रांची: झारखंड टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट(JTET) के लिए वर्षों से तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों ने जेटीईटी के आयोजन की मांग को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की(Petition in Jharkhand High Court for conducting JTET) है. याचिका के माध्यम से अभ्यर्थियों ने झारखंड हाई कोर्ट से कहा कि वर्षों से राज्य सरकार ने परीक्षा (JTET) नहीं लिया है. पिछले 5 वर्षों से बीएड और डीएलएड पास अभ्यर्थी इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. लेकिन सरकार परीक्षा नहीं करा रही है. इससे छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है. इसलिए अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट से गुहार लगाई है कि वह राज्य सरकार को परीक्षा आयोजित करने का निर्देश दे.
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झारखंड हाई कोर्ट के अधिवक्ता धीरज कुमार ने बताया कि याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने याचिका के माध्यम से अदालत को यह जानकारी दी है कि झारखंड सरकार ने वर्ष 2016 में जेटेट (JTET) आयोजित की थी. इसके बाद से बीएड और डीएलएड पास अभ्यर्थी इस परीक्षा के आयोजन का इंतजार कर रहे हैं. पिछले 5 सालों में एक बार भी इसका आयोजन नहीं किया गया, जबकि एनसीटीई गाइडलाइंस के तहत प्रत्येक वर्ष कम से कम एक बार परीक्षा का आयोजन होना चाहिए.
परीक्षा के आयोजन का निर्देश देने की मांग
याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने झारखंड उच्च न्यायालय को बताया कि पांच साल बाद भी राज्य सरकार इस परीक्षा के आयोजन में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है. आखिर परीक्षा का आयोजन क्यों नहीं किया जा रहा है. इसकी भी कोई जानकारी नहीं दी जा रही है.विगत 5 साल से टेट परीक्षा का आयोजन नहीं होने से अभ्यर्थियों में असंतोष है. उन्हें अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है.
अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि अभ्यर्थियों को यह लगने लगा है कि बीएड-डीएलएड करके आखिर क्या होगा. जब सरकार जेटेट परीक्षा ही नहीं ले रही है. याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने झारखंड हाई कोर्ट से मांग की है कि राज्य सरकार को जे टेट परीक्षा लेने का निर्देश दिया जाए ताकि वर्ष 2016 से इंतजार कर रहे अभ्यर्थी शिक्षक नियुक्ति में भाग ले सकें.