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माइका खदान में अवैध खनन के दौरान धंसी चाल, 2 मजदूरों की मौत, 2 घायल

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Published : Apr 6, 2019, 11:19 PM IST

मौके पर मौजूद वन कर्मी

गिरिडीह में ड़े पैमाने पर अवैध खदानों का संचालन किया जाता है. इन खदानों में कई मजदूर जान जोखिम में डालकर माइक निकालते हैं. इसके बाद में अभ्रक माफिया माइक की तस्करी करते हैं.

गिरिडीह: तिसरी थाना इलाके के महुआटांड़ के पास स्थित माइका की अवैध खदान में शनिवार को चाल धंसने से दो मजदूरों की मौत हो गई. वहीं, 2 मजदूर चाल के नीचे से सुरक्षित निकाल लिए गए.

बताया जा रहा है कि यहां बड़े पैमाने पर अवैध खदानों का संचालन किया जाता है. इन खदानों में कई मजदूर जान जोखिम में डालकर माइक निकालते हैं. इसके बाद में अभ्रक माफिया माइक की तस्करी करते हैं. शनिवार को भी कई मजदूर खदान में घुसे थे. इसी बीच दोपहर में अचानक चाल धंस गयी. घटना में चार मजदूर दब गए. दो मजदूरों को जिंदा निकाल लिया गया, लेकिन दो मजदूरों की मौत हो गई. इसके बाद शव और घायल मजदूरों को लेकर माफिया क्षेत्र से भाग गए.

वहीं, मामले की सूचना पर स्थानीय पुलिस के साथ वन विभाग के कर्मी मौके पर पहुंचे. लेकिन शव को जब्त नहीं किया जा सका. वन विभाग के कर्मी जीतनारायन सिंह और थानेदार लक्ष्मेस्वर सिंह ने कहा कि घटना की खबर उन्हें भी मिली है. जब वो लोग पहुंचे तो इलाके में कोई भी नहीं मिला. इधर, कहा जा रहा है कि माफियाओं और कानूनी पचड़े में पड़ने के डर से मृतक मजदूरों के परिजनों ने चुप्पी साध ली है. कहा जा रहा है कि घटना के बाद कई कुख्यात माफियाओं को इलाके में देखा गया.

Intro:गिरिडीह। तिसरी थाना इलाके के महुआटांड़ के समीप स्थित माइका के अवैध खदान में चाल धंसने से दो मजदूरों की मौत हो गयी. जबकि दो मजदूर घायल हो गए.


Body:घटना शनिवार की है. बताया जाता है कि यहां बड़े पैमाने पर अवैध खदानों का संचालन किया जाता है. इन खदानों में कई मजदूर जान जोखिम में डालकर माइक निकालने का काम करते हैं. बाद में अबरख माफिया माइक की तस्करी करते हैं. शनिवार को भी कई मजदूर खदान में घुसे थे. इसी बीच दोपहर में अचानक चाल धंस गयी. घटना में चार मजदूर दब गए. दो मजदूरों को जिंदा निकाला गया लेकिन दो मजदुरों का शव ही निकल सका. बाद में शव व घायल मजदूरों को लेकर माफिया क्षेत्र से भाग गए. इधर मामले की सूचना पर स्थानीय पुलिस के साथ वन विभाग के कर्मी भी पहुंचे लेकिन शव को जब्त नहीं किया जा सका. वनपाल जीतनारायन सिंह व थानेदार लक्षमेस्वर सिंह ने कहा कि घटना की खबर उन्हें भी मिली है. जब वे लोग पहुंचे तो इलाके में कोई भी नहीं मिला.


Conclusion:इधर कहा जा रहा है कि माफियाओं व कानूनी पचड़े के डर से मृतक मजदूरों के परिजनों ने चुप्पी साध ली है. कहा जा रहा है घटना के बाद कई कुख्यात माफियाओं को इलाके में देखा गया था.
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