बेड़ो,रांची: मांडर विधायक बंधु तिर्की ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों और छात्र-छात्राओं को सकुशल वापस लाने के लिए त्वरित कार्रवाई करने को कहा. बंधु तिर्की ने पूर्ववर्ती रघुवर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग के अंतर्गत झारखंड स्किल डेवलपमेंट मिशन सोसायटी द्वारा 12 जनवरी 2018 के एक मंच से झारखंड के 26674 युवक-युवतियों को रोजगार उपलब्ध कराया गया. जिसे लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था.
वहीं, 2019 में राष्ट्रीय युवा दिवस पर 1,06,619 युवाओं को रोजगार दिया गया और सरकारी दावों के अनुसार 2018/19 में विभिन्न विभागों द्वारा कौशल विकास के माध्यम से 1,90,000 लोगों को रोजगार दिया गया. जो बस एक दीर्घ स्वपन साबित हुआ. रोजगार के नाम पर झारखंडी युवक-युवतियों को 5000,6000 रुपए प्रतिमाह वेतन देने के नाम पर चेन्नई मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु की प्लेसमेंट एजेंसी द्वारा उन्हें महानगरों में नौकरी दी गई. महंगाई के इस दौर में इतना कम मेहनताना होने के बावजूद झारखंडी युवक युवतियां सरकार और प्लेसमेंट एजेंसी के जाल में फंसकर महानगरों में चले गए और इतने कम वेतन में जीवीकोपार्जन के लाले पड़ गए.
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बता दें कि बहुतों ने नौकरी छोड़ दी और कुछ बच्चे छात्र किसी तरह अपना जीवन यापन कर रहे थे. इसी में कोविड-19 महामारी के चलते लॉकडाउन में उन्हीं युवक-युवतियों का जीवन जीना दूभर हो गया. ऐसे छात्र-छात्राओं को सरकार सकुशल घर वापसी के लिए अपनी तरफ से व्यवस्था करें और उन्हें वापस लाए. कौशल विकास प्लेसमेंट के आड़ पर नौकरी के नाम पर ठगी में शामिल लोगों पर कार्रवाई की जाए.