पाकुड़: जिले में पदस्थापित कुछ चिकित्सक एजुकेशन लीव लेकर निजी नर्सिंग होम चला रहे हैं. इसकी सूचना पुलिस को मिली. जिसके बाद पुलिस ने डॉक्टरों के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया. इस दौरान पुलिस ने 2 निजी नर्सिंग होम को सील कर दिया है. फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.
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एसडीओ ने दी जानकारी
इस संबंध में एसडीओ पंकज कुमार साव ने बताया कि पाकुड़ में पदस्थापित दो डॉक्टर सालों पहले एजुकेशन लीव लेकर चले गए थे और अब तक विभाग में योगदान नहीं दिया है और जब यह बात पता चली कि दोनों डॉक्टर पाकुड़ जिला मुख्यालय में अपनी क्लीनिक चला रहे हैं तो पुलिस ने छापेमारी की. छापेमारी के दौरान दोनों डॉक्टर अपने-अपने क्लीनिक में पाया गया. एसडीओ ने बताया कि जब क्लीनिक और नर्सिंग होम चलाने के लिए लाइसेंस की मांग की गई तो वह भी नहीं दिखा पाये. एसडीओ ने बताया कि गंभीर रूप से बीमार मरीजों को सदर अस्पताल भेजवा दिया गया है. जबकि कई अपने-अपने घर चले गए और उसके बाद नर्सिंग होम को सील कर दिया गया. छापेमारी के बाद नर्सिंग होम जो बिना लाइसेंस के चला रहे हैं उनमें हड़कंप मच गया है.
इधर, एसडीओ की ओर से की गई कार्रवाई को लेकर डॉक्टर मनीष कुमार ने बताया कि प्रशासन विभाग में योगदान करने के लिए दबाव बना रहा है. उन्होंने बताया कि जहा तक लाइसेंस बनाने की बात है जनवरी माह में भी रिनुअल के लिए अप्लाई किया गया है लेकिन अब तक इसपर स्वास्थ्य विभाग ने कोई रिस्पॉन्स नहीं दिया है.