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'अंगूर की बेटी' के सहारे चुनाव जीतने की जुगत, बॉर्डर पर पुलिस ने लगाया पहरा

बिहार और झारखंड में सक्रिय शराब माफिया बड़े पैमाने पर अवैध शराब की तस्करी को लेकर सक्रिय हो चुके हैं. झारखंड से बड़े पैमाने पर शराब बिहार में ले जाने की तैयारी चल रही है, जिस पर नकेल कसने के लिए झारखंड पुलिस बिहार पुलिस के साथ मिलकर काम कर रही है.

जानकारी देते अधिकारी
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Published : Apr 6, 2019, 6:36 PM IST

रांची: लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार और झारखंड में सक्रिय शराब माफिया बड़े पैमाने पर अवैध शराब की तस्करी को लेकर सक्रिय हो चुके हैं. चुनाव में पार्टी विशेष को फायदा पहुंचाने के लिए शराब का जमकर उपयोग किया जाता है. बिहार में पूर्ण रूप से शराब बंदी है ऐसे में आसपास के राज्यों से शराब की खेप मंगवा कर उसे बिहार में खपाने की तैयारी की जा रही है. झारखंड से बड़े पैमाने पर शराब बिहार में ले जाने की तैयारी चल रही है, जिस पर नकेल कसने के लिए झारखंड पुलिस बिहार पुलिस के साथ मिलकर काम कर रही है.

जानकारी देते अधिकारी

झारखंड पुलिस को सूचना मिली है कि बिहार में चुनाव को प्रभावित करने के लिए शराब की छोटी-छोटी खेप झारखंड से ले जाया जा रहा है. जानकारी के अनुसार होली के दौरान ही शराब की बड़ी खेप झारखंड के सीमा के आस- पास छुपा कर रखा गया है जिसे मौका मिलते ही बिहार में सप्लाई किया जाएगा.

उत्पाद विभाग को मिला अतिरिक्त पुलिस बल
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता आईजी अभियान आशीष बत्रा ने बताया कि बिहार में अवैध रूप से शराब झारखंड से ना जा पाए इसके लिए विशेष तैयारियां की गई है झारखंड से सटे बिहार की सभी सीमाओं पर चेक नाका बनाए गए हैं. हाल के दिनों में शराब की कई बड़ी खेप भी पुलिस ने बरामद किया है, वहीं उत्पाद विभाग को शराब तस्करों से निपटने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी उपलब्ध करवाया गया है.

कार्डिनेसन मीटिंग में रखी गई बात
झारखंड पुलिस के एडीजी मुरारी लाल मीणा के अनुसार चुनाव में बड़े पैमाने पर शराब का इस्तेमाल किया जाता है. चूंकि झारखंड एक ऐसा राज्य है जिसकी सबसे अधिक शहरों की सीमा बिहार से मिलती है. पैसे और शराब के बल पर चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश पहले से होते आई है. उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव को लेकर आसपास के राज्यों के साथ जो कोआर्डिनेशन मीटिंग की गई थी उसमें शराब भी महत्वपूर्ण मुद्दा था. कोआर्डिनेशन मीटिंग में भी बिहार पुलिस के अधिकारियों ने शराब की खेप झारखंड से बिहार ना पहुंचे उसके लिए करवाई की बात कही थी इस मामले को लेकर दोनों राज्यों की पुलिस चौकस है.

रांची: लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार और झारखंड में सक्रिय शराब माफिया बड़े पैमाने पर अवैध शराब की तस्करी को लेकर सक्रिय हो चुके हैं. चुनाव में पार्टी विशेष को फायदा पहुंचाने के लिए शराब का जमकर उपयोग किया जाता है. बिहार में पूर्ण रूप से शराब बंदी है ऐसे में आसपास के राज्यों से शराब की खेप मंगवा कर उसे बिहार में खपाने की तैयारी की जा रही है. झारखंड से बड़े पैमाने पर शराब बिहार में ले जाने की तैयारी चल रही है, जिस पर नकेल कसने के लिए झारखंड पुलिस बिहार पुलिस के साथ मिलकर काम कर रही है.

जानकारी देते अधिकारी

झारखंड पुलिस को सूचना मिली है कि बिहार में चुनाव को प्रभावित करने के लिए शराब की छोटी-छोटी खेप झारखंड से ले जाया जा रहा है. जानकारी के अनुसार होली के दौरान ही शराब की बड़ी खेप झारखंड के सीमा के आस- पास छुपा कर रखा गया है जिसे मौका मिलते ही बिहार में सप्लाई किया जाएगा.

