पर बाहर के दुकानों से दवा खरीदवाने के दबाव बनाने के आरोप में उमेश प्रसाद पर अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी.

Intro:स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी की अध्यक्षता में शासी परिषद की 48वी बैठक रिम्स में की गई,जिसके अंतर्गत कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े 24 मामलों पर चर्चा की गई।

रिम्स में बनेगा मेडिकल यूनिवर्सिटी।
शासी परिषद की बैठक खत्म होने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि शासी परिषद की बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया है कि रिम्स को जल्द ही मेडिकल यूनिवर्सिटी में तब्दील की जायेगी।

वही स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने बताया कि आउटडोर मरीजों के लिए नया ओपीडी कंपलेक्स का भी निर्माण किया जायेगा,इसके अलावा 100 बेड वाली मातृ एवं शिशु अस्पताल को भी शासी परिषद की बैठक में सर्वसम्मति से स्वीकृति दी गई।

मरीजों की सुविधा के लिए बनेगा डायग्नोस्टिक सेंटर:
स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने जानकारी देते हुए कहा कि रिम्स में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रिम्स नया डायग्नोस्टिक सेंटर का भी निर्माण किया जाएगा इसकी अनुमति भी शासी परिषद की बैठक में सर्वसम्मति से दे दी गई है।

Body:डॉक्टरों के ओपीडी टाइम में हुए बदलाव।
डॉक्टरों की ओपीडी की टाइमिंग अब सुबह 9:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक कर दी गई है। डॉक्टरों को ओपीडी के दौरान 1 घंटे का लंच ब्रेक भी दिया जाएगा, इसका समय अभी निर्धारित नहीं किया गया है, इस विषय में सभी विभागों के एचओडी से बात करके निर्णय लिया जाएगा।वहीं आपको बता दें कि पूर्व में डॉक्टरों को 2 घंटे का लंच ब्रेक दिया जाता था लेकिन उसे घटाकर अब एक घंटा कर दिया गया है जिससे मरीजों को 9:00 बजे से 4:00 बजे तक ओपीडी सेवा मिल सकेगी।

रिम्स में होगी लॉ ऑफिसर की बहाली।
शिक्षा मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने जानकारी देते हुए कहा कि रिम्स एक बड़ा संस्थान है ऐसे में यहां पर कई निर्णयों में कानूनी पहलू की सही जानकारी समय पर मिल सके, इसके लिए एक लॉ ऑफिसर की भी नियुक्ति की जाएगी।

मनोरोग तथा टीवी एवं चेस्ट विभाग की होगी शुरुआत।
मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के मापदंड के अनुरूप मनोरोग तथा टीवी एवं चेस्ट विभाग के पदों पर सृजन की भी सर्वसम्मति से स्वीकृति देने की बात स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कही,क्योंकि रिम्स में इलाज के लिए दूर-दूर से मरीज आते हैं इनमें टीवी एवं साइकैटरिस्ट के मरीजों की संख्या भी काफी अधिक होती है लेकिन वर्तमान में रिम्स में उक्त दोनों प्रकार के मरीजों के लिए किसी प्रकार की अलग से विभाग की व्यवस्था नहीं है इसलिए रिम्स में उक्त दोनों विषयों पर नए विभाग खोले जाएंगे।

362 नये नर्सों की होगी बहाली।
सरसी परिषद की बैठक में स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में यह निर्णय लिया गया कि जल्द ही 362 नए नर्सो की बहाली रिम्स में की जाएगी ताकि मरीजों का देखरेख बेहतर तरीके से हो सके।


Conclusion:रिम्स परिषर में डॉक्टरों के लिए फ्लैट का किया जाएगा निर्माण:
रिम्स के फैकल्टी के लिए परिसर में ही फ्लैट का निर्माण किया जाएगा। रिम्स फैकल्टी की काफी पुरानी मांग आवास को लेकर भी शासी परिषद ने अपनी मंजूरी दे दी है, इस संबंध में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पहले फेज में 40-40 फ्लैटों का निर्माण रिम्स परिषद के अंदर ही कराया जाएगा। इन फ्लैटों का आवंटन रिम्स के प्रोफेसर एसोसिएट प्रोफेसर एवं असिस्टेंट प्रोफेसर के बीच किया जाएगा।

वही डॉ उमेश प्रसाद मामले पर भी शासी परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि मरीजों पर बाहर के दुकानों से दवा खरीदवाने के दबाव बनाने के आरोप में उमेश प्रसाद पर अनुशासनिक कार्यवाही की जाएगी।

बाइट- रामचंद्र चंद्रवंशी, स्वास्थ्य मंत्री झारखंड।
Last Updated :Sep 27, 2019, 12:25 PM IST
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