गोड्डा: भीषण गर्मी और गिरते जलस्तर जैसे पर्यावरणीय संकट से देश और दुनिया में त्राहिमाम है. वहीं गोड्डा में इस साल सर्वाधिक गर्मी पड़ी है, राज्य का सर्वाधिक गर्म जिला घोषित किया गया. इन सबके बीच प्रकृति ने गोड्डा को काफी प्राकृतिक सौंदर्यता नवाजा है. जिसकी जानकारी गोड्डा या अन्य दूरदराज के लोगों को कम ही है. इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है. बच्चे इसका खूब मजा उठा रहे हैं.
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जिला मुख्यालय से लगभग 50 किमी की दूरी पर राजाभीठा थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव के पहाड़ी हिस्से से निर्मल जल की धारा पहाड़ी के चट्टानों से टकराते हुए ऊंचाई से नीचे उतरती है. जहां जाने तक का कोई रास्ता तक नहीं है. शायद ही कोई पर्यटक अथवा सैलानी इन जगहों पर पहुंचे.
लेकिन बच्चों की एक टीम को जब इसका पता चला तो वो यहां पहुंचे. जो भी यहां आया उसने खूब मस्ती की. झरने से बहते पहाड़ी जल स्रोत का ये शीतल जल लोगो को खूब लुभा रहा था. हालांकि यहां पर पहुंचने ले कोई सही रास्ता नहीं है और ना ही कोई सरकारी प्रबंध. सबने कहा कि अगर इसे पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाय तो निश्चित ही सैलानी यहां खींचे चले आएंगे.
अभी भी इसकी जानकारी शायद ही किसी प्रशासनिक अधिकारी के पास हो, लेकिन गांव देहात से इक्के दुक्के लोग यहां प्रकृति के मनोरम दृश्य का अवलोकन करने पहुंच जाते हैं. जरूरत है ऐसे जल स्रोत को बचाने के साथ ही संरक्षित करने की, जिससे पर्यवारण की सुरक्षा के साथ इस अनमोल विरासत को बचाया जा सके.