रांचीः राज्य के सभी जिलों में ड्रग्श और अवैध शराब के खिलाफ दो हफ्ते से अभियान चल रहा है, लेकिन राज्य के सभी जिलों में चलाए जा रहे इस अभियान में पुलिसिया प्रदर्शन पर पुलिस मुख्यालय ने नाराजगी जताई है.
नए सिरे से आदेश जारी
नशे के खिलाफ चलाए जा रहे इस अभियान के संबंध में मुख्यालय ने सभी जिलों के एसपी और जोन डीआईजी को नए सिरे से आदेश जारी किया हैं. जिसमें बताया गया है कि अवैध शराब और नारकोटिक्स पदार्थों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में पुलिस का प्रदर्शन काफी खराब है. कुछ जिलों में सिर्फ नाममात्र की गिरफ्तारियां हुईं हैं. वहीं, काफी कम एफआईआर दर्ज हुई हैं. अधिकांश जगहों पर पुलिस ने सिर्फ स्टेशन डायरी इंट्री करने की खानापूर्ति की है.
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थानेदार नहीं ले रहे अभियान में रूचि
पुलिस मुख्यालय की ओर से जिलों के एसपी को लिखा गया है कि थानेदार इस अभियान में कोई खास रूचि नहीं ले रहे है. इसी तरह थानेदार के ऊपर के अधिकारी इंस्पेक्टर, डीएसपी भी इस अभियान में अपनी भागीदारी नहीं दिखा रहे है. पुलिस मुख्यालय ने जिलों के एसपी और एसएसपी को निर्देश दिया है कि वह खुद टीम को लीड कर कई जगहों पर छापेमारी करें. मुख्यालय ने जिलों के एसपी को निर्देशित किया कि वरीय अधिकारियों को इस अभियान में बेहतर करना होगा. नशे के खिलाफ अभियान में असफलता की एंट्री सलाना एसीआर में भी की जाएगी.
डीजीपी हैं नाराज
शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय के समीक्षा के बाद डीजीपी भी जिलों के एसपी और पुलिसकर्मियों के प्रदर्शन से नाराज हैं. उन्होंनें अभियान में तेजी लाने का निर्देश दिया है. डीजीपी के निर्देश पर एक नवंबर से 14 नवंबर तक अभियान चलाने का आदेश सभी जिलों को दिया गया था. अभियान समाप्ति के बाद जिस इलाके में अवैध नशे का कारोबार होगा, वहां के थानेदार पर कार्रवाई होगी.