गिरिडीहः गिरिडीह पुलिस ने तीन संदिग्धों को पकड़ा है. जिन्हें पकड़ा गया है उनका संबंध नक्सली संगठन भाकपा माओवादी से बताया जा रहा है. तीनों की गिरफ्तारी पीरटांड के इलाके से किए जाने की बात कही जा रही है. जिनकी गिरफ्तारी हुई है उनके पास से नक्सली पोस्टर और विस्फोटक मिलने की बात भी कही जा रही है. कहा जा रहा है की तीनों संभावतः भाकपा माओवादी के इनामी नक्सली के दस्ते के कैडर हैं. इनके मारक दस्ते में शामिल होने की भी चर्चा है. शुक्रवार की देर रात से पुलिस इनसे लगातार पूछताछ कर रही है. अभी तक इस मामले में किसी प्रकार की जानकारी पुलिस ने नहीं दी है. हालांकि जो सूत्र बता रहे हैं उसके अनुसार तीनों किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे.
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माओवादी प्रशांत बोस की गिरफ्तारी से बौखलाए हैं नक्सलीः यहां बता दें की नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के टॉप लीडर प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला दी की गिरफ्तारी के बाद से ही नक्सली संगठन के लोगों में गुस्सा है. नक्सली संगठन द्वारा प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के बाद दो बार विरोध में बंद का भी आह्वान किया गया था. इस बार 21 जनवरी से 26 जनवरी तक दोनों की रिहाई की मांग को लेकर प्रतिरोध दिवस मनाया गया.
इस दौरान गिरिडीह के खुखरा और मधुबन में मोबाइल टॉवर भी उड़ा दिए गए थे. वहीं डुमरी के नुरंगो के समीप बराकर नदी पर पुल को भी नक्सलियों ने उड़ा दिया था. इसके अलावा गिरिडीह से सटे बिशनगढ़ थाना इलाके में मोबाइल टॉवर उड़ाने की कोशिश भी की गई थी, जबकि कई स्थानों पर पोस्टर चस्पा किए गए थे. वहीं 27 जनवरी को गया-धनबाद रेलखंड में चिचाकी के समीप विस्फोट कर पटरी को मामूली तौर पर क्षतिग्रस्त कर दिया गया था.
ऐसे पकड़े गए आरोपीः एक के बाद एक घटना के बाद गिरिडीह पुलिस और सीआरपीएफ ने सर्च अभियान शुरू किया हुआ है. इस दौरान नक्सलियों तक विस्फोटक पहुंचाने के मामले में तीन लोगों को जेल भेजा गया था. यहां के बाद एसपी अमित रेनू की टीम ने इलाके में पुनः गश्त तेज कराई. कहा जा रहा है के इस गश्त के दौरान ही पुलिस को जानकारी मिली कि नक्सली फिर किसी घटना को अंजाम देने के फिराक में हैं, जिसके बाद इन तीन लोगों को पकड़ा गया.