बड़ा खुलासा: खालिस्तानियों के हथियार तस्कर अमन साव गैंग को देते थे हथियार

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Published : Aug 27, 2021, 10:48 PM IST

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झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साव को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. खालिस्तानी आतंकियों को हथियार सप्लाई करने वाला गिरोह गैंगस्टर अमन को हथियार उपलब्ध कराता था.

रांची: झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साव को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. गैंगस्टर अमन को खालिस्तानी आतंकियों को हथियार सप्लाई करने वाला गिरोह अत्याधुनिक हथियार उपलब्ध करवाता था. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के द्वारा गिरफ्तार हथियार तस्करों ने पूछताछ में यह बताया है कि वे लोग झारखंड के अपराधी अमन साव को भी हथियार सप्लाई करते थे.

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गिरफ्तारी के बाद हुआ खुलासा

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने खालिस्तानी आतंकियों को हथियार सप्लाई करने वाले दो तस्करों को गिरफ्तार किया था. खालिस्तानी आतंकियों को हथियार पहुंचाने वाले गिरोह के सदस्यों ने इस बात का खुलासा किया है की वे लोग झारखंड के बड़े अपराधी अमन साव को भी हथियार उपलब्ध करवाते थे.जानकारी मिलने के बाद झारखंड पुलिस के अधिकारी भी इस इनपुट पर काम कर रहे हैं. अमन साव वर्तमान में रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद है. अमन साव के गिरोह के पास एके- 47 समेत कई घातक हथियार हैं. जांच में यह बात सामने आयी है कि दिसंबर 2020 में लातेहार के तेतरियाखाड़ में अमन साव गिरोह के द्वारा कोयला साइडिंग पर फायरिंग करायी गई थी. इस फायरिंग के पहले गिरोह ने अमन साव को हथियार दिए थे.

कैसे खुला राज, क्या है मामला ?

खालिस्तानी आतंकियों को हथियार की सप्लायी करने वाला नेटवर्क सोशल साइट पर सक्रिय रह कर काम करता था. सोशल साइट पर महंगे हथियारों की तस्वीर लगाकर अपराधियों का गिरोह अलग अलग राज्यों के अपराधियों से संपर्क करता था. गिरोह पर दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने सर्विलांस के जरिए नजर रखे हुए था. गिरोह को धर दबोचा ने के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक फेक संगठन बनाकर तस्करों से हथियार मांगे. जब दोनों तस्कर दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के अफसरों को अपराधी समझकर हथियार पहुंचाने आए तब उन्हें धर दबोचा गया. दिल्ली पुलिस ने हथियार तस्कर राजेंद्र सिंह बरनाला और बबलू सिंह को गिरफ्तार किया. दोनों के पास से पुलिस ने 18 सेमी ऑटोमिटिक पिस्टल और 60 कारतूस भी बरामद किया था. गिरफ्तारी के बाद दोनों ने अमन साव गिरोह को हथियार देने की बात कबूली है.

अमन साव भी फेसबुक के जरिए लगातार हथियार के साथ अपनी तस्वीरें अपलोड करता था. जेल में बंद होने के बाद भी टेलीग्राम एप पर उसकी सक्रियता की बात पुलिसिया तफ्तीश में सामने आयी थी. झारखंड में खालिस्तानी आतंकियों को हथियार पहुंचाने वाले नेटवर्क के द्वारा यहां किसी आपराधिक गिरोह को हथियार की सप्लाई का पहला मामला अब सामने आया है. पूरे मामले को लेकर झारखंड पुलिस दिल्ली पुलिस के संपर्क में है.B

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