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CAA और NRC के विरोध प्रदर्शन को मिला 'बंधु' का साथ, बोले- विधानसभा में उठाएंगे आवाज

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Published : Feb 7, 2020, 11:27 PM IST

रांची में एनआरसी और सीएए के विरोध में चल रहे धरना प्रदर्शन को झारखंड विकास मोर्चा से निलंबित मांडर के विधायक बंधु तिर्की का साथ मिला है. धरना को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा सत्र में वह इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाएंगे.

CAA और NRC के विरोध प्रदर्शन को मिला 'बंधु' का साथ, कहा- विधानसभा में उठाएंगे आवाज
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रांचीः झारखंड विकास मोर्चा से निलंबित मांडर के विधायक बंधु तिर्की ने शुक्रवार को कहा कि एनआरसी और सीएए के विरोध में वह सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठाएंगे. राजधानी के कडरू इलाके में इस बाबत चल रहे धरना को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा सत्र में भी वह इस मुद्दे को जोर शोर से उठाएंगे.

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बंधु तिर्की ने कहा कि उनका यह आंदोलन तब तक चलेगा जब तक कि यह कानून वापस नहीं लिया जाता है. उन्होंने कहा कि जो भी सेकुलर सोच के विधायक हैं उनका भी साथ इस बाबत लिया जाएगा.

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नागरिकों के अस्तित्व का सवाल

बंधु तिर्की ने कहा कि यह भारत के नागरिकों के अस्तित्व का सवाल है. यह केवल अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़ी बातें नहीं बल्कि राज्य के आदिवासी भी इसके लपेटे में आएंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका में साफ तौर पर कहा है कि राज्य में एनसीआर और सीएए लागू नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि इसके लिए वह मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हैं और उम्मीद करते हैं इस बाबत वह आगामी विधानसभा सत्र में कोई न कोई कदम उठाएंगे.

दरअसल राजधानी रांची के कडरू इलाके में दिल्ली के शाहीनबाग की तरह अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाएं पिछले 18 दिन से लगातार धरने पर हैं.

Intro:इससे जुड़ा वीडियो रैप से जा रहा है

रांची। झारखंड विकास मोर्चा से निलंबित मांडर के विधायक बंधु तिर्की ने शुक्रवार को कहा कि एनआरसी और सीएए के विरोध में वह सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठाएंगे। राजधानी के कडरू इलाके में इस बाबत चल रहे धरना को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा सत्र में भी वह इस मुद्दे को जोर शोर से उठाएंगे। उन्होंने कहा कि उनका यह आंदोलन तब तक चलेगा जब तक कि यह कानून वापस नहीं लिया जाता। उन्होंने कहा कि जो भी सेकुलर सोचकर विधायक हैं उनका भी साथ इस बाबत लिया जाएगा।





Body:उन्होंने कहा कि दरअसल यह भारत के नागरिकों के अस्तित्व का सवाल है। यह केवल अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़ी बातें नहीं बल्कि राज्य के आदिवासी भी इसके लपेटे में आएंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका में साफ तौर पर कहा है कि राज्य में एनसीआर और सीएए लागू नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए वह मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हैं और उम्मीद करते हैं इस बाबत वह आगामी विधानसभा सत्र में कोई न कोई कदम उठाएंगे।



Conclusion:दरअसल राजधानी रांची के कडरू इलाके में दिल्ली के शाहीनबाग की तरह अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाएं पिछले 18 दिन से लगातार धरने पर हैं।

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