ETV Bharat / state

गोड्डा: पोड़ैयाहाट में घुमंतू को मिला प्रधानमंत्री आवास, तीन लोग बेच कर हुए लापता

author img

By

Published : Jan 31, 2020, 12:51 PM IST

गोड्डा के पोड़ैयाहाट प्रखंड के बांझी गांव में प्लास्टिक का तंबू गाड़ के चार परिवार रह रहे थे. जहां चारों को पीएम आवास दिया गया. जिसके बाद तीन परिवार आवास बेच कर लापता हो गए, जिसके बाद उपायुक्त ने इसकी जांच का आदेश दिया है.

Three people missing after selling PM residence in Godda
महिला

गोड्डा: जिले के पोड़ैयाहाट के सरबिंदा बांझी में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत चार परिवार को घर दिया गया जो पिछले कई साल से खानाबदोश की तरह प्लास्टिक की झोपड़ी में रहते थे, जो मूल रूप से खुद को सपेरा बताते हैं. हालांकि, उन्होंने किसी तरह जमीन खरीद लिया घर के लिए सरकार से पैसे ले लिए.

देखें पूरी खबर

ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि भूमिहीन व्यक्ति को कैसे आवास की राशि मिल गई और इन्होंने आवास का निर्माण भी कर लिया. यही नहीं इनमें से तीन लोगों ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिले घर को बेच कर चले भी गए. बता दें कि जिन लोगों की आवास की स्वीकृति हुई थी उनका नाम पियरुल अंसारी, कॉलोनी बीबी, झूली बीबी और कारी बीबी है.

ये भी देखें- बजट को लेकर मजदूरों को उम्मीदें, कहा- महंगाई पर अंकुश लगाई जाए

वहीं, मुखिया ने कहा की यह काफी दिनों से प्लास्टिक के तंबू में रह रहे थे और इसको आवास देने का विरोध भी किया गया था. इनका नाम लाभुक सूची में भी था और इनके पास आधार कार्ड भी है. ऐसे में कई तरह के सवाल उठ रहा है. इस पूरे मामले पर जिले के उपायुक्त किरण कुमारी पासी कहती है मामला गंभीर है जांच कर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.

Intro:गोड्डा के पोड़ैयाहाट प्रखंड के बांझी गांव में प्लास्टिक का तंबू गाड़ रह रहे थे चार परिवार।चारो को मिला पोएम आवास,तीन परिवार आवास बेच कर हुए लापता।उपायुक्त ने कहा जांच होगी।Body:देश के आम आदमी को सर पर छत देने के उद्देश्य से प्रधान मंत्री आवास योजना सरकार द्वारा चलाई जा रही है।।लेकिन इसकी कुछ शर्तें है जिसके तहत लाभुक की अपनी जमीन होनी चाहिए अथवा अगर भूमिहीन है तो उसे सरकारी जमीन बंदोवस्त कर उसे फिर आवास आवंटित होना है।
गोड्डा के पोरेयाहाट के सरबिंदा बांझी में प्रधानमंत्री आवास चार परिवार को दिया गया ।जो पिछले कई साल से खानाबदोश की तरह प्लास्टिक की झोपड़ी में रहते थे। जो मूल रूप से खुद को सपेरा बताते है।हलाकि उसकी कोई जमीन नही है ।किसी की जमीन खरीद उनलोगों खरीद अपना घर बना लिया।लेकिन सवाल हैं संथाल परगना में एसपीटी एक्ट के खरीद बिक्री नही कर सकते है।
ऐसे में सवाल की आखिर कैसे जो भूमिहीन है उस व्यक्ति को घर दिया गया।और इन्हें आवास की राशि भी मिल गयी ।और इनके द्वारा आवास का निर्माण भी कर लिया गया।और इनमें तीन लोग प्रधासन मंत्री भी बेच कर चले गए।जिन लोगो को आवास की स्वीकृति हुए ई है पियरुल अंसारी,कॉलोनी बीबी झूली बीबी व कारी बीबी शामिल है।
अब सवाल की आखिर ये तीन लोग कहा गए पता नही,कहा के थे इसकी भी जामकारी मुखिया को नही है।लेकिन क्या प्राधान मंत्री आवास बेचे जाने का प्रावधान है मुखिया ने कहा की यह काफी दिनों से प्लास्टिके का तंबू गाड़ कर रह रहे थे।और इसको आवास देने का बिरोध भी किया।इनका नाम लाभुक सूची में भी था और इनके पास आधार कार्ड भी है।ऐसे में कई तरह के सवाल उठ रहा ।क्या कोई nrc से जुड़ा मामला तो नही।ये फ़र्ज़ी लोग तो नही।आखिर प्रधान मंत्री आवास कैसे बिक गया।इस पूरे मामले पर जिले के उपायुक्त किरण पासी कहती है मामला गंभीर है जांच कर दोषी के बिरुद्ध करवाई होगी।
Bt-शत्रुघ्न प्रसाद--मुखिया-सरबिंदा पंचायत
Bt-युवती-सपेरा परिवार
Bt- किरण कुमारी पासी-डीसी-गोड्डाConclusion:Na
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.