रामगढ़: देश के प्रसिद्ध सिद्धपीठ रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर में मां भगवती के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि की विधिवत पूजा की गई. इस अवसर पर विशेष फूलों से श्रृंगार कर महाआरती की गई. वहीं विशेष प्रकार का भोग लगाया गया. यहां देश भर से सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मां के दर्शन को पहुंचे. सभी ने कोविड 19 के नियमों के अनुसार मां के दर्शन किये. वहीं विभिन्न हवन कुण्डों में भक्तजन मां की आराधना में लीन दिखे.
इस अवसर पर रजरप्पा मंदिर के वरिष्ठ पुजारी असीम पंडा ने कहा कि आज के दिन सच्चे मन से मां की आराधना करने से फल की प्राप्ति होती है.
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इस बार नवरात्रि पूरे 9 दिनों की है. इस दौरान साधना और हवन के लिए देश के कोने-कोने से साधु-संत और साधक यहां पहुंचकर साधनापाठ करते हैं. यह मंदिर असम के कामख्या मंदिर के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सिद्धपीठ माना जाता है. रजरप्पा के भैरवी-भेड़ा और दामोदर नदी के संगम पर स्थित यह मंदिर लाखों लोगों की आस्था से जुड़ा है.