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मद्य निषेध विभाग ने गिनाई 4 साल की उपलब्धियां, राजस्व में 28% की वृद्धि

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Published : Aug 21, 2019, 11:37 PM IST

झारखंड उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग ने 4 साल में राजस्व की वृद्धि की उपलब्धियां गिनाई. विभाग के सचिव राहुल शर्मा ने बताया कि  2017-18 के मुकाबले इस साल शराब से राजस्व में 28% की वृद्धि हुई है और साल 19-20 में अट्ठारह सौ करोड़ रुपए राजस्व की प्राप्ति लक्ष्य है.

उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के सचिव राहुल शर्मा

रांची: उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग ने 4 साल में राजस्व की वृद्धि को लेकर अपनी उपलब्धियां गिनाई. विभाग ने बताया कि सरकारी दुकानों के अलावा अब मॉल और खुदरा विक्रेताओं की अन्य दुकानों में भी शराब की बिक्री की जाएगी.

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शराब से राजस्व में 28% की वृद्धि

उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के सचिव राहुल शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि बीते 2017-18 के मुकाबले इस साल शराब से राजस्व में 28% की वृद्धि हुई है. वहीं, वित्तीय वर्ष 19-20 में अट्ठारह सौ करोड़ रुपए राजस्व की प्राप्ति लक्ष्य रखा गया है. झारखंड में शराब बिक्री के लिए 1 हजार 634 दुकानों की स्वीकृति हुई हैं, जिसमें से 6 हजार 719 दुकानों का ऑनलाइन आवेदन प्राप्त कर लॉटरी के माध्यम से दुकान वितरण भी किया गया.

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पॉलिसी में भी किया गया बदलाव

राजस्व की इज ऑफ डूइंग बिजनेस के तहत शराब का आयात और निर्यात की धार बढ़ाई और घटाई गई है. सरकार ने नई आयात शुल्क को बढ़ाया है और निर्यात शुल्क कम किया है. राज्य में होटलों, रेस्टोरेंटों और बाहरी लोगों की संख्या कम होने की वजह से पॉलिसी में भी बदलाव किया गया है.

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राजस्व के लिए बढ़ाई जाएगी होटल और रेस्टोरेंट की संख्या

सचिव राहुल शर्मा ने बताया कि राज्य में राजस्व प्राप्ति के लिए होटल और रेस्टोरेंट की संख्या बढ़ाई जाएगी, साथ ही इन पर नियंत्रण रखने के लिए एक सौ अधिकारियों की बहाली 2016 में ही की गई थी. उन्होंने बताया कि उत्पाद अभियोग और छापामारी को बल देने के लिए झारखंड सरकार द्वारा विभाग के लिए बोलेरो जैसी 30 नई गाड़ियों की खरीदारी की गई है, जिससे झारखंड में अवैध शराब कारोबारियों पर नकेल कसा जा सके.

Intro:रांची
बाइट---राहुल शर्मा उत्पाद सचिव


उत्पाद विभाग 4 साल में झारखंड सरकार को जगह राजस्व की वृद्धि को लेकर अपनी उपलब्धियां गिनाई। राजस्व विभाग ने बताया कि सरकारी दुकानों के अलावा अब मॉल और खुदरा विक्रेताओं की अन्य दुकानें में भी शराब की बिक्री की जाएगी उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के सचिव राहुल शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि बीते 2017-18 के मुकाबले इस वर्ष शराब से राजस्व में 28% की वृद्धि हुई है वहीं वित्तीय वर्ष 1920 में अट्ठारह सौ करोड़ रुपए राजस्व की प्राप्ति लक्ष्य रखा गया है






Body:राज्य में शराब बिक्री के लिए 1634 दुकानों की सुकृति हुई है जिसमें से 6719 दुकानों का ऑनलाइन आवेदन प्राप्त कर लिया गए हैं सभी दुकानों का लॉटरी के माध्यम से वितरण भी किया गया राजस्व की इज ऑफ डूइंग बिजनेस के तहत शराब का आयात और निर्यात की धार बढ़ाई और घटाई गई है सरकार नई आयात शुल्क को बढ़ाया है तो वहीं निर्यात शुल्क कम किया है राज्य में होटलों रेस्टोरेंट और बाहर की संख्या अन्य राज्यों के मुकाबले कम होने की वजह से पॉलिसी में भी बदलाव किया गया है


Conclusion:राज्य में राजस्व प्राप्ति के लिए होटल रेस्टोरेंट और बाहर की संख्या बढ़ाई जाएगी साथ ही इन पर नियंत्रण रखने के लिए एक सौ अधिकारियों की बहाली 2016 में ही की गई है साथी उत्पाद अभियोग एवं छापामारी को बल देने के लिए राज्य सरकार द्वारा विभाग के लिए बोलेरो जैसी 30 नई गाड़ियों की खरीदारी की गई है । जिससे अवैध शराब कारोबारियों पर नकेल भी कैसा गया है।
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