ETV Bharat / state

पाकुड़ में ग्रेंडस माइनिंग को वन भूमि का इस्तेमाल पड़ा महंगा, फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने तोड़ी सड़क

author img

By

Published : May 22, 2022, 7:17 AM IST

Grands Mining in Pakur
पाकुड़ में ग्रेंडस माइनिंग

पाकुड़ में मेसर्स ग्रेंडस माइनिंग के खिलाफ वन विभाग ने कार्रवाई की है. विभाग के द्वारा पत्थर ढुलाई के लिए बनाई गई सड़क को तोड़ दिया गया है. वन विभाग की इस एक्शन से पत्थर खदान से उत्खनित पत्थरो का परिवहन नही हो पायेगा.

पाकुड़: जिले में मेसर्स ग्रेंडस माइनिंग पर वन विभाग ने कार्रवाई की है. मेसर्स ग्रेंडस माइनिंग को पत्थरों के परिवहन के लिए पाकुड़िया अंचल के गोलपुर गांव से खक्सा तक आरक्षित वन भूमि पर सड़क बनाना महंगा पड़ गया. इस मामले में वन विभाग ने सख्त कार्रवाई करते हुए सड़क को ब्लॉक कर दिया है.

ये भी पढ़ें:- रिमांड पर आईएएस पूजा, पूछताछ जारी, साहिबगंज डीएमओ को लेकर संशय बरकरार

जेसीबी से तोड़ी गई सड़क: वन क्षेत्र पदाधिकारी रामबालक प्रसाद ने वन कर्मियो की मौजूदगी में अवैध तरीके से बनायी गयी सड़क को जेसीबी के सहारे तोड़ दिया है. वन विभाग द्वारा की गयी इस कार्रवाई के बाद मेसर्स ग्रेंडस माइनिंग गोलपुर मौजा के प्लॉट संख्या 637 स्थित पत्थर खदान से उत्खनित पत्थरो का परिवहन नही हो पायेगा. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जिस ग्रेंडस माइनिंग पर कार्रवाई की गयी है उसके एक पार्टनर दुमका विधानसभा क्षेत्र के विधायक बसंत सोरेन हैं जो रिश्ते में सीएम के भाई लगते हैं.

आरक्षित वन भूमि पर सड़क का निर्माण: वन क्षेत्र पदाधिकारी रामबालक प्रसाद ने दुरभाष पर बताया कि आरक्षित वन भूमि पर सड़क निर्माण कराने की सूचना मिली थी जिसे अवरूद्ध कर दिया गया है. यहां यह बताना जरूरी है कि बीते एक साल पहले गोलपुर आरक्षित वन क्षेत्र पर सड़क बनाकर पत्थरों का परिवहन किये जाने के मामले को लेकर तत्कालिन रेंजर अनिल कुमार सिंह ने प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में परिवाद दायर किया था. यह मामला न केवल जिला प्रशासन बल्कि वन विभाग के बड़े बड़े अधिकारियों के भी संज्ञान में दिया गया था. लेकिन वन मंत्रालय राज्य के मुख्यमंत्री के अधीन रहने के कारण कोई पदाधिकारी कार्रवाई की जहमत नहीं उठा रहे थे.

पूजा सिंघल पर कार्रवाई के बाद बढ़ी सक्रियता: जब से प्रवर्तन निदेशालय पूजा सिंघल मामले में पूछताछ और जांच का दायरा बढ़ा रहा है. तब से नियम विरूद्ध काम करने वाले लोगो के खिलाफ वही पदाधिकारी कार्रवाई कर रहे हैं जो पहले मौन थे. इस भय से कार्रवाई की जा रही है कि कहीं जांच का दायरा उन तक भी नहीं पहुंच जाए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.