रांची: किसी राज्य से कोई केंद्रीय मंत्री का हद प्राप्त करता है तो उससे राज्य के लोगों की उम्मीद बढ़ जाती है. राज्य के लिए वह कुछ बेहतर करेगा आम जनता यह भरोसा करने लगती है, लेकिन जब उसकी यह आकांक्षा पूरी नहीं होती, इसपर सवाल उठना लाजमी हो जाता है.
विपक्ष उठा रहा है सवाल
मोदी कैबिनेट में झारखंड से सिर्फ अर्जुन मुंडा ही नहीं बल्कि एक और नेता हैं, जो मंत्री हैं. यह ऐसे नेता हैं जो राष्ट्रीय स्तर के हर मामलों में मीडिया के केंद्र में बने रहते हैं, लेकिन मोदी कैबिनेट में मंत्री बनने के 100 दिन बाद भी उन्होंने झारखंड की जनता के लिए कुछ विशेष करना तो दूर की बात उनके प्रति आभार तक जताना मुनासिब नहीं समझा. उनके इस रवैये को देखते हुए विपक्ष ने इसको लेकर सवाल उठाए हैं.
मुख्तार अब्बास नकवी सवालों के घेरे में
वो नेता कोई और नहीं बल्कि झारखंड से राज्यसभा सांसद और बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी हैं जिन्हें मोदी कैबिनेट में राज्य मंत्री बनाया गया है और उन्हें अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया है. झारखंड जहां अल्पसंख्यक जातियों की एक बड़ी संख्या रहती है लेकिन मुख्तार नकवी ने आज तक उनके हित में कोई घोषणा नहीं की है और झारखंड से दूरियां भी बढ़ा रहे हैं. ऐसे में आगामी चुनावों को देखते हुए विपक्ष उन्हें लगातार अपना निशाना बना रहा है.
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क्या कह रहा है विपक्ष
विपक्ष का आरोप है कि बीजेपी ऐसे लोगों को केंद्र में मौका दे रही है, जो राज्य की जनता के बारे में सोचती तक नहीं है. इस मामले पर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव का कहना है कि बीजेपी झारखंड को राजनीतिक चारागाह के रूप में इस्तेमाल करती है. चाहे एसएस आहलुवालिया हो या मुख्तार अब्बास नकवी या फिर अन्य राष्ट्रीय स्तर के नेता-मंत्री वे यहां से प्रतिनिधित्व लेकर मंत्री का पद तो ले लेते हैं लेकिन झारखंड उनकी प्राथमिकता में कभी शामिल नहीं होता है. इससे राज्य का विकास बाधित होता है, जो चिंता का विषय है. विपक्ष का कहना है कि वे ऐसे लोगों को मौका देती है जो स्थानीय होते हैं जो लगातार राज्य का मुद्दा केंद्र में भी उठाते हैं लेकिन भाजपा यहां की जनता की भावनाओं के साथ सिर्फ खेल रही है.
क्या कह रहे हैं बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता दीनदयाल बर्णवाल
विपक्ष के इस आरोप पर बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता दीनदयाल बर्णवाल का कहना है कि विपक्ष का आरोप बेबुनियाद है. विपक्ष विधानसभा चुनाव को देखते हुए सिर्फ जनता को भड़काने की कोशिश कर रहा है. मोदी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर भी उनका झारखण्ड में ना आने के सवाल पर दीनदयाल बर्णवाल का कहना है कि राज्यसभा सांसद पर पूरे देश की जिम्मेवारी होती है ना कि केवल राज्य की. इसके साथ ही वह देश के मंत्री हैं खुद को एक राज्य के मंत्री के रूप में वे प्रस्तुत नहीं कर सकते हैं. हालांकि झारखंड के प्रति उनका प्रेम हमेशा से रहता है और जरूरत पर वे हमेशा झारखंड के साथ खड़े होते हैं.