पलामूः मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज (Palamu Medinirai Medical College) में एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. कोरोना काल के बाद एमबीबीएस की परीक्षा ली गयी थी. लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी अब तक उनका रिजल्ट जारी नहीं हुआ है. इसको लेकर मेडिकल स्टूडेंट्स हर स्तर पर गुहार लगाकर थक चुके हैं.
मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (Medinirai Medical College and Hospital) की स्थापना 2018-19 में हुई थी. नेशनल मेडिकल काउंसिल की अनुमति मिलने के बाद पहले बैच में 92 छात्रों ने नामांकन लिया था. हालांकि मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए 100 सीट है. पहले बैच के 92 छात्रों को यह पता तक नहीं है कि वह कौन सी ईयर में पढ़ाई कर रहे हैं. पहले बैच के छात्रों का सेशन करीब दो वर्ष पीछे चल रहा है, कोविड काल में महीनों तक पढ़ाई बंद थी. उस दौरान छात्रों का आश्वासन दिया था कि उनका कोर्स समय पर पूरा हो जाएगा. इसको लेकर नीलांबर पीतांबर यूनिवर्सिटी ने पहल करते हुए एमबीबीएस की परीक्षा ली. लेकिन परीक्षा के महीनों बीत जाने के बावजूद अब तक रिजल्ट जारी नहीं किया गया है.
रिजल्ट जारी करने की मांग को लेकर एमबीबीएस के छात्र कई स्तर पर गुहार लगा रहे (MBBS students pleaded for result) हैं लेकिन उन्हें कहीं से किसी प्रकार की मदद नहीं मिल पा रही है. एमबीबीएस छात्रा ने बताया कि उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. शुरुआत में परीक्षा के दौरान बोला गया था कि 40 दिन में रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा लेकिन महीनों गुजर गए, रिजल्ट जारी नहीं किया जा रहा है. छात्र अमित ने बताया कि उन्हें पता नहीं चल रहा कि वो कौन-सी ईयर में पढ़ा रहे हैं. कोविड काल की वजह से उनका सेशन काफी पीछे है. पूरे मामले में भी कुलपति से मुलाकात करना चाहते हैं लेकिन मुलाकात नहीं हो पा रही है.
परीक्षा के बाद (MBBS students exam) एमबीबीएस के रिजल्ट को लेकर कई बार आश्वासन दिया गया है लेकिन रिजल्ट जारी नहीं किया जा रहा है. एमबीबीएस की पढ़ाई करने वालों में 43 छात्र जबकि 49 छात्राएं हैं. मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज में आधारभूत संरचनाओं के कारण दो सेशन में मेडिकल काउंसिल ने नामांकन पर रोक लगा दी थी. शुक्रवार को छुट्टी रहने के कारण पूरे मामले में नीलांबर पीतांबर यूनिवर्सिटी की तरफ से कोई पक्ष नहीं मिल पाया है.