कोडरमा: गौशाला समिति और यदुटांड गांव के लोगों के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. तीन दिनों से लगातार विवाद चल रहा है. इस विवाद के बीच गौशाला समिति की ओर से बाउंड्री निर्माण कार्य शुरु करवाया गया, तो ग्रामीणों ने निर्माण कार्य रोक दिया. बताया जा रहा है कि गौशाला के जरिए ग्रामीणों की जमीन कब्जा करने की कोशिश की जा रही है. ग्रामीण जमीन के कगजात दिखाने की मांग कर रहे हैं. लेकिन कागज नहीं दिखाया जा रहा है. इससे विवाद और बढ़ गया है.
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गौशाला समिति की 15 एकड़ जमीन है, जिसपर पिछले तीन दिनों से घेराबंदी करने को लेकर बाउंड्री का निर्माण किया जा रहा है. लेकिन ग्रामीणों के विरोध की वजह से निर्माण रुका है. ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से मजिस्ट्रेट प्रतिनियुक्त किए गए हैं, ताकि बाउंड्री निर्माण में अरचन नहीं आए. लेकिन घटनास्थल पर पुलिस बलों की संख्या काफी कम है. इससे बाउंड्री का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जा रहा है.
गौशाला समिति के अध्यक्ष प्रदीप केडिया ने कहा कि इसी तरह ग्रामीणों का विरोध जारी रहेगा तो समिति के लोग गौशाला में ताला बंद कर जिला प्रशासन को सौंप देंगे. ग्रामीणों ने बताया कि जिस जमीन को गौशाला अपना बताकर बाउंड्री कर रही है, उस जमीन के लिए रेलवे की ओर से मुआवजा दिया गया है. उन्होंने कहा कि गौशाला समिति के पास जमीन के कागजात हैं तो उसे सार्वजनिक करें. कोडरमा सीओ अनिल कुमार बताया कि ग्रामीण और गौशाला समिति के सदस्यों के बीच बैठक हुई. बैठक के माध्यम से सहमति बनाने का प्रयास किया जा रहा है.