श्रीप्रकाश शुक्ला और लॉरेंस विश्नोई जैसों को युवा मान रहे रोल मॉडल, अपराध की दुनिया में नाम कमाने के लिए उठा रहे खौफनाक कदम

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Published : May 30, 2023, 4:14 PM IST

Updated : May 30, 2023, 5:14 PM IST

Palamu youth in world of crime

सोशल मीडिया के प्रभाव और कम उम्र में अधिक पाने की चाह युवाओं को अपराधी बना रहा है. अपराध की दुनिया में नाम कमाने के लिए युवा खौफनाक कदम भी उठा रहे हैं. श्रीप्रकाश शुक्ला और लॉरेंस विश्नोई जैसे कुख्यातों को युवा अपना रोल मॉडल मानने लगे हैं.

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पलामू: एक पुलिस अधिकारी अपने दैनिक कार्यो को निबटा रहे थे, इसी क्रम में एक 16 वर्ष का नाबालिग उनसे मिलने पंहुचता है और एक चर्चित हत्याकांड की जिम्मेदारी लेता है. पुलिस अधिकारी उसकी बातों को ध्यान से सुनते है और जांच करते हैं. जांच में जो तथ्य निकलकर सामने आए वे बेहद ही चौंकाने वाले थे. नाबालिग ने कोई हत्या नहीं की थी ना ही अपराध में शामिल था. दरअसल, युवा जेल जा कर सुर्खियों में आना चाहता था. नाबालिग ने पुलिस अधिकारियों को ये भी कहा कि वह यूपी के डॉन श्री प्रकाश शुक्ला की तरह बनना चाहता है. पुलिस के पास पहुंची सिर्फ यह अकेली कहानी नहीं है. पुलिस के पास ऐसी कई कहानियां हैं, जो सोचने पर मजबूर कर रही कि युवा किस तरफ रुख कर रहे हैं.

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जिस इलाके से 70 के दशक में नक्सलियों को पनपने का मौका मिला था उस इलाके में हाईटेक अपराध की तरफ युवाओं का रुझान बढ़ रहा है. हम बात कर रहे हैं झारखंड की राजधानी रांची से करीब 165 किलोमीटर दूर पलामू की. 2004 के बाद से पलामू जैसे इलाके में सांगठित आपराधिक गिरोह पनपे हैं. 2004 के बाद से अपराधी गिरोहों की लड़ाई में 237 से भी अधिक की जान गई है. 70 प्रतिशत से भी अधिक गैंगवार की घटना में 14 से 18 वर्ष के युवा शामिल रहे हैं.

पलामू जैसे इलाके में किसी वक्त में ननकू पांडेय, बॉबी खान, डब्लू सिंह, सुजीत सिन्हा, कुणाल सिंह, विकास दुबे जैसे गैंगस्टरों का गैंग चलता था. अपराध की दुनिया में युवा इन्हें रोल मॉडल मानते थे, लेकिन हाल के दिनों में युवा लॉरेंस बिश्नोई, श्रीप्रकाश शुक्ला, सुशील श्रीवास्तव, भोला पांडेय जैसे बड़े गैंगस्टरों को अपना रोल मॉडल मान रहे हैं. पिछले एक वर्ष में पुलिस ने अपराधियों के पास से 113 हथियार बरामद किया है, जिसमें से 45 नाबालिगों के पास से मिला है.

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केस स्टडी 01: एक 16 वर्षीय लड़का पलामू पुलिस के अधिकारियों से कहता है कि उसने चर्चित गैंगस्टर टनटन उपाध्याय की गला काटकर हत्या की है. दरअसल, अपराध की दुनिया में चर्चित नाम टनटन की कुछ दिनों पहले गला काटकर हत्या कर दी गई थी. नाबालिग ने पुलिस अधिकारियों से हत्याकांड की जिम्मेदारी लेते हुए पूरी घटना को बताया था, पुलिस ने नाबालिग की बातों पर अनुसंधान किया तो उसकी सारी बातें झूठी निकली. पुलिस अधिकारियों ने जब उससे पूछताछ की तो नाबालिग ने बताया कि वह यूपी के डॉन श्रीप्रकाश शुक्ला की तरह बनना चाहता है. वह जेल में जाकर बड़े अपराधियों के संपर्क करना चाहता है और अपराध की दुनिया में नाम कमाना चाहता है. पुलिस ने मामले में नाबालिग के परिजनों को बुलाकर मामले की जानकारी दी.

केस स्टडी 02: पलामू पुलिस ने कुछ दिनों पहले कुछ अपराधियों को गिरफ्तार किया था, गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने हथियार भी बरामद किया था. गिरफ्तार अपराधियों में एक नाबालिग था जिसके हाथ में लॉरेंस बिश्नोई, एके 47 और धारा 302 का टैटू बना हुआ था. नाबालिग ने पुलिस को बताया कि वह लॉरेंस बिश्नोई की तरह डॉन बनेगा, एके-47 उसका पसंदीदा हथियार होगा. धारा 302 के बारे में उसने बोला कि यह हत्या के बाद लगाया जाने वाला आईपीसी का सेक्शन है.

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पुलिस युवाओं से लगातार कर रही अपील, गतिविधि पर रखी जा रही है नजर: पलामू के एएसपी ऋषभ गर्ग ने बताया कि पुलिस की कर्रवाई में जो जानकारी निकलकर सामने आई है उसके मुताबिक पलामू के कई युवा यूपी के डॉन, लॉरेंस बिश्नोई, झारखंड के कई बड़े अपराधियों की तरह बनने की चाह रखते हैं. एएसपी ऋषभ गर्ग ने बताया कि पुलिस लगातार युवाओं की गतिविधियों पर नजर रखे हुए है. पुलिस कई मौकों पर युवाओं और समाज से अपील कर रही कि युवा अपराध की तरफ रुख ना करें. उन्होंने बताया कि यह बेहद चिंतनीय विषय है कि युवा अपराध की तरफ रुख कर रहे हैं. पुलिस कानून के खिलाफ कदम उठाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करती है और करती रहेगी.

सोशल मीडिया, कम उम्र में अधिक पाने की चाह युवाओं को बना रहा है अपराधी: मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल के मनोचिकित्सक डॉ सुनील कुमार बताते है कि सोशल मीडिया और कम उम्र में अधिक पाने की चाह युवाओं को अपराध की तरफ भेज रहा है. 16 वर्ष से कम उम्र के युवा मानसिक तौर पर मजबूत नहीं होते हैं यही वजह है कि वे भटक जाते हैं. युवा भटकें नहीं परिवार को भी उनपर निगरानी रखने की जरूरत है. नीलाम्बर पीताम्बर यूनिवर्सिटी के पूर्व सिंडिकेट सदस्य सुजीत कुमार पासवान ने बताया कि युवाओं का शिक्षा के तरफ रुख कम हो गया है या बेहतर शिक्षा नहीं मिल पा रहा जिस कारण वे अपराध की तरफ रुख कर रहे है.

Last Updated :May 30, 2023, 5:14 PM IST
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