ETV Bharat / state

सीट शेयरिंग के बाद तय होगा महागठबंधन का नेता: रामेश्वर उरांव

author img

By

Published : Sep 1, 2019, 10:07 PM IST

गिरिडीह में कांग्रेस के पूर्व सांसद तिलकधारी प्रसाद सिंह के सम्मान समारोह में भाग लेने पहुंचे जेपीसीसी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा कि विधानसभा चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग के बाद ही महागठबंधन का नेता तय होगा.

रामेश्वर उरांव

गिरिडीहः जिले में रविवार को कांग्रेस के पूर्व सांसद तिलकधारी प्रसाद सिंह के सम्मान समारोह में भाग लेने पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा कि आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग के बाद ही महागठबंधन का नेता तय होगा.

देखें वीडियो


कांग्रेस सबसे बड़ी जनाधार वाली पार्टी
मौके पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि महागठबंधन को लेकर बात हुई है. सीटों का बंटवारा होने पर ही महागठबंधन के बारे में कुछ कहा जा सकता है. कांग्रेस सबसे बड़ी जनाधार वाली पार्टी है, इसलिए कांग्रेस को सम्मानजनक सीट मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि झारखंड में बेरोजगारी, भुखमरी, पीडीएस में अनियमितता, किसानों की दयनीय स्थिति जैसी विकट समस्या है. रघुवर सरकार हर मोरचे पर विफल है. विधानसभा चुनाव में इन्हीं एजेंडो के साथ कांग्रेस चुनाव में उतरेगी.

यह भी पढ़ें- हॉकी का गढ़ बना सिमडेगा, यहां से निकले 2 ओलंपियन, 12 इंटरनेशनल और 100 से अधिक नेशनल खिलाड़ी

सरकार कोनार का जिम्मेवार
प्रदेश अध्यक्ष ने गिरिडीह में कोनार नहर का तटबंध टूटने का जिम्मेवार राज्य सरकार को बताया. श्री उरांव ने नहर के तटबंध टूटने को भ्रष्टाचार और ठगी का एक उदाहरण बताया. उन्होंने कहा कि सरकार जीरो टॉलरेंस की बात करती है, लेकिन इस सरकार के राज में प्रखंड कार्यालयों और थाना में घूसखोरी चरम पर है. किसानों के हित की बात करनेवाली भाजपा सरकार को किसानों की चिंता थी तो 2015 से ही किसानों को पांच हजार रुपया क्यों नहीं दिया गया. चुनाव आया तो सरकार को किसानों की याद आ गयी. उरांव ने कहा कि झारखंड में लगभग 69 प्रतिशत किसान है, जिनकी हालत दयनीय है.

Intro:गिरिडीह. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा कि आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग के बाद ही महागठबंधन का नेता तय होगा. महागठबंधन को लेकर एक बार बात हुई है. झगड़ा सीट बंटवारें को लेकर होता है. सीटों का बंटवारा होने पर ही महागठबंधन के बारे में कुछ कहा जा सकता है. कांग्रेस सबसे बङी जनाधार वाली पार्टी है. इसलिए कांग्रेस को सम्मानजनक सीट मिलनी चाहिए. Body:वे कांग्रेस के पूर्व सांसद तिलकधारी प्रसाद सिंह के सम्मान समारोह में भाग लेने के लिए रविवार को गिरिडीह पहुंचे थे. समारोह से पूर्व जिला कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होने कहा कि झारखंड में बेरोजगारी, भूखमरी, पीडीएस में अनियमितता, किसानो की दयनीय स्थिति आदि विकट समस्या है. रघुवर सरकार हर मोरचे पर विफल है. विधान सभा चुनाव में इन्हीं एजेंडो के साथ कांग्रेस चुनाव में उतरेगी. उन्होंने गिरिडीह में कोनार नहर का तटबंध टूटने का जिम्मेवार राज्य सरकार को बताया. श्री उरांव ने नहर के तटबंध टूटने को भ्रष्टाचार व ठगी का एक उदाहरण बताया. कहा कि सरकार जीरो टॉलरेंस की बात करती है, लेकिन इस सरकार के राज में प्रखंड कार्यालयों, थाना हर जगहों पर घूसखोरी चरम पर है. कहा कि किसानों के हित की बात करनेवाली भाजपा सरकार को किसानों की चिंता थी तो 2015 से ही किसानों को पांच हजार रुपया क्यों नहीं दिया गया. Conclusion:


चुनाव आया तो सरकार को किसानों की याद आ गयी. कहा कि झारखंड में लगभग 69 प्रतिशत किसान है, जिनकी हालत दयनीय है. मौके पर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह, पूर्व सांसद तिलकधारी सिंह आदि मौजूद थी

उदाहरण देने में चूके प्रदेश अध्यक्ष
प्रेस वार्ता के दौरान सीट शेयरिंग को लेकर उदाहरण देने में प्रदेश अध्यक्ष चूक गये. कहा कि चोरी करने के बाद बंटवारा करने में चोर लङ जाते हैं हालांकि बाद में इसे कोड नहीं करने को कहा. कहा कि बस ऐसे ही यह उदाहरण दे दिया था.

बाईट: रामेश्वर उरांव, अध्यक्ष, झारखंड कांग्रेस
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.