लातेहारः झारखंड राज्य में नगर निकाय का चुनाव ओबीसी को आरक्षण दिए बिना (Local Body Elections Without OBC Reservation) ही कराए जाने की घोषणा के बाद आजसू जिला इकाई ने शुक्रवार देर शाम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया. इस मौके पर आजसू नेताओं ने कहा कि यदि सरकार अपना फैसला वापस नहीं लेती है तो इसके लिए जन आंदोलन छेड़ा जाएगा.
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दरअसल, झारखंड राज्य में नगर निकाय चुनाव का समय नजदीक आ गया है. ऐसे में झारखंड सरकार ने पंचायत चुनाव की तर्ज पर ही नगर निकाय के चुनाव में भी ओबीसी को आरक्षण दिए बिना ही चुनाव कराने का फैसला लिया है. सरकार के इस फैसले के खिलाफ ओबीसी समुदाय में जहां आक्रोश है. वहीं सरकार के विरोधी दल भी सरकार के इस निर्णय का विरोध कर रहे हैं. इसी मुद्दे को लेकर आजसू द्वारा शुक्रवार देर शाम लातेहार समाहरणालय के निकट झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया.
हेमंत सोरेन कर रहे हैं वादाखिलाफीः इस मौके पर आजसू के जिला अध्यक्ष अमित कुमार पांडे ने कहा कि झारखंड सरकार ने पंचायत चुनाव के समय यह वादा किया था कि नगर निकाय चुनाव से पहले ओबीसी आरक्षण रोस्टर क्लियर कर दिया जाएगा. परंतु सरकार एक बार फिर झारखंड में ओबीसी समुदाय के साथ वादाखिलाफी कर रही है. लेकिन सरकार को इस निर्णय को वापस लेना होगा. ओबीसी को आरक्षण दिए बिना नगर निकाय का चुनाव कराना पूरी तरह असंवैधानिक है.
लातेहार आजसू जिलाध्यक्ष अमित कुमार पांडे ने चेतावनी दी कि यदि सरकार अपना फैसला वापस नहीं लेती है तो आजसू आंदोलन करने को विवश होगी. वहीं आजसू नेता लालमोहन सिंह, श्रवण पासवान समेत अन्य नेताओं ने कहा कि झारखंड सरकार हमेशा ही जनता से वादाखिलाफी करती रही है. झारखंड में ओबीसी को 27% आरक्षण देने की घोषणा सरकार ने की, परंतु नगर निकाय चुनाव में ओबीसी को किसी भी प्रकार का आरक्षण नहीं दिया जा रहा है. यह ओबीसी के साथ अन्याय है, इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.