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रघुवर दास हैं खनन घोटाले के बड़े हिस्सेदार तो उनसे पूछताछ क्यों नहीं? ईडी चार्जशीट का हवाला देकर विधायक सरयू ने उठाए सवाल

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Published : Nov 17, 2022, 8:38 PM IST

निर्दलीय विधायक सरयू राय ने सिर्फ सीएम हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ (ED interrogation of CM Hemant Soren) पर सवाल खड़े किए हैं. सरयू राय ने कहा है कि पूर्व सीएम रघुवर दास भी खनन घोटाले में हिस्सेदार हैं तो उनसे पूछताछ क्यों नहीं हो रही है.

mining scam case
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रांची: झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री और निर्दलीय विधायक सरयू राय (MLA Saryu Rai) ने अवैध खनन घोटाले में राज्य के पूर्व सीएम रघुवर दास से भी ईडी पूछताछ की मांग की है. उन्होंने कहा है कि ईडी ने अपनी चार्जशीट में अवैध खनन घोटाले में जिस अवधि का जिक्र किया है, उस अवधि में (Former CM Raghuvar Das) रघुवर दास साल तक मुख्यमंत्री और खान मंत्री रहे हैं. स्टोन चिप्स की अवैध ढुलाई का आरोप जिन लोगों पर है, उनमें एक प्रेमप्रकाश को ईडी ने अरेस्ट भी कर रखा है. यह शख्स रघुवर दास का करीबी रहा है. घोटाले में वह बड़े हिस्सेदार रहे हैं. ईडी को पूछताछ के लिए उन्हें भी समन करना चाहिए.

ये भी पढ़ें- पूछताछ से पहले सीएम हेमंत सोरेन ने ईडी को लिखा पत्र, अवैध खनन मामले में 12 बिंदुओं में दिया जवाब

बता दें कि पूर्व सीएम रघुवर दास पर खनन घोटाले में सहभागी होने का आरोप लगाने वाले सरयू राय उनके मंत्रिमंडल में शामिल थे. भाजपा का टिकट न मिलने पर 2019 के चुनाव में उन्होंने रघुवर दास के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ा था और उन्हें पराजित किया था.

  • .@dir_ed के चार्जशीट में पीरपैंती साइडिंग से 251 रेल रैक स्टोन चिप्स का अवैध परिवहन बिना चालान हुआ है,जिसमें 233 रैक @dasraghubar सरकार में और 18 रैक @HemantSorenJMM सरकार में हुआ है.दोनों अवैध परिवहन प्रेम प्रकाश की कम्पनी ने किया है.फिर पूछताछ केवल @HemantSorenJMM से ही क्यों?

    — Saryu Roy (@roysaryu) November 17, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

जमशेदपुर पूर्वी के विधायक राय ने खनन घोटाले में ईडी की ओर से दायर चार्जशीट का हवाला देते हुए कहा है कि 2015 से 2019 के बीच हर साल रेलवे रैक से स्टोन चिप्स की अवैध ढुलाई हुई है. चार्जशीट के मुताबिक पीरपैंती साइडिंग से बिना चालान 251 रेल रैक स्टोन चिप्स का अवैध परिवहन हुआ है, जिसमें 233 रैक की ढुलाई रघुवर दास सरकार के कार्यकाल में हुई है, जबकि मात्र 18 रैक की ढुलाई हेमंत सोरेन सरकार के कार्यकाल में हुई. यह अवैध परिवहन प्रेम प्रकाश की कम्पनी ने किया है, फिर पूछताछ केवल हेमंत सोरेन से क्यों हो रही है?

  • .@dir_ed जिस घोटाला में पूजा सिंघल जेल में है,चार्जशीट के अनुसार वह 2013-20 में हुआ.घोटाला कम्पनी खाता में 2013-14 में ₹10.56 करोड़ और 2015-20 में ₹154.44 करोड़ जमा हुआ.जिस आरोप में #ED ने पूजा को जेल में डाला है,उसीमें @dasraghubar ने उन्हें आरोप मुक्त कर दिया था.ED चुप क्यों?

    — Saryu Roy (@roysaryu) November 17, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

राय ने कहा है कि जिस घोटाला में झारखंड की पूर्व खान सचिव पूजा सिंघल जेल में है. ईडी चार्जशीट के अनुसार वह घोटाला 2013 से 20 के बीच हुआ. जिस आरोप में ईडी ने पूजा सिंघल को जेल में डाला है, उस मामले में रघुवर दास की सरकार ने ही उन्हें आरोपमुक्त किया था. इस मामले में भी ईडी रघुवर दास की भी भूमिका पर चुप क्यों है? उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार पर तो सिर्फ गिट्टी घोटाले का आरोप है, जिसमें उनके प्रतिनिधि पंकज मिश्रा मुख्य अभियुक्त हैं, पर रघुवर दास पर तो गिट्टी घोटाला के साथ ही मनरेगा घोटाले का आरोप भी है, जो ईडी की उस चार्जशीट से साबित होता है, जिसमें पूजा सिंघल पर मुकदमा हुआ है। सरयू राय ने इस मामले को लेकर ईडी के डायरेक्टर को टैग करते हुए कई ट्वीट किए हैं.

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