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सीएम हेमंत सोरेन ने कोल्हान प्रमंडल के सांसदों-विधायकों संग किया कोरोना पर मंथन, टीकाकरण-जागरुकता अभियान पर जोर

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Published : May 11, 2021, 12:49 PM IST

Updated : May 11, 2021, 8:43 PM IST

cm doing meeting with mp and mla in ranchi
कोरोना पर मंथन

12:43 May 11

कोरोना पर मंथन

कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दक्षिणी छोटानागपुर और कोल्हान प्रमंडल के सांसदों और विधायकों के साथ बैठक की
कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दक्षिणी छोटानागपुर और कोल्हान प्रमंडल के सांसदों और विधायकों के साथ बैठक की

रांची: कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दक्षिणी छोटानागपुर और कोल्हान प्रमंडल के सांसदों और विधायकों के साथ बैठक की और उनके सुझाव लिए. बैठक में ग्रामीण इलाके में संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए टीकाकरण और जागरुकता अभियान तेज करने पर जोर दिया गया.

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कोरोना के कोहराम से निपटने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को दक्षिणी छोटानागपुर और कोल्हान प्रमंडल के सांसदों और विधायकों के साथ बैठक कर उनके सुझाव लिए. इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की माननीयों को जानकारी दी. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि कोरोना की पहली लहर से हम सकारात्मक तरीके से निपटने में कामयाब रहे. दूसरी लहर से हम मुकाबला कर रहे हैं और अब तीसरी लहर के आने का भी खतरा मंडरा रहा है. ऐसे में अब इतना समय नहीं है कि कोरोना से जुड़े मुद्दों को नजरअंदाज करें. कोरोना को कैसे नियंत्रित किया जाए और संक्रमितों को समुचित व बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाए, इसे लेकर राज्य सरकार पूरी ताकत के साथ काम कर रही है. उन्होंने सांसदों और विधायकों से कहा कि सभी की एकजुटता, सहभागिता और सहयोग से ही कोरोना को काबू कर सकते हैं.

ग्रामीण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के ग्रामीण इलाके में कोरोना न बढ़े, वहां संक्रमण के खतरे को कैसे रोका जाए, इसपर सरकार का विशेष फोकस है.उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं और संसाधनों का विस्तार कर हमने कोरोना को लेकर शुरू में पैदा हई अफरातफरी को रोक लिया है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी जागरुकता की कमी है. इसके अभाव में कोरोना के खतरे को लोग समझ नहीं पा रहे हैं. टीकाकरण को लेकर लोगों के बीच भ्रम की स्थिति है और लोग टीका नहीं लेना चाह रहे हैं. टेस्ट को लेकर भी लोगों का रवैया उदासीन है. शवों के दाह-संस्कार में कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं हो रहा है.इससे कोरोना तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है. ऐसे में सरकार अब विशेष तौर पर ग्रामीण इलाकों में कोरोना की जांच, इलाज औऱ टीकाकरण को लेकर कार्ययोजना बनाकर कार्य कर रही है. इसके तहत लोगों को जागरूक करने के लिए प्रचार-प्रसार के विभिन्न माध्यमों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसमें सभी जन प्रतिनिधियों की भी अहम जिम्मेदारी है. कोरोना से कैसे बचा जा सकता है, इसे लेकर लोगों को समझाएं, तभी हम कोविड-19 से कारगर तरीके से निपट सकते हैं.

दूसरों को भी उपलब्ध कराएंगे संसाधन
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर में देश और मानव हित में झारखंड अपनी जरूरतों के साथ अन्य राज्यों की जरूरतों को भी पूरा करने का प्रयास कर रहा है.उन्होंने कहा कि झारखंड लगभग 600 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रहा है. कोरोना से जंग में जरूरी संसाधनों की किसी राज्य को कमी न हो, यह हमारी सरकार की विशेष प्राथमिकता रही है. हमारे पास जो भी संसाधन उपलब्ध होंगे, दूसरों को उनकी जरूरत के हिसाब से उपलब्ध कराएंगे.

आंगनबाड़ी केंद्रों तक पहुंचेगी कोरोना मेडिकल किट

मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण इलाके में कोरोना को लेकर दवाइयों की कोई किल्लत नहीं होने दी जाएगी. सरकार आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से कोरोना मेडिकल किट को लोगों तक पहुंचाने का निर्देश दे चुकी है. अबतक 45 हजार से ज्यादा कोरोना मेडिकल किट का वितरण किया जा चुका है.

Last Updated :May 11, 2021, 8:43 PM IST
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