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नाबालिग को प्रताड़ित करने के मामले में बीडीओ के खिलाफ वारंट जारी, कभी भी हो सकती है गिरफ्तारी

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Published : Oct 18, 2019, 11:17 PM IST

आरोपी बीडीओ

हजारीबाग में बीडीओ और उसकी पत्नी पर नाबालिग को घर में नौकरी पर रखे जाने और उसके साथ मारपीट करने का आरोप लगा था. अनुसंधान में उनपर लगा आरोप सही पाया गया है. बीडीओ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है.

हजारीबागः जिले के बड़कागांव के प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश कुमार उसकी पत्नी आरती देवी और विनय महतो के खिलाफ वारंट इश्यू कर दिया गया है, कभी भी इनकी गिरफ्तारी हो सकती है. इसकी जानकारी मामले के अनुसंधानकर्ता ने दी. दरअसल, बड़कागांव के प्रखंड विकास पदाधिकारी उनकी पत्नी पर यह आरोप है कि उन्होंने नाबालिग को घर में नौकरी में रखा और उसके साथ मारपीट की. इतना ही नहीं 200 रुपए की चोरी के आरोप में उसके पूरे बदन को आयरन से जला दिया गया.

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बता दें कि बीते 1 अक्टूबर को बड़कागांव प्रखंड के बीडीओ और उनकी पत्नी आरती देवी पर नाबालिग बच्ची ने आरोप लगाया था कि उसके साथ मारपीट की गई है. वहीं, 200 रुपए के आरोप में उसके बदन को आयरन से जला दिया गया. इस मामले को लेकर पुलिसिया अनुसंधान खत्म हो चुकी है. अनुसंधान में सारे आरोप सच पाए गए हैं.

जांचकर्ता ने बताया कि गिरफ्तारी को लेकर भी प्रखंड विकास पदाधिकारी के घर पर भी छापेमारी की गई, लेकिन वे फरार चल रहे हैं. यहां तक कि उनके सरकारी आवास और उनके सगे संबंधी के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई है. आरोपी प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश कुमार का अपना आवास रांची के हिनू साकेत नगर में है. वहां भी पुलिस ने दबिश बढ़ाई है लेकिन उनको पकड़ा नहीं जा सका है. मुख्य न्यायाधीश दंडाधिकारी ने वारंट जारी किया है.

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क्या है मामला
वहीं, पीड़िता ने बताया था कि उसे विनय महतो नाम व्यक्ति ने काम पर लगाया था. काम में लगाने के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी की पत्नी उसके मारपीट करती थी. एक दिन उसके ऊपर 200 रुपए चोरी का आरोप लगाया गया. जिसके बाद आयरन से जला दिया गया. इतना ही नहीं जब आरोपी महिला का मन नहीं भरा तो उसने गर्म पानी में उसका हाथ डाल दिया. स्थिति खराब हुई तो घर पर इलाज किया गया. बाद में उसको पैतृक निवास बड़कागांव चौक में जाकर छोड़ दिया. जिसके बाद वह किसी तरह घर पहुंची. बीडीओ ने बात को दबाने के लिए पीड़िता के परिवार को पैसे भी दिए. अनुसंधानकर्ता का बताया कि यह गैर जमानती वारंट है. कभी भी उनकी गिरफ्तारी हो सकती है. सदर थाना वारंट मिलने के बाद गिरफ्तारी के लिए छापामारी अभियान तेज कर दिया है.

Intro:हजारीबाग के बड़कागांव के प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश कुमार उनकी पत्नी आरती देवी और विनय महतो के खिलाफ वारंट इश्यू कर दिया गया है। कभी भी इनकी गिरफ्तारी हो सकती है। इस बात की जानकारी केस के अनुसंधानकर्ता ने दिया है। दरअसल बड़कागांव के प्रखंड विकास पदाधिकारी उनकी पत्नी पर यह आरोप है कि उन्होंने नाबालिग को घर में नौकरी में रखा और उसके साथ मारपीट की। इतना ही नहीं ₹200 के चोरी के आरोप में उसके पूरे बदन को आर्यन से जला दिया गया।


Body:विगत 1 अक्टूबर को हजारीबाग के बड़कागांव प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी और उनकी पत्नी आरती देवी पर नाबालिक बच्ची ने आरोप लगाया था कि उसके साथ मारपीट की गई है। ₹200 के आरोप में उसके बदन को आयरन से जला दिया गया है। इस मामले को लेकर पुलिसिया अनुसंधान समाप्त हो चुकी है। अनुसंधान में सारे आरोप सच पाए गए हैं। इस बात की जानकारी ईटीवी भारत को अनुसंधानकर्ता दाऊद हेरेंज ने दिया है।

जांचकर्ता ने कहा है कि गिरफ्तारी को लेकर भी प्रखंड विकास पदाधिकारी के घर पर भी छापेमारी की गई है। लेकिन वे फरार चल रहे हैं। यहां तक कि उनके सरकारी आवास और उनके सगे संबंधी के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई है। आरोपी प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश कुमार का अपना आवास रांची का हीनू साकेत नगर है वहां भी पुलिस ने दबिश बढ़ाई है लेकिन उनकी धरपकड़ नहीं हो पाई है। पुलिस अब दबिश भी बढ़ा रही है। मुख्य न्यायाधीश दंडाधिकारी ने वारंट जारी किया है।

बताते चलें कि पीड़िता ने बताया था कि उसे काम करवाने के लिए विनय महतो नामक व्यक्ति ने काम पर लगाया था । काम में लगाने के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी की पत्नी उसके मारपीट करती थी ।एक दिन उसके ऊपर ₹200 चोरी का आरोप लगाया गया और उसे आर्यन से जला दिया गया। इतना ही नहीं जब आरोपी महिला का मन नहीं भरा तो उसने गर्म पानी में उसके हाथ डाल दिए। जब स्थिति खराब हो गई तो उसका इलाज घर पर ही किया गया।बाद में उसका पैतृक निवास बड़कागांव चौक में जाकर छोड़ दिया ।वह किसी तरह घर पहुंची और उसके बाद उसका इलाज रांची के अस्पताल में चला ।स्थिति को देखते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बात को दबाने के लिए पीड़िता के परिवार को पैसे भी दिए ।जब पीड़िता हजारीबाग आई तो उसके बदन में असहनीय दर्द था और कई जगह चोट के निशान थे उसका इलाज सदर अस्पताल हजारीबाग में चला और इसी दौरान यह बातें मीडिया में आई। सदर अस्पताल में इलाज के दौरान सदर डीएसपी कमल किशोर ने उससे पूछताछ भी की इस दौरान उसको ने बताया था कि राकेश कुमार भी उसके साथ हमेशा मारपीट करते थे। इसी दौरान डॉक्टरों की भी जांच टीम बनाई गई थी।उन्होंने भी जांच रिपोर्ट प्रशासन को सौंपा था। जिसमें यह बात सामने आई थी कि बदन में जो दाग है वह किसी गर्म समान से जलाए हुए हैं और चोट है वह किसी भारी सामान से मारने के बाद कि है।

byte.... दाऊद हेरेंज ,अनुसंधानकर्ता



Conclusion:
अनुसंधानकर्ता का कहना है कि यह गैर जमानती वारंट है। कभी भी उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। सदर थाना वारंट मिलने के बाद गिरफ्तारी के लिए छापे मारी अभियान तेज कर दिए हैं। अब यह देखने वाली बात होगी कि प्रखंड विकास पदाधिकारी उनकी पत्नी और तीसरा आरोपी विनय महतो कब गिरफ्तार होता है।
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