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नदी में डूबने से 3 लोगों की मौत, 24 घंटे बाद प्रशासन ने ली सुध

लातेहार के सदर थाना क्षेत्र निवासी आदिम जनजाति के एक ही परिवार के तीन लोगों की नदी में डूबने से मौत हो गई. सभी शुक्रवार की रात वो बांस काटने नदी किनारे गए थे. इसी दौरान नदी में बाढ़ आई और तीनों पानी में बह गए.

Three people died due to drowning in river
नदी में डूबने से 3 लोगों की मौत
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Published : Mar 8, 2020, 4:59 PM IST

लातेहारः जिले के कूड़पानी गांव निवासी आदिम जनजाति समूह के एक ही परिवार के तीन लोगों की नदी में डूबने से मौत हो गई. शनिवार को तीनों का शव पंच पहारी नदी के पास से बरामद किया गया. हालांकि इस पूरे घटनाक्रम में जिला प्रशासन की भूमिका काफी उदासीन रही.

देखें पूरी खबर

जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को कूड़पानी गांव निवासी दासू परहिया अपनी पत्नी संगीता परिया और 4 वर्षीय बेटी के साथ जंगल में बांस काटने गया था. उसके साथ गांव के कुछ अन्य लोग भी थे. बांस काटने के बाद रात में सभी लोग जंगल में ही नदी के किनारे रुक गए थे. इसी बीच तेज बारिश के साथ नदी में अचानक बाढ़ आ गई. जिसमें दासू और उसकी पत्नी समेत उसकी बच्ची नदी की तेज धार में बह गए. उसके साथ जंगल गए ग्रामीण किसी प्रकार अपनी जान बचाकर गांव वापस आए और लोगों को इसकी सूचना दी.

ये भी पढ़ें- झारखंड की तीन देवियां, इनके मसल्स पावर के आगे बड़े-बड़े सूरमा को आते हैं पसीने

मामले की जानकारी के बाद शनिवार को ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और खोजबीन शुरू की. वहीं पंच पहारी नदी के पास तीनों का शव शनिवार को बरामद कर लिया गया. घटना के चश्मदीद छोटू परहिया ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि अचानक नदी में बाढ़ आने से ये घटना घटी.

प्रशासन की दिखी उदासीनता

इधर, ग्रामीणों ने इसकी सूचना प्रशासन को दी, लेकिन शनिवार को किसी भी अधिकारी या जनप्रतिनिधि इसे गंभीरता से नहीं लिया और न ही गांव पहुंचे. जबकि रविवार को सुबह जब मामले की जानकारी मीडिया वालों को मिली तो प्रशासन रेस हुआ और ट्रैक्टर भेज कर तीनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए लातेहार भेजा गया.

गांव में पहुंचने का नहीं है रास्ता

बताया जाता है कि इस गांव में पहुंचने के लिए कोई भी रास्ता नहीं है. नदी के रास्ते लगभग 2 किलोमीटर चलने के बाद गांव पहुंचा जा सकता है. जिला मुख्यालय से इस गांव की दूरी लगभग 18 किलोमीटर है.

लातेहारः जिले के कूड़पानी गांव निवासी आदिम जनजाति समूह के एक ही परिवार के तीन लोगों की नदी में डूबने से मौत हो गई. शनिवार को तीनों का शव पंच पहारी नदी के पास से बरामद किया गया. हालांकि इस पूरे घटनाक्रम में जिला प्रशासन की भूमिका काफी उदासीन रही.

देखें पूरी खबर

जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को कूड़पानी गांव निवासी दासू परहिया अपनी पत्नी संगीता परिया और 4 वर्षीय बेटी के साथ जंगल में बांस काटने गया था. उसके साथ गांव के कुछ अन्य लोग भी थे. बांस काटने के बाद रात में सभी लोग जंगल में ही नदी के किनारे रुक गए थे. इसी बीच तेज बारिश के साथ नदी में अचानक बाढ़ आ गई. जिसमें दासू और उसकी पत्नी समेत उसकी बच्ची नदी की तेज धार में बह गए. उसके साथ जंगल गए ग्रामीण किसी प्रकार अपनी जान बचाकर गांव वापस आए और लोगों को इसकी सूचना दी.

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मामले की जानकारी के बाद शनिवार को ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और खोजबीन शुरू की. वहीं पंच पहारी नदी के पास तीनों का शव शनिवार को बरामद कर लिया गया. घटना के चश्मदीद छोटू परहिया ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि अचानक नदी में बाढ़ आने से ये घटना घटी.

प्रशासन की दिखी उदासीनता

इधर, ग्रामीणों ने इसकी सूचना प्रशासन को दी, लेकिन शनिवार को किसी भी अधिकारी या जनप्रतिनिधि इसे गंभीरता से नहीं लिया और न ही गांव पहुंचे. जबकि रविवार को सुबह जब मामले की जानकारी मीडिया वालों को मिली तो प्रशासन रेस हुआ और ट्रैक्टर भेज कर तीनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए लातेहार भेजा गया.

गांव में पहुंचने का नहीं है रास्ता

बताया जाता है कि इस गांव में पहुंचने के लिए कोई भी रास्ता नहीं है. नदी के रास्ते लगभग 2 किलोमीटर चलने के बाद गांव पहुंचा जा सकता है. जिला मुख्यालय से इस गांव की दूरी लगभग 18 किलोमीटर है.

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