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रांची: वर्षों से फरार चल रहा शराब माफिया गिरफ्तार, कई मामलों में है आरोपी

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Published : Jun 3, 2021, 2:56 PM IST

झारखंड के मोस्ट वांटेड शराब माफिया नरेश सिंघानिया को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस को जहरीली शराब पीने के बाद हुई 22 से ज्यादा मौतों के मामले में पुलिस को इसकी तलाश थी.

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शराब माफिया नरेश सिंघानिया गिरफ्तार

रांची: झारखंड के मोस्ट वांटेड शराब माफिया नरेश सिंघानिया को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है. गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया है. पिछले तीन चार वर्षों से शराब माफिया पुलिस को चकमा देकर भागता फिर रहा था.

ये भी पढ़े- गैंगस्टर सुजीत सिन्हा जमशेदपुर से धनबाद जेल शिफ्ट, शिकंजे की तैयारी में पुलिस

22 से ज्यादा मौत के मामले में थी तलाश

बता दें कि करम पर्व के मौके पर 2 सितंबर 2017 की रात अवैध शराब कारोबारी सिंघानिया बंधु प्रहलाद सिंघानिया और नरेश सिंघानिया ने रांची के बाजार में नकली शराब की एक बड़ी खेप उतारी थी. इस जहरीली शराब का सेवन कर 22 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. मरने वालों में जैप के चार जवान भी शामिल थे.

जांच के बाद यह स्पष्ट हो गया था कि जहरीली शराब की यह खेप सिंघानिया बंधुओं ने बाजार में परोसी थी. इसके बाद रांची के नामकुम, सुखदेवनगर और डोरंडा में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. सिंघानिया बंधु पिछले 20 वर्षो से रांची समेत दूसरे जिलों में अवैध शराब का कारोबार कर रहे थे.

सिंघानिया के अवैध शराब कारोबार की खबर पुलिस को रहने के बावजूद उसका काला धंधा जारी था. जहरीली शराब की खेप उतारे जाने से हुई मौतों के बाद धंधे पर विराम लगा और प्रह्लाद सिंघानिया पकड़ा गया. सिंघानिया बंधु के खिलाफ अवैध शराब के कारोबार का पहला मामला 2005 में दर्ज हुआ था.

कई मामलों में अभियुक्त नरेश सिंघानिया को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. नामकुम थाने में नरेश सिंघानिया से लगातार पूछताछ जारी है. इसके बाद नरेश सिंघानिया को कोरोना वायरस की जांच के लिए रिम्स भेजा जाएगा. कई मामलों में अभियुक्त फरार चल रहे नरेश सिंघानिया को गिरफ्तार के लिए बरसों से पुलिस जगह-जगह पर छापेमारी कर रही थी.

रांची: झारखंड के मोस्ट वांटेड शराब माफिया नरेश सिंघानिया को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है. गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया है. पिछले तीन चार वर्षों से शराब माफिया पुलिस को चकमा देकर भागता फिर रहा था.

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22 से ज्यादा मौत के मामले में थी तलाश

बता दें कि करम पर्व के मौके पर 2 सितंबर 2017 की रात अवैध शराब कारोबारी सिंघानिया बंधु प्रहलाद सिंघानिया और नरेश सिंघानिया ने रांची के बाजार में नकली शराब की एक बड़ी खेप उतारी थी. इस जहरीली शराब का सेवन कर 22 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. मरने वालों में जैप के चार जवान भी शामिल थे.

जांच के बाद यह स्पष्ट हो गया था कि जहरीली शराब की यह खेप सिंघानिया बंधुओं ने बाजार में परोसी थी. इसके बाद रांची के नामकुम, सुखदेवनगर और डोरंडा में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. सिंघानिया बंधु पिछले 20 वर्षो से रांची समेत दूसरे जिलों में अवैध शराब का कारोबार कर रहे थे.

सिंघानिया के अवैध शराब कारोबार की खबर पुलिस को रहने के बावजूद उसका काला धंधा जारी था. जहरीली शराब की खेप उतारे जाने से हुई मौतों के बाद धंधे पर विराम लगा और प्रह्लाद सिंघानिया पकड़ा गया. सिंघानिया बंधु के खिलाफ अवैध शराब के कारोबार का पहला मामला 2005 में दर्ज हुआ था.

कई मामलों में अभियुक्त नरेश सिंघानिया को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. नामकुम थाने में नरेश सिंघानिया से लगातार पूछताछ जारी है. इसके बाद नरेश सिंघानिया को कोरोना वायरस की जांच के लिए रिम्स भेजा जाएगा. कई मामलों में अभियुक्त फरार चल रहे नरेश सिंघानिया को गिरफ्तार के लिए बरसों से पुलिस जगह-जगह पर छापेमारी कर रही थी.

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