कोडरमा: जिला के जवाहर नवोदय विद्यालय (Jawahar Navodaya Vidyalaya Koderma) में नामांकन के लिए फर्जी टीसी का इस्तेमाल करने की बात सामने आई है. नवोदय विद्यालय में क्लास 6 में नामांकन के लिए जो फॉर्म दाखिल किए गए थे, उनमें 75 बच्चों की टीसी फर्जी पाई गयी है. बताया जा रहा है कि ये फर्जी टीसी 8 सरकारी स्कूलों की ओर से जारी की गई है. मामले में कोडरमा डीसी ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है.
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पिछले साल भी निकाले गए थे 7 पारा शिक्षक: आरोप यह है कि निजी कोचिंग संचालक और इन 8 सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की मिलीभगत से फर्जी तरीके से टीसी बनवा कर नवोदय विद्यालय के नामांकन में ऑनलाइन फॉर्म भरने में इस्तेमाल किया गया था. पिछले साल भी इसी तरह के फर्जी टीसी के इस्तेमाल का मामला प्रकाश में आने और इसमें सरकारी स्कूलों के 7 पारा शिक्षकों के शामिल होने का पता चलने पर उन्हें हटा दिया गया था. वहीं, इस बार भी 75 बच्चों के टीसी फर्जी पाए गए हैं और इसमें सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की मिलीभगत की बात सामने आ रही है.
क्या कहते हैं डीसी: मामले में कोडरमा उपायुक्त आदित्य रंजन ने बताया कि जो भी शिक्षक और सरकारी कर्मचारी इसमें दोषी होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं, इस मामले में आरोपों में घिरे करौंजिया उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक रविंद्र शर्मा ने इस बाबत प्राथमिकी दर्ज करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि उनके जाली हस्ताक्षर और मुहर का इस्तेमाल कर फर्जी टीसी बनाई गई है और इसकी जानकारी उन्हें नहीं है लेकिन, जिन 32 बच्चों की उनके स्कूल के नाम पर फर्जी टीसी जारी की गई है, उसकी सूची नवोदय स्कूल के प्रबंधन को दे दी गई है.
पहले भी विवादों में रहे हैं प्रधानाध्यापक रवींद्र शर्मा: जिन आठ स्कूलों के नाम फर्जी टीसी जारी करने में इस्तेमाल किये गए हैं उनमें से 7 स्कूलों में प्रधानाध्यापक पारा शिक्षक हैं, जबकि करौंजिया उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक रविंद्र शर्मा एकमात्र सरकारी शिक्षक हैं और पहले भी इनका विवादों से नाता रहा है. पिछले साल भी इनके स्कूल से फर्जी टीसी जारी होने की बात सामने आई थी.