उत्पाद विभाग को मिला अतिरिक्त पुलिस बल
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता आईजी अभियान आशीष बत्रा ने बताया कि बिहार में अवैध रूप से शराब झारखंड से ना जा पाए इसके लिए विशेष तैयारियां की गई है झारखंड से सटे बिहार की सभी सीमाओं पर चेक नाका बनाए गए हैं. हाल के दिनों में शराब की कई बड़ी खेप भी पुलिस ने बरामद किया है, वहीं उत्पाद विभाग को शराब तस्करों से निपटने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी उपलब्ध करवाया गया है.

कार्डिनेसन मीटिंग में रखी गई बात
झारखंड पुलिस के एडीजी मुरारी लाल मीणा के अनुसार चुनाव में बड़े पैमाने पर शराब का इस्तेमाल किया जाता है. चूंकि झारखंड एक ऐसा राज्य है जिसकी सबसे अधिक शहरों की सीमा बिहार से मिलती है. पैसे और शराब के बल पर चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश पहले से होते आई है. उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव को लेकर आसपास के राज्यों के साथ जो कोआर्डिनेशन मीटिंग की गई थी उसमें शराब भी महत्वपूर्ण मुद्दा था. कोआर्डिनेशन मीटिंग में भी बिहार पुलिस के अधिकारियों ने शराब की खेप झारखंड से बिहार ना पहुंचे उसके लिए करवाई की बात कही थी इस मामले को लेकर दोनों राज्यों की पुलिस चौकस है.

Intro:डे प्लान

लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार और झारखंड में सक्रिय शराब माफिया बड़े पैमाने पर अवैध शराब की तस्करी को लेकर सक्रिय हो चुके हैं। चुनाव में पार्टी विशेष को फायदा पहुंचाने के लिए शराब का जमकर उपयोग किया जाता है। चुकी बिहार में पूर्ण रूप से शराब बंदी है ऐसे में आसपास के राज्यों से शराब की खेप मंगवा कर उसे बिहार में खपाने की तैयारी की जा रही है। झारखंड सेबी बड़े पैमाने पर शराब बिहार में ले जाने की तैयारी चल रही है जिस पर नकेल कसने के लिए झारखंड पुलिस बिहार पुलिस के साथ मिलकर काम कर रही है।

उत्पाद विभाग को मिला अतिरिक्त पुलिस बल

झारखंड पुलिस को सूचना मिली है कि बिहार में चुनाव को प्रभावित करने के लिए शराब की छोटी-छोटी खेप झारखंड से ले जाया जा रहा है। पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार होली के दौरान ही शराब की बड़ी खेप झारखंड के सीमा के आस पास छुपा कर रखा गया है जिसे मौका मिलते ही बिहार में सप्लाई किया जाएगा। झारखंड पुलिस के प्रवक्ता आईजी अभियान आशीष बत्रा ने बताया कि बिहार में अवैध रूप से शराब झारखंड से ना जा पाए इसके लिए विशेष तैयारियां की गई है झारखंड से सटे बिहार की सभी सीमाओं पर चेक नाका बनाए गए हैं। हाल के दिनों में शराब की कई बड़ी खेप भी पुलिस ने बरामद किया है। वहीं उत्पाद विभाग को शराब तस्करों से निपटने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी उपलब्ध करवाया गया है।

बाईट - आशीष बत्रा , आईजी अभियान

कार्डिनेसन मीटिंग में रखी गई बात

झारखंड पुलिस के एडीजी मुरारी लाल मीणा के अनुसार चुनाव में बड़े पैमाने पर शराब का इस्तेमाल किया जाता है। चूंकि झारखंड एक ऐसा राज्य है जिसकी सबसे अधिक शहरों की सीमा बिहार से मिलती है। पैसे और शराब के बल पर चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश पहले से होते आई है क्योंकि बिहार में शराबबंदी है इसलिए झारखंड की शराब बिहार में पहुंचाई जाती रही है। एडीजी के अनुसार लोकसभा चुनाव को लेकर आसपास के राज्यों के साथ जो कोआर्डिनेशन मीटिंग की गई थी उसमें शराब भी महत्वपूर्ण मुद्दा था। कोआर्डिनेशन मीटिंग में भी बिहार पुलिस के अधिकारियों ने शराब की खेप झारखंड से बिहार ना पहुंचे उसके लिए करवाई की बात कही थी इस मामले को लेकर दोनों राज्यों की पुलिस विशेष चौकस है।

बाईट - एम एल मीणा , एडीजी अभियान





